ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) चुनाव राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बन चुका है। दरअसल इस चुनाव को 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। इस चुनाव के लिए भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं की फौज उतार दी है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जोरदार भाषण देते हैं तो इसी कड़ी में प्रचार के आखिरी दिन पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने गृहमंत्री अमित शाह हैदराबाद पहुंच जाते हैं। अमित शाह ने मेगा रोड शो किया और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और AIMIM के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ जमकर निशाना साधा।
अमित शाह ने AIMIM और टीआरएस के बीच गुप्त समझौते की बात करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री राव से सवाल पूछा कि मजलिस (AIMIM) के साथ आप जो समझौता करते हो, उससे हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन गुपचुप समझौता क्यों करते हैं? खुलेआम क्यों नहीं कह देते कि हां, मजलिस के साथ हमारा रिश्ता है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के कारण हैदराबाद और आसपास के इलाके भारत के साथ जुड़े लेकिन जिन्होंने उस दौरान पाकिस्तान जाने की मुहिम चलाई थी ऐसी निजाम संस्कृति से हम हैदराबाद को निजात दिलाना चाहते हैं। सवाल उठाते हुए शाह ने कहा कि इतनी हिम्मत क्यों नहीं है कि मजलिस के साथ खुले आम सीटें शेयर करें। छुप-छुप कर ऐसा क्यों करते हो। दोनों नेताओं को इसका जवाब देना चाहिए।
इसके अलावा हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि हम हैदराबाद को ‘निज़ाम संस्कृति’ से मुक्त करेंगे और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के साथ एक आधुनिक और नए शहर के निर्माण की दिशा में काम करेंगे।
हैदराबाद की जनता से एक मौका देने की अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि हम हैदराबाद को वैश्विक स्तर का आईटी हब बनाने के लिए पूरी तैयारी करेंगे। उन्होंने हैदराबाद को वैश्विक स्तर पर आईटी हब बनने की बात भी कही लेकिन इसके लिए राज्य सरकार को रोड़ा बताया।
शाह ने हैदराबाद में बारिश के कारण हुई तबाही का भी ज़िक्र किया और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को इसका कारण बताया। राज्य सरकार को इसके लिए दोषी बताते हुए शाह ने बीजेपी को मौका देने की गुजारिश की।