स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
भारत एक कृषि प्रधान देश है, ये लाइन हम सभी ने सैकड़ों बार पढ़ी होगी लेकिन क्या वाकई इस कृषि प्रधान देश में किसान उस गौरव और प्रधानता के साध जीवन यापन कर रहा है, जो इन शब्दों में समझाया गया है? बेशक नहीं, लेकिन अब किसान और कृषि की प्रधानता को फिर से पहले सा मजबूत और सक्षम बनाने में कृषक का मददगार बन रहा है फार्मर्स रूट।
किसान हित में संचालित एक ऐसा संस्थान जिससे जुड़कर किसान अपने स्वर्णिम भविष्य और समृद्ध व्यवसाय की कल्पना को जीवंत रूप दे सकते हैं। देश के किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने के लिए सरकारें यूं तो कई योजनाएं लाई हैं और लाई जा रही हैं लेकिन वास्तविक धरातल पर किसान इन योजनाओं से पूरी तरह लाभान्वित नहीं हो पा रहा। कृषि की आधुनिक तकनीकों के अभाव में खेती में अच्छा मुनाफा न ले पा रहे उन्हीं किसानों के विकास की कमजोर जड़ों तो मजबूती देने का काम कर रहा है फार्मर्स रूट।
फार्मर्स रूट के साथ जुड़कर किसान आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाकर परंपरागत फसलों से हटकर आधुनिक युग की खेती कर सकता है और सीमिय व्यय में पहले से अधिक मुनाफा पा सकता है। फार्मर्स रुट एक ऐसा संस्थान है जो किसान को कृषि की तमाम आधुनिक तकनीकों जैसे- भूमि की तैयारी, बुवाई, फसल प्रबंधन व कटाई से संबंधित हर सुविधा मुहैया कराता है। खेती के वो तमाम आधुनिक कृषि
आदान फार्मर्स रूट आपको आपके द्वार पर ही उपलब्ध कराता है जिन्हें ढूंढने के लिए किसानों को इधर उधर भटकना पड़ता है। फार्मर्स रूट मॉर्डन फार्मिंग के विभिन्न कृषि आदानों को उपलब्ध कराने का एक विश्वस्नीय मंच है जहां से किसान उत्तम किस्मों के उन्नत बीज, टीशू कल्चर विधि से तैयार पौध व उर्वरक आदि आवश्यकता अनुसार प्राप्त कर सकता है।
फार्मर्स के साथ जुड़ने से किसान को एक विशेष लाभ ये होगा कि किसान को बाजार की किल्लत से मुक्ति मिलेगी। उत्पादन तैयार होने के बाद बाजर की तलाश में किसान को न भटकना पड़े इसके लिए फार्मर्स रूट किसानों को बाय-बैक की सुविधा मुहैया कराता है जिसके जरिए किसानों का उत्पादन वाजिब दाम पर सीधा खेतों से ही खरीद लिया जाता है। कुल मिलाकर फार्मर्स रूट किसान के फायदे का एक ऐसा मंच है जो किसानों की कमजोर जड़ों को मजबूत व सक्षम बनाने में मददगार है, इससे जुड़कर किसान बेहतर कृषि आदानों का खेती में इस्तेमाल कर अच्छा उत्पादन पा सकता है और फार्मर्स रूट के साथ उस फसल का अच्छे दामों पर सौदा भी कर सकता है। तो परंपरागत खेती के खोखलेपर को छोड़, किसान आधुनिक खेती से हाथ मिलाने के लिए फार्मर्स रूट के साथ जुड़ें और अपनी विकास को दें नई बुलंदी।