तारीख 29 सितंबर 2021; आश्विन मास, कृष्ण पक्ष और अष्टमी तिथि।
1- पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच इस्तीफों का दौर जारी है। खेल का मैदान हो या राजनीति का सिद्धू पाजी फ्रंट फुट पर ही खेल रहे हैं, उन्होंने ऐसा मैदान सजाया है कि पंजाब कांग्रेस में धड़ाधड़ विकेट गिर रहे हैं। 72 दिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काबिज रहने के बाद कल, मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दिया, हालांकि सिद्धू के इस्तीफे को हाईकमान ने नामंजूर कर, राज्य के नेताओं से अपने स्तर पर मामला सुलझाने की बात कही, लेकिन सिद्धू के इस्तीफे के बाद पार्टी में ऐसी उथलपुथल मची कि इस्तीफों का दौर चलता रहा। बताया जा रहा है कि हाल ही में राज्य में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ लोगों को शामिल किए जाने से वो खुश नहीं थे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में साफ लफ्जों में लिखा कि वे पंजाब के भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते। सिद्धू के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी चन्नी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। रजिया के अलावा पंजाब कांग्रेस के नए कोषाध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल महासचिव योगेंद्र ढींगरा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया और शाम को पार्टी के प्रभारी महासचिव प्रशिक्षण गौतम सेठ ने भी इस्तीफा दे दिया। नवजोत सिंद सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा मैंने पहले ही कहा था कि वह इस सीमाई राज्य के लिए सही व्यक्ति नहीं हैं।
2- मंगलवार का दिन राजनीतिक गलियारों के लिए खास रहा, एक तरफ पंजाब में इस्तीफों का दौर जारी रहा तो दूसरी तरफ CPI का दामन छोड़ कन्हैया कुमार ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। कन्हैया के पार्टी छोड़ने पर CPI के जनरल सेक्रेटरी डी राजा ने कहा कि पार्टी उनके आने से पहले भी थी और कन्हैया कुमार के जाने के बाद भी रहेगी, पार्टी उनके साथ खत्म नहीं होगी। CPI संघर्ष और बलिदान की पार्टी है और कन्हैया कुमार इसके प्रति सच्चे नहीं थे। कल, मंगलवार को रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल ने कन्हैया कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाई। कन्हैया कुमार के सदस्यता ग्रहण करने के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस का वक्त एक दो नही बल्कि तीन-तीन बार बदला क्योंकि सिद्धू के इस्तीफे की खबर से दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय पर जबर्दस्त हड़कंप मच गया था। इसके बाद जब शाम 5 बजे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई तो राहुल गांधी वहां नहीं थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कन्हैया कुमार ने कहा कि मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि ये सिर्फ एक पार्टी नहीं विचार है। जो देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है, देश कांग्रेस के बिना नहीं रह सकता, कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा, इसलिए मैं पार्टी में शामिल हुआ हूं।
3- कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर ये हैं कि युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा वैक्सीनेशन प्रोग्राम 87 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुका है, इसके साथ ही कोरोना महामारी को लेकर मंगलवार को एक और राहत भरी खबर आई, कि 200 दिनों के बाद पहली बार दैनिक मामलों का आंकड़ा 20 हजार के नीचे रहा। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 18 हजार 795 नए मामले सामने आए जबकि इस दौरान 179 लोगों की मौत हुई, वहीं 26 हजार से ज्यादा लोगों ने बीमारी को मात दी। सोमवार को देश भर में 24 घंटे में 26 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे और 276 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन मंगलवार को ये आंकड़ा 20 हजार के नीचे आ गया। हालांकि केरल में अभी भी दैनिक मामलों का आंकड़ा 10 हजार से ऊपर है, यहां कल भी 11 हजार 699 नए मामले सामने आए और 58 लोगों की मौत हुई। बता दें कि देश भर से दर्ज हो रहे कुल मामलों का लगभग 60 फीसदी हिस्सा केरल से सामने आ रहा है, भारत में अभी 2 लाख 92 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं जो कुल मामलों के 1 फीसदी से भी कम हैं।
4- चुनाव आयोग ने कल विभिन्न राज्यों की तीन लोकसभा सीटों और 30 विधानसभा सीटों पर होने वाले बाइ-इलैक्शन की तारीख की घोषण की। इन सभी सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे और वोट काउंटिंग 2 नवंबर को होगी। बता दें कि जिन तीन लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें मध्य प्रदेश की खंडवा, हिमाचल प्रदेश की मंडी और तीसरी सीट दादरा-नागर हवेली की है। जबकि 14 राज्यों की विधानसभा सीटों में 5 असम की, 4 पश्चिम बंगाल की, 3-3 सीटें मेघालय, हिमाचल और मध्य प्रदेश की, 2-2 सीटें राजस्थान, बिहार और कर्नाटक की, 1-1 सीट हरियाणा, महाराष्ट्र, आन्धा, तेलंगाना, मिजोरम, और नागालैंड की शामिल हैं। सभी राज्यों में उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा एक अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और 8 अक्टूबर को नामांकन दाखिल हो सकेंगे।
5- गुलाब तूफान के ओडिशा तट से गुजरने के बाद अब इसका असर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और झारखंड से बढ़ते हुए अन्य राज्यों तक पहुंच गया है। जिसे देखते हुए पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में बंगाल की उत्तर- पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है, जिसकी वजह से 2 दिनों के दौरान झारखंड और पश्चिम बंगाल से सटे जिलों में भारी से भारी वर्षा होगी। मौसम विभाग का कहना है कि गुलाब तूफान के असर से गुजरात में 2 अक्टूबर तक भारी बारिश हो सकती है। वहीं स्काईमेट वेदर ने महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश संभावना जताई है।