श्वेता रंजन, नई दिल्ली
Fake Remdesivir: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना ही रिकॉर्डतोड़ मामले सामने आ रहे हैं। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या पहली बार चार लाख के पार हुई, कल शुक्रवार को देश में 24 घंटे में 4 लाख 1 हजार 911 मामले सामने आए, जबकि इस दौरान 3 हजार 521 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई। इतनी तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच ऑक्सीजन से लेकर रेमडेसिवीर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ी है। लोग अपने परिजनों को बचाने के लिए किसी भी तरह से इंजेक्शन का जुगाड़ करने में जुटे हैं। लोग ऊंची कीमत देने को मजबूर है। लेकिन नई खबरें यह बता रही हैं कि महंगे दामों पर भी उन्हें नकली दवाइयां मिल रही हैं। यही कारण है कि रेमडेसिवीर की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन को बेचने वालों ने इसे धंधा बना लिया है। ऐसे में यह पता होना बहुत जरूरी है कि आप जो रेमडेसिवीर खरीद रहे हैं वोअसली है या नकली।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की डीसीपी और आईपीएस ऑफिसर मोनिका भारद्वाज ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट करके लोगों को इस बारे में जागरुक करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया है कि रेमडेसिवीर की नकली और असली पैकेट की पहचान कैसे की जाए।
Attention!!
Lookout for these details before buying Remdesivir from the market. pic.twitter.com/A2a3qx5GcA— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) April 26, 2021
ध्यान दें कहीं आपको नकली रेमडेसिविर तो नहीं दिया जा रहा
रेमडेसिविर के पैकेट को आप ध्यान से देखें तो आप पकड़ सकते हैं कि वह असली है या नकली।
इन बातों पर गौर करें- 100 मिलीग्राम का इंजेक्शन पाउडर के तौर पर ही शीशी में रहता है जो साल 2021 मेक हैं यानि इंजेक्शन 2021 में बने हैं। इंजेक्शन की शीशी पर Rxremdesivir लिखा रहता है। अगर आप सतर्क रहें तो इन बातों से आप जांच सकते हैं असली और नकली का फर्क। इंजेक्शन के बॉक्स (डब्बे) के पीछे एक बार कोड भी बना होना चाहिए।
– असली रेमडेसिवीर पर 100 mg/Vial लिखा होना चाहिए, नकली पर 100 mg/vial लिखा है। यहां Capital V का अंतर दिखेगा।
– असली पैकेट पर For use in लिखा होता है, जबकि नकली पर for use in लिखा है। यहां भी Capital F का अंतर है।
– असली रेमडेसिवीर के पैकेट के पीछे चेतावनी लेबल लाल रंग (Red Colour) में होता है, जबकि नकली पर लेबल काले रंग (Black Colour) का है।
– फेक रेमडेसिवीर पैकेट की पहचान आप स्पेलिंग की गलतियों से भी कर सकते हैं। नकली डब्बे पर कई स्पेलिंग मिस्टेकट्स हैं।
Fake Remdesivir racket busted by Crime Branch. 7 person arrested so far. Please do not buy from unverified sources. It may turn out more harmful to the patient.#Covid pic.twitter.com/1WQPcg2Ijd
— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) April 30, 2021