गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर उपद्रवियों पर पुलिस का शिकंजा कसता दिख रहा है। ट्रैक्टर रैली के नाम में जिस तरह की हिंसा और उपद्रव की तस्वीरें और वीडियो साम आये उसने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली पुलिस इस संबंध में लगातार एफआईआर दर्ज कर रही है। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के करीब साढे 300 कर्मी जख्मी हुए हैं इनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबध में किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने के आरोप में पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू और ‘गैंगस्टर’ से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिंह सिधाना का नाम भी जोड़ा है।
कौन है दीप सिद्धू
सूत्रों का दावा है कि दीप सिद्धू वह शख्स है जो लाल किले की प्राचीर से कुछ दूरी पर लगे गए पोल पर निशान साहिब और किसान यूनियन का झंडा लगाया । ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का प्रतीक है और इस झंडे को सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगाया जाता है। हाल में ही दीप और उनके भाई मनदीप सिंह को इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी नोटिस भेजी गई थी। उन्हें सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ दायर एक मामले के सिलसिले में नोटिस भेजी गई थी। इस हिंसा में जो गैंगस्टर सिधाना का नाम आया है, उसे साल 2012 के विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले कई जघन्य मामलों में बरी कर दिया गया था। गैंगस्टर से नेता बना यह आरोपी मनप्रीत बादल की बनाई गई पार्टी पीपीपी से रामपुरा फूल सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है।
eकिन-किन पर मुकद्दमें दर्ज़
दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति से रोकथाम अधिनियम और अन्य कानूनों की प्रासंगिक धाराओं के तहत उत्तरी जिले के कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया है। एफआईआर में प्राचीन स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों और अवशेष अधिनियम तथा शस्त्र अधिनियम की धाराओं को भी शामिल किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि लाल किला कांड में दीप सिद्धू भी शामिल था।
अलीपुर थाने में योगेंद्र यादव और सात किसान नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, महामारी अधिनियम और आपदा अधिनियम के तहत पुलिस ने मामले को दर्ज़ कर कार्यवाही शुरु कर दी है। इसमें दर्शनपाल सिंह, जगजीत सिंह, राजेंद्र सिंह, गुमान सिंह चडूनी, बलबीर सिंह और सतनाम सिंह का नाम भी शामिल है। दूसरी तरफ गाजीपुर में भाकियू अध्यक्ष राकेश टिकैत और उनके समर्थकों पर भी मुकदमा दर्ज़ कर कार्यवाही शुरु हो गई है।
पुलिस के मुताबिक, हिंसक घटनाओं में शामिल लोगों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। कोतवाली पुलिस ने लाल किला परिसर में हुई हिंसा को लेकर मारपीट, दंगा, लूटपाट, आर्म्स एक्ट, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने एवं प्राचीन महत्व की इमारतों की क्षति की धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मामले को स्पेशल सेल को सौंपने की तैयारी की जा रही है ताकि समग्रता से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
दिल्ली पुलिस सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और हिंसा में भाग लेने वालों पर शिकंज़ा कसने में लग गई है। इस मामले में अब तक 93 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अबतक 25 मुकदमे दर्ज किए हैं और दर्जनों लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
31 जनवरी तक बंद रहेगा लाल किला
गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी से 26 जनवरी तक लाल किले को बंद रखने के आदेश थे। लाल किला परिसर में भड़की हिंसा के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इसे 31 जनवरी तक आगंतुकों के लिए बंद रखने का फैसला किया है।