स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
7 अक्टूबर की तारीख को मनाया जाता है World Cotton Day यानि विश्व कपास दिवस, क्या है इस दिन का महत्व और इसे मनाने की शुरुआत कब, किसके द्वारा, किस उद्देश्य से हुई। जानिए World Cotton Day से जुड़ी महत्त्वपूर्ण बातें।
World Cotton Day यानि विश्व कपास दिवस, जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि कपास की महत्ता के प्रति जागरुकता फैलाने और इसकी खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई होगी। तो आपको बता दें कि विश्व के सबसे बड़े कपास उत्पाद देशों बेनिन, बुर्किना फासो, चाड़ और माली ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से अनुरोध किया था कि कपास के लिए वैश्विक स्तर पर एक दिन निर्धारित कर, विश्व कपास दिवस को सरकारी मान्यता प्रदान की जाए। जिसके बाद WTO यानि वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन द्वारा 7 अक्टूबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र के FAO, UNCTAD, ITC और ICAC यानि अंतर्राष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति के सहयोग से जिनेवा में विश्व कपास दिवस का आयोजन किया गया था, पांच दिवसीय उस समारोह में भारत का नेतृत्व केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने किया था, साथ ही समारोह में आयोजित हुई प्रदर्शनी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की याद में वहां रूई से बनी बापू की एक प्रतिमा भी रखी गई थी।
इस वर्ष पूरी दुनिया तीसरा विश्व कपास दिवस मना रही है। यह दिन पाँच महाद्वीपों में 75 से ज्यादा देशों में उगाए जाने वाले वैश्विक पण्य सामग्री के रूप में कपास के महत्व को पहचानने का अवसर प्रदान करता है, इसलिए ये दिन हर साल एक विशेष थीम यानि विषय के साथ मनाया
जाता है। बीते साल विश्व कपास दिवस की थीम थी Cotton : The Fibre that Moves Me, इस साल यानि 2021 में भी कपास दिवस के लिए एक खास विषय चुना गया है। 2021 में World Cotton Day की थीम यानि विषय है कॉटन फॉर गुड।
कपास के लिए कैलेंडर का एक दिन निर्धारित करने का उद्देश्य है बड़े पैमाने पर कपास का उत्पादन करने वाले देशों और कपास से बनी वस्तुओं के उद्यमियों व व्यापारियों को लाभ पहुंचाना। विश्व कपास दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया की कपास अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करना है क्योंकि कपास दुनिया भर में सबसे कम विकसित, विकासशील और विकसित अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण है। कपड़ा उद्योग के लिए सबसे अहम कपास ही बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी दिलाता है। एक टन कपास 5 से 6 लोगों को सालर्ष भर का रोजगार प्रदान करता है। ऐसे में कपास के तकनीकी विकास को बढ़ावा देना और कपास पर आगे अनुसंधान व विकास को बढ़ावा देना भी इस दिन को मनाने के उद्देश्यों में शामिल है।
जिस विषय के लिए साल का एक दिन वैश्विक स्तर पर निर्धारित है उस कपास के बारे में प्रत्येक को इतनी जानकारी जरूर होनी चाहिए कि, कपास शुष्क-प्रतिरोधी फसल है और विश्व की कृषि योग्य भूमि के सिर्फ 2.1 प्रतिशत हिस्से पर पैदा होने वाली कपास दुनियाभर की कपड़े की जरूरत में 27 फीसद का योगदान देती है। जाहिर तौरपर इसके प्रति जागरुकता और इसके व्यवसाय व उत्पादन को बढ़ाना देने की दिशा में कार्यों में प्रगति भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसलिए विश्व कपास दिवस मनाया जाता है।