कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनाई जा रही वैक्सीन को बड़े पैमाने पर देश भर के लोगों के बीच पहुंचाने का खांका तैयार कर लिया गया है।
केंद्र सरकार की योजना के तहत, जुलाई 2021 तक प्रस्तावित वैक्सीन को कुल 20-25 करोड़ लोगों तक पहुंचाने की प्लानिंग की गई है। केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वॉलिंटियर्स को प्रशिक्षित करने और वैक्सीनेशन कैंपेन की पूरी योजना बनाने पर काम शुरू हो गया है।
सबसे पहले यह वैक्सीन विभिन्न राज्यों के उन लोगों तक पहुंचाई जाएंगी जहां प्रियॉरिटी के साथ वैक्सीन की जरूरत है। वैक्सीन को लेकर सबसे पहली प्राथमिकता उन स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी, जो कि लगातार बीमारी के बीच रहते हुए कोरोना जैसे संकट से लोगों की देखभाल कर रहे हैं। इसमें सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिक्स, सैनिटरी स्टाफ, आशा वर्कर्स, सर्विलांस ऑफिसर्स और टेस्टिंग से लेकर ट्रीटमेंट तक का काम कर रहे हेल्थ वर्कर्स शामिल होंगे। इन सभी को वैक्सीन कैसे पहुंचाई जाएगी, इसकी योजना का फाइनल प्लान अक्टूबर के अंत तक तैयार कर लिया जाएगा।
COVID-19: जुलाई 2021 तक देश में 25 करोड़ लोगों को वैक्सीन मुहैया कराएगी सरकार
दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी का कहर जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसके साथ कोरोना की वैक्सीन खोजने में भी तेजी लाई गई है। भारत में भी कोरोना की वैक्सीन पर काम चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया पर संडे संवाद कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत में तीन ऐसी दवाएं हैं जो कि फेज 2 या फेज 3 के ट्रायल स्टेज में हैं और इन सभी के सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे हैं। इसमें भारत बायोटेक-आइसीएमआर की कोवैक्सिन(Covaxin), जायडस कैडिला की जाइकोव-डी और ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन है। भारत में बड़े पैमाने पर अलग-अलग कोरोना वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं।
सरकार ने संकेत दिए हैं कि वैक्सीन बनाने का काम 2021 की शुरुआत तक पूरा हो जाएगा। हालांकि सारे अप्रूवल देने का काम तभी खत्म होगा, जबकि ट्रायल से जुड़े डेटा का गहन अध्ययन कर लिया जाए। वहीं वैक्सीन के आने की सुगबुगाहट से पहले इसके डिस्ट्रीब्यूशन के लिए नीति आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बड़ी टीमें पूरा प्लान तैयार करने में जुटी हैं। इसके लिए वैक्सीन के बड़े स्तर पर उत्पादन से लेकर इसे आम लोगों तक पहुंचाने तक सभी योजनाओं पर गहन मंथन हो रहा है।
वैक्सीन के बाजार में आने और लोगों के बीच पहुंचने के मुद्दे पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की प्रोक्योरमेंट का काम सेंट्रलाइज्ड मैकेनिज्म के जरिए किया जाएगा। इसके अलावा इसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग भी होगी, जिससे कि ब्लैक मार्केटिंग जैसी चीजें रोकी जा सकें।
उन्होंने साथ ही कहा कि हमारा मोटा अनुमान और लक्ष्य है कि जुलाई 2021 तक इस खुराक से देश के लगभग 25 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा सकेगी