Bihar Assembly Election 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 23 अक्तूबर को बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर मगध-शाहाबाद-भागलपुर (गया, सासाराम, भागलपुर) से शुरू हो रही रैली वाकई देखने योग्य होगी। मोदी के घोर विरोधी भी यह देखने को आतुर होंगे की पीएम किस अंदाज़ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए वोट मांगेगे। वैसे तो प्रधानमंत्री हर राज्य के चुनाव में ही दिलचस्पी लेते हैं पर बिहार में आने वाले चुनाव को लेकर जनता में उत्सुकता बहुत ज्यादा है। पिछले चुनावों में नीतीश के खिलाफ जमकर बोलने वाले नरेंद्र मोदी इस बार उन्हीं के लिए वोट मांगने वाले है।
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की एक दर्जन साझा रैलियों की घोषणा से यह साफ है कि भाजपा ने लोजपा का सहारा ना बनने का फैसला कर लिया है। दरअसल, बीजेपी का साथ किसके साथ- नीतीश या चिराग, के भ्रम को दूर करने के लिहाज से पीएम-सीएम की साझा रैलियों की घोषणा की गई है।
नरेंद्र मोदी के प्रचार में शामिल होते ही चुनावी माहौल आक्रामक होने की उम्मीद है। मोदी चार दिन जनता को रिझाने के लिए चुनावी रण में होंगे। 23 अक्तूबर को सासाराम, गया और भागलपुर से रैली का आगाज करेंगे। पहले चरण के मतदान के दिन, 28 अक्तूबर, वह दूसरे चरण की चुनाव क्षेत्र में जनता से नीतीश के लिए अपील करते दिखेंगे। इसी तरह तीन नवंबर को जब दूसरे चरण के लिए 94 सीटों पर मतदान हो रहा होगा, तो पीएम मोदी तीसरे चरण के चुनावी दंगल में प्रचार करते नजर आएंगे।
पीएम की पहली चुनावी रैली सासाराम को लेकर यह माना जा रहा है कि पीएम, रैलियों से मतदाताओं के भ्रम को दूर करेंगे। हाल के दिनों में यह महसूस किया गया है कि इस इलाके के वोटर कुछ संशय में हैं। ये वो सीट है जहां से भाजपा के पूर्व विधायक और अब निष्कासित रामेश्वर चौरसिया लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है लेकिन इस बार यह जनता दल यूनाइटेड के खाते में गई है।
कुल मिला कर प्रधानमंत्री बिहार में 12 रैलियां करेंगे। सासाराम के बाद गया और भागलपुर में रैली करेंगे। 28 अक्टूबर को दरभंगा में इसके बाद इसी दिन पीएम मोदी पटना में दो रैली करेंगे।
1 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी छपरा, मोतिहारी और समस्तीपुर में रैलियां करेंगे। 3 नवंबर को फोरबिसगंज, सहरसा, बेतिया में प्रधानमंत्री की रैलियां होंगी.