बिहार में विधानसभा चुनाव होनें हैं। बरसों से बिहार के राजनीतिक पटल पर उठा-पटक के पैंतरे चलने वाली पार्टियों के बीच एक नाम ऐसा है जो चर्चा में है। अक्सर काले कपड़ों में दिखने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है. प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने घोषणा की है कि वह बांकीपुर विधानसभा सीट से लड़ेंगी. वह दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगी, जिसमें एक क्षेत्र मगध और दूसरा मिथिला होगा
पुष्पम प्रिया चौधरी ने नीतीश कुमार के साथ ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी चुनौती दी है। फेसबुक के जरिए अपने समर्थकों को दी जानकारी में पुष्पम प्रिया ने और कहा कि वह अपने-अपने गठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार को उनके खिलाफ बांकीपुर से चुनावी मैदान में उतारें। उन्होंने कहा कि मैं जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद से गुजारिश करती हूं और सम्मान पूर्वक चुनौती देती हूं कि वे अपने-अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवारों को पटना की इस ऐतिहासिक सीट से उतारें।
यानि की छह माह पहले तक जिस बिहार में नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी यादव, रामविलास पासवान, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी जैसे नेताओं से आप उम्मीद लगाये बैठे थे, वहां एक और नाम है जो बहुत ही तेज़ी से अखबारों से लेकर सड़कों तक छाने को तैयार है। कुछ महीने पहले ही इन्होंने अपनी एक पार्टी बनाई ‘प्लूरल्स’ और सीधे ही खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी घोषित कर दिया।
आइये आपको बताते हैं कौन हैं पुष्पम प्रिया चौधरी?
राजनीति इनके खून में है। दरभंगा जिले की रहने वाली पुष्पम जेडीयू(JDU) नेता और पूर्व MLC विनोद चौधरी की बेटी हैं। लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री लेकर लौटी पुष्पम, प्लूरल्स पार्टी की मुखिया हैं। बेहद ही सधे अंदाज़ में, बाकायदा अखबारों में विज्ञापन देकर पुष्पम ने अपनी पार्टी के बारे में बिहार की जनता को जानकारी दी और खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी बताया।
इनकी पार्टी का लोगो है पंख लगा हुआ घोड़ा। ग्रीक मिथक के अनुसार ऐसे घोड़ के पेगासस के नाम से जाना जाता है। इस घोड़े की खूबी है कि वो ज़मीन पर दौड़ने के साथ-साथ आसमान में उड़ भी सकता था। इसे शक्ति और तीव्रता का प्रतीक माना गया है। इस पंख लगे घोड़े के लोगो से वो बिहार में विकास की बयार लाने की बात कर रही हैं। वह बिहार को भी इसी तरह के पंख लगाकर विकास की उड़ान देने का वादा और दावा कर रही हैं।
महज़ कुछ महीने पहले, मार्च के महीने में अपने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत, पुष्पम प्रिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से की। बिहार में कृषि क्रांति, औद्योगिक क्रांति और नगरीय क्रांति की एक नई इबारत लिखने का दावा करती पुष्पम प्रिया ने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत के दौरान भी कहा था कि ‘प्लूरल्स’ पार्टी का प्लान एकदम साफ है, वैश्विक शिक्षा और जमीनी अनुभव की साझेदारी।
बिहार की जमीन पर एक पढ़ी-लिखी, विदेश से शिक्षा प्राप्त और युवा कैंडिडेट हैं पुष्पम प्रिया। इनके पास राजनीतिक विरासत जरूर है लेकिन उनका कोई सियासी अनुभव नहीं है। हालांकि पुष्पम के पिता विनोद चौधरी नीतीश के करीबी हैं इस लिहाज से सीएम कैंडिडेट बनकर चुनाव में खड़े होने और सीधे-सीधे नीतीश को चुनौती देने पर विनोद चौधरी से भी कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं।
पुष्पम प्रिया ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी इस चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। युवाओं और शिक्षित उम्मीदवारों को आगे लाने और राजनीति से जोड़ने पर काम कर रही हैं ‘प्लूरल्स’ पार्टी की मुखिया पुष्पम प्रिया चौधरी। उनका चुनावी एजेंडा सिर्फ एक है बिहार में विकास लाना। बिहार के जिले-ज़िले और गांव-गांव दौरा कर रही पुष्पम लगातार लोगों से मिल रही हैं और उन्हें अपनी नई पार्टी के मिशन के बारे में समझाने की कोशिशें कर रही हैं। बिहार को गति चाहिए, बिहार को पंख चाहिए, बिहार को बदलाव चाहिए. क्योंकि बिहार को बेहतर मिलना चाहिए और बेहतर संभव है. बेमतलब की पॉलिटिक्स छोड़ो, प्लूरल्स से जुड़ो ताकि 2020 में बिहार दौड़ सके, उड़ सके.