नई दिल्ली: कोरोना के इलाज के लिए पाउडर फॉर्म में तैयार की गई DRDO की एंटी कोविड ड्रग 2DG कल लॉन्च कर दी गई है और 10 हजार डोज का पहला बैच कल इमरजेंसी यूज के लिए रिलीज कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि कोविड संक्रमितों के इलाज में 2-DG दवा, गेमचेंजर साबित हो सकती है। DRDO ने भी इस दवा को लेकर दावा किया है कि इस दवा से मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता कम होगी और इस दवा के इलाज से मरीज 2-3 दिन पहले ठीक होगा यानि अस्पताल से मरीजों को जल्द छुट्टी मिलेगी। जाहिर है दोनों की दावों के सही साबित होने पर चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का बोझ कम होगा, क्योंकि अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी की जो समस्या सिर दर्द बनी हुई है, उससे निजात मिलेगी। ये दवा पाउडर के रूप में है जो पानी में घोलकर मरीजों को दी जाएगी। ये दवा वायरस संक्रमित कोशिकाओं में जमा होकर वायरस को मिलने वाली एनर्जी को बंद कर देती है और वायरस को एनर्जी नहीं मिलती तो बॉडी में नए वायरस बनना बंद हो जाते हैं। इस दवा को लेकर एक अच्छी बात ये है किये ऐसे रसायन से बनी है जिस पर पेटेंट नहीं है, ऐसे में जेनरीक होने की वजह से कम दाम पर भरपूर दवा बनाई जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसकी 10 हजार डोज बनकर तैयार हो गई है। इस दवा की खास बात ये है कि ये पाउडर के रूप में पैकेट में आती है और इसे पानी में घोल कर पीना होता है।
डोज, कीमत और साइड इफेक्ट्स
INMAS के वैज्ञानिक डॉ. सुधीर चंदना के मुताबिक, यह दवा एक सैशे के रूप में उपलब्ध होगी। ORS की तरह ही इसका घोल बनाकर पीना होगा। यह दवा दिन में दो बार लेनी होगी। डॉ. चंदना ने बताया कि कोविड-19 मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए 5 से 7 दिन तक यह दवा देनी पड़ सकती है। दवा की कीमत फिलहाल तय नहीं हुई है। दवा किफायती हो, इसका ध्यान रखा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, एक सैशे की कीमत 500 से 600 रुपये के बीच हो सकती है।
ट्रायल के दौरान, सामान्य और गंभीर मरीजों पर इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया।