7 जून की तारीख को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन को मनाने की जरूरत क्यों पड़ी होगी, ये सवाल यदि आपके जहन में आए, तो खाने की थाली में बर्बाद होने वाले भोजन को देखिएगा, जवाब खुद मिल जाएगा। खैर, इस दिन को किस उद्देश्य से मनाया जाता है, और खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत कब हुई। जानिए इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
रोटी, कपड़ा और मकान इंसान की तीन आधारभूत जरूरतें हैं, जिनमें रोटी यानि भोजन महत्वपूर्ण है, लेकिन विडंबना ही तो है कि कहीं लोग इस भोजन की पूर्ति के लिए जीतोड़ मेहनत करते हैं तब जाकर दो जून की रोटी का जुगाड़ कर पाते हैं और कहीं, इतना अथाह भोजन होता है कि व्यक्ति इसके महत्व को ही बिसार देता है। अन्न की ऐसी बर्बादी को रोकने और लोगों को दूषित भोजन के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से साल का एक दिन खाद्य सुरक्षा के नाम समर्पित किया गया।
साल 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से इस दिन को मनाने की घोषणा की गई, और विश्व खाद्य दिवस मनाने के लिए 7 जून की तारीख का चुनाव हुआ और साल 2019 में पहला World food safety day मनाया गया। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगो को जागरूक करना जो दूषित भोजन के सेवन की वजह से कई तरह की बीमारियों का शिकार होते हैं।
वैसे कोरोना महामारी के इस विटक समय में लोग इतना तो समझ ही गए होंगे कि स्वच्छ और पौष्टिक भोजन स्वस्थ बने रहने के लिए कितना जरूरी है, खाद्य सुरक्षा भी यही निर्धारित करती है कि विश्वभर की आवाम को स्वस्थ जीवन जीने के लिए पेटभर स्वच्छ-संतुलित आहार मिले, लेकिन दुख की बात ये है कि विश्व में कई ऐसे देश हैं जहां लोगों को संतुलित, पौष्टिक आहार नहीं मिलता, ऐसे लोग दूषित भोजन के सेवन से बीमारियों का शिकार हो रहे हैं जो कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों पर नजर डालें तो दूषित भोजन के सेवन से हर 10 में से एक व्यक्ति बीमार पड़ता है, विश्वभर में दूषित भोजन खाने से बीमार होने वाले लोगों की ये संख्या करीब 60 करोड़ से ऊपर है, जिनमें से 30 लाख से ज्यादा लोग दूषित भोजन के सेवन के चलते अपनी जान गंवाते हैं। इन आंकड़ों में सुधार के लिए बेहद जरूरी है कि लोग इश विषय के प्रति जागरुक बनें।
खाद्य सुरक्षा दिवस के दिन पौष्टिक भोजन के महत्व को समझाने और खाद्य सुरक्षा के विषय से अवगत कराने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, और हर साल एक स्पेशल थीम के साथ इस दिन वो विश्वभर में मनाया जाता है, ताकि विश्वभर की आवाम को ये समझाया जा सके, कि पेट की भूख शांत करने के लिए कुछ भी खाने को नहीं बल्कि, पौष्टिक खाने को तवज्जो देनी चाहिए तभी हम खुद को बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
इस साल यानि 2021 में World Food Safety Day की थीम यानि विषय भोजन की गुणवत्ता पर जोर देते हुए Safe Food Today for a Healthy Tomorrow रखा गया है यानि “स्वस्थ कल के लिए आज का सुरक्षित भोजन”। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस की ये तीसरी वर्षगांठ है, बीते साल भी कोरोना महामारी के चलते खाद्य सुरक्षा से संबंधित तमाम कार्यक्रम ऑनलाइन किए गए थे, और इस साल भी महामारी के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन ऑनलाइन ही किया जा रहा है।