1- देश में रोजाना मिलने वाले कोविड संक्रमितों की संख्या में दो दिन आई थोड़ी गिरावट के बाद कल फिर संक्रमितों की संख्या में थोड़ी बढ़त देखी गई, कल 24 घंटे में देशभर में 3 लाख 48 हजार 417 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 4 हजार 198 लोगों की जान गई है। हालांकि राहत की बात यही रही कि संक्रमितों से ज्यादा संख्या ठीक होने वाले लोगों की है, बीते 24 घंटे में 3 लाख 55 हजार 282 लोग ठीक हुए हैं। बात करें सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य महाराष्ट्र की तो महाराष्ट्र में कल 40 हजार 956 नए मामले मिले तो वहीं 793 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई। कर्नाटक मे कल 39 हजार 510 नए कोरोना संक्रमित मिले और 24 घंटे में राज्य में 480 लोगों की मौत हुई। कर्नाटक में भले कल कुछ संक्रमित महाराष्ट्र की तुलना में कम रहे हों, लेकिन कर्नाटक में जितनी तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ी है उसके बाद कर्नाटक 20 लाख से ज्यादा संक्रमितों वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है, पहले नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां करीब 52 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं एक्टिव केसों के मामले में भी अब महाराष्ट्र, कर्नाटक से पीछे है, अब देश में सबसे ज्यादा 5.87 लाख एक्टिव केस कर्नाटक में हैं जबकि महाराष्ट्र में 5.59 लाख एक्टिव केस हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में 29 हजार 272 नए मामले सामने आए जबकि 298 लोगों की जान गई। वहीं उत्तर प्रदेश में कल 20 हजार 445 लोग संक्रमित पाए गए और 301 लोगों की मौत हुई। । पश्चिम बंगाल में कल एक दिन में सबसे ज्यादा 20 हजार 136 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई जबकि देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को 12 हजार 481 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए और 347 की संक्रमण के चलते मौत हुई। इसके अलावा छत्तीसगढ, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी 24 घंटे में मिलने वाले संक्रमितों की संख्या 10 हजार के करीब और इससे ऊपर रही।
2- देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच राष्ट्रीय स्तर पर नए संक्रमितों की संख्या में गिरावट को देखते हुए सरकार ने मंगलवार को टेस्टिंग से जुड़े नियमों में कुछ छूट दी हैं। एक तरफ जहां कुछ राज्यों में बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोविड टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है तो वहीं, संक्रमितों की संख्या में आ रही कमी के बाद सरकार ने कोविड टेस्टिंग से जुड़ी शर्तों में बदलाव करते हुए कहा है कि अब एक से दूसरे राज्य में जाने से पहले RT-PCR टेस्ट कराना जरूरी नहीं होगा। वहीं अगर पांच दिन तक बुखार नहीं आया तो मरीज को बिना टेस्ट ही डिस्चार्ज मिल सकेगा। मंगलवार को प्रेस कॉन्फेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 18 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में रोजाना आ रहे संक्रमितों की संख्या घट रही है, जबकि देश में 13 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा एख्टिव केस हैं, इसके अलावा 6 राज्यों में 50 हजार से 1 लाख के बीच और 17 राज्यों 50 हजार से एक्टिव केस हैं। कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पंजाब, असम, जम्मू और कश्मीर, गोवा, हिमाचल प्रदेश, पुदुचेरी, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में जहां रोजाना आ रहे कोविड संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है तो वहीं, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना, चंडीगढ़, लद्दाख, दमन और दीव, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार में रोजाना नए मामलों में कमी देखी जा रही है। साथ ही महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार और गुजरात में भी हर दिन आ रहे नए संक्रमितों की गिनती में गिरावट आ रही है।
3- देश में कोरोना के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना ब्रिटेन दौरा रद्द किया है। प्रधानमंत्री मोदी को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की ओर से 11-13 जून के बीच कॉर्नवेल में होने वाली G-7 समिट में शामिल होने के लिए खास तौर पर आमंत्रित किया था, पीएम इस आमंत्रण को स्वीकारते हुए ब्रिटेन दौरे पर जाने वाले थे, जहां उन्हें G-7 समिट में हिस्सा लेना था लेकिन देश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए उनका ये दौरा रद्द किया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
4- मंगलवार को गोवा के एक सरकारी अस्पताल में 26 मरीजों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। GMCH हॉस्पिटल में हुई इन मौतों को लेकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और हेल्थ मिनिस्टर विश्वजीत राणे के बीच तल्खी बढ़ गई है और विश्वजीत राणे ने मरीजों की मौत की वजह का पता लगाने के लिए हाईकोर्ट से जांच की मांग की है। राणे का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है वहीं मरीजों की मौत की वजह भी साफ नहीं की गई गई हैं लेकिन दूसरी तरफ मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अस्पताल का दौरा किया और कहा है कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, वार्ड तक ऑक्सीजन सप्लाई के बीच अंतर से मरीजों को दिक्कत हुई है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि सोमवार को यहां मेडिकल ऑक्सीजन के 1200 बड़े सिलेंडर की जरूरत थी, लेकिन केवल 400 की ही आपूर्ति की गई। अगर मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की कमी है तो इस कमी को दूर करने के लिए चर्चा की जानी चाहिए, साथ ही हाईकोर्ट को मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच
करानी चाहिए।
5- हाल ही में FLCCC यानि फ्रंट लाइन कोविड-19 क्रिटिकल केयर अलायंस के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन की समीक्षा के दौरान वैज्ञानिकों ने आइवरमेक्टिन नाम की दवा को कोरोना संक्रमण के इलाज में कारगर बताया था जिसके आधार पर गोवा सरकार ने सोमवार को राज्य में इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी भी दे दी थी लेकिन अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दवा के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस दवा को कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल करना सही नहीं है। WHO की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने मंगलवार को ट्वीट किया Safety and efficacy are important when using any drug for a new indication. @WHO recommends against the use of ivermectin for #COVID19 except within clinical trials यानि किसी नई बीमारी के लिए दवा का इस्तेमाल करते समय सुरक्षा और प्रभावकारिता का ध्यान रखना जरूरी होता है। क्लिनिकल ट्रायल के अलावा आइवरमेक्टीन को फिलहाल सामान्य रूप के कोविड के मरीजों के लिए प्रयोग में लाना सही नहीं है।
6- देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और दवाओं व ऑक्सीजन की कमी के बीच लोगों में असुरक्षा और भय घर कर रहे हैं। जिसके चलते लोग गलत कदम उठा रहे हैं, ऐसा ही एक मामला सामने आया हरियाणा में रेवाड़ी जिले के रामपुरा थाने में, जहां एक फौजी के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। इस फौजी पर आरोप है कि कोरोना संक्रमित भाई को ऑक्सीजन न मिल पाने पर उसने एक वीडियो वायरल किया, जिसमें फौजी ने कहा है कि उसके छोटे भाई के लिए रेवाड़ी में कहीं भी ऑक्सीजन न मिलने पर उसे गुरुग्राम से 70 हजार रुपए में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदा। अपनी बेबसी बताने के बाद इस फौजी ने गुरुग्राम लोकसभा सीट के BJP सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और उनके परिवार को गोली मारने की धमकी दी है। वीडियो वायरल होने पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के निजी सचिव विक्रम सिंह ने गांव के थाने में इसकी शिकायत की। शिकायत के आधार पर रामपुरा थाने की पुलिस ने IT एक्ट और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। कोरोना से भयावह होती स्थिति लोगों को मानसिक तौर पर कमजोर कर रही है, जिससे वे अपनी जान लेने जैसे कदम भी उठा रहे हैं। आईआईटी कानपुर के असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, उनकी पत्नी का कहना है कि कुछ दिन पहले उनके डेढ़ साल का बेटा कोरोना पॉजिटिव हुआ था जिसकी वजह से वे डिप्रेशन में थे।
7- एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के पूर्व असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे के खिलाफ अब एक बड़ा एक्शन लेते हुए सचिन वझे को सेवा से बरखास्त कर दिया गया है। ग्रेटर मुंबई के पुलिस कमिश्नर की ओर से मंगलवार को जारी एक आदेश में इसकी पुष्टि की। सचिन वझे को बर्खास्त करने के लिए गृह विभाग ने मुंबई पुलिस से सिफारिश की थी। मुंबई पुलिस ने सचिन वाझे की बर्खास्तगी की प्रक्रिया अप्रैल महीने में ही शुरू कर दी थी। सचिन वझे के खिलाफ आईपीसी की धारा 285, 465, 473, 506(2), 120 B के तहत केस दर्ज किया गया है।
8- महाभारत (Mahabharat) में भीष्म पितामह का किरदार निभाने वाले मशहूर अभिनेता मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) के मौत की अफवाह से उनके फैंस सकते में आ गये। मंगलवार को सोशल मीडिया पर उनके निधन की खबर तेजी से वायरल हुई। हालांकि, यह खबर महज अफवाह निकली। बता दें कि आपके चहेते शक्तिमान पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनके निधन की खबरें झूठी हैं। मुकेश ने एक वीडियो शेयर कर कहा, ‘भाई मैं ये बताने के लिए आपके सामने आया हूं कि मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं। मुझे इस अफवाह को खंडन करने को कहा गया है और मैं ये खंडन करता हूं। इसके साथ ही मैं निंदा करता हूं जो लोग ऐसे खबरों को फैला देते हैं। यही सोशल मीडिया का दिक्कत है।’ पिछले दिनों गायक लकी अली को लेकर भी ऐसी ही अफवाह उड़ी थी।
9- महाराष्ट्र में कोवैक्सीन टीकों की कमी के चलते राज्य सरकार ने कहा है कि 18 से 44 साल तक के लोगों को कोवैक्सीन का टीका फिलहाल नहीं लग सकेगा। राज्य सरकार बचे हुए कोवैक्सीन का इस्तेमाल 45 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को टीका लगाने के लिए करेगी। यानि की फिलहाल महाराष्ट्र में टीकाकरण कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। टीकों की उपलब्धता जैसे ही होगी, दोबारा बाकी लोगों का भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ”18 से 44 साल के लोगों के लिए फिलहाल टीकाकरण इसलिए रोका गया है क्योंकि हामारे पास कोवैक्सीन का स्टॉक नहीं है. इस फैसले के बाद 18-44 साल के आयु वर्ग के लिए मौजूद कोवैक्सीन के स्टॉक का इस्तेमाल 45 साल से ऊपर वालों के लिए1 किया जाएगा.”
10- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना महामारी के दौरान पार्टी की ओर से चलाए जा रहे राहत कार्यों में तालमेल के लिए मंगलवार को कोरोना राहत टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स की ज़िम्मेदारी पार्टी के अनुभवी नेता गुलाम नबी आजाद को सौंपी गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में 13 सदस्यीय ‘कोविड-19 रिलीफ टास्क फोर्स’ का गठन किया गया है, जिसमें प्रियंका गांधी, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास के अलावा अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, पवन कुमार बंसल, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, अजॉय कुमार, पार्टी प्रवक्ता पवन खेरा, गुरदीप सिंह सप्पल, मनीष चतरथ का नाम शामिल है। आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के ‘असंतुष्ट’ कहे जाने वाले समूह जी-23 के सबसे प्रमुख नेता हैं।