1- तीन दिन थोड़ी कमी के बाद कल से कोरोना संक्रमण के नए मामलों में फिर से उछाल आया है। कल 24 घंटे में 4 लाख 12 हजार से ज्यादा नए मामले आए जो पूरी दुनिया में 24 घंटे में आने वाले अब तक के सबसे ज्यादा मामले हैं, और ज्यादा चिंता की बात ये है कि बीते दो दिनों के मुकाबले टेस्ट कम होने के बाद भी संक्रमितों की संख्या ज्यादा रही है, वहीं इस दौरान रिकॉर्ड 3 हजार 980 लोगों की मौत हुई। हालांकि अच्छी बात ये रही कि इस दौरान 3 लाख 30 हजार से ज्यादा मरीजों ने संक्रमण को मात दी और स्वस्थ हुए। कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कल 24 घंटे में 57 हजार 640 नए मामले सामने आए जबकि इस बीच राज्य में 920 संक्रमितों की मौत हुई। महाराष्ट्र के बाद अब केरल और कर्नाटक में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है, कल कर्नाटक में पहली बार संक्रमण 50 हजार 112 नए मामले दर्ज हुए और 346 लोगों की मौत हुई। उत्तर प्रदेश में भी कल 31 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिले तो 353 लोगों की मौत हुई। देश की राजधानी दिल्ली में कल 24 घंटे में 20 हजार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए और यहां 24 घंटे में 311 लोगों की मौत हुई।
2- देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है, लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौतों में फिलहाल कोई खास कमी नजर नहीं आ रही, न ही इससे निपटने के कारगर इंतजाम हो पा रहे हैं, इसी बीच केन्द्र सरकार ने वायरस की तीसरी लहर की भी चेतावनी दे दी है। बुधवार को कोरोना की स्थिति को लेकर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विजय राघवन ने बताया कि दूसरी लहर में वायरस का संक्रमण अपने सबसे ऊंचे स्तर पर है और कोरोना की तीसरी लहर भी जरूर आएगी, तीसरी लहर कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी ये अभी नहीं बताया जा सकता लेकिन हमें इसकी तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा। विजय राघवन ने कहा कि कोरोना के नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। जिन्होंने संक्रमण की रफ्तार बढ़ाई है और जिस तरह से वायरस बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तीसरी लहर तय है, जिसे कोई रोक नहीं सकता। देश में कोरोना संक्रमण की पहली लहर का पीक बीते साल सितंबर में आया था जब 16 सितंबर को रिकॉर्ड 97 हजार 860 मामले सामने आए थे और इसके बाद केस लगातार घटते गए और फरवरी 2021 में सबसे कम 8 हजार 715 संक्रमित मिले। फिर दूसरी लहर की शुरुआत हुई मार्च 2021 में जब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 मार्च 2021 को 12 हजार 270 हो गई और फिर महज 2 महीने में यानि 30 अप्रैल तक संक्रमण के मामलों ने 4 लाख का आंकड़ा पार किया। दूसरी लहर के पीक को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसी महीने दूसरी लहर पीक पर होगी और फिर जून में संक्रमितों की संख्या में कमी आनी शुरु हो जाएगी।
3- दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई की निगरानी करने वाले केन्द्रीय अफसरों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा जारी किए गए कंटेंप्ट यानि अवमानना नोटिस पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी, इन अधिकारियों के खिलाफ हाईकोर्ट ने अवमानना नोटिस इसलिए जारी किया क्योंकि सख्त निर्देशों के बाद भी दिल्ली को तय मात्रा में ऑक्सीजन मुहैया नहीं कराई गई, हालांकि केन्द्र ने हाईकोर्ट के इस नोटिस को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जहां सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगाते हुए कहा कि अधिकारियों को जेल भेजने से ऑक्सिजन नहीं आएगा। हमें लोगों के जीवन को बचाना है। सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र से सवाल किया कि दिल्ली को ऑक्सीजन मुहैया कराने पर प्लान बताएं कि कहां से और किस तरह से 700 मीट्रिक टन ऑक्सिजन की सप्लाई सुनिश्चित होगी। सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र से आज सुबह 10.30 बजे तक दिल्ली को रोज 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने का प्लान बताने को कहा है। कोर्ट ने केन्द्र से कहा है कि प्लान में बताया जाए कि ऑक्सिजन सप्लाई का स्रोत क्या है, ट्रांसपोर्टेशन कैसे होगा और दिल्ली के लिए 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई के आदेश पर किस तरह से अमल होगा। अदालत ने साफ कहा है कि केंद्र सरकार को निर्देश के मुताबिक हर हाल में रोजाना दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सिजन देना पड़ेगा। आज इसे लेकर दोबारा सुनवाई होगी।
4- बेंगलुरु के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस की एक टीम ने कोरोना के मौजूदा आंकड़ों पर स्टडी की है। जिसमें इस टीम ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में देश में कोरोना से होने वाली मौतों की गिनती बढ़कर दोगुनी हो सकती है। इस टीम ने गणितीय मॉडल के जरिए विश्लेषण कर ये आशंका जाहिर की है कि अगर कोरोना संक्रमण इसी रफ्तार से फैलता रहा तो 11 जून तक भारत में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 4 लाख के पार होगा। आपको बता दें कि देश में अबतक कोरोना से सवा दो लाख से ज्यादा लोग अपनी जिंदगी खो चुके हैं। बेंगलुरु के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस की इस टीम द्वारा की गई स्टडी से अलग वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की हेल्थ मैट्रिक्स ऐंड इवेल्यूएशन इंस्टिट्यूट ने भी अपने विश्लेषण में ऐसी ही आशंका जताई है। इस स्टडी के आधार पर कहा है कि जुलाई के आखिरी तक भारत में कोविड संक्रमण से मरने वालों की संख्या 10 लाख के पार हो सकती है। वहीं ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन आशीष झा का कहना है कि अगले 4 से 6 सप्ताह भारत के लिए बहुत मुश्किल हो सकते हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
5- कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच देश में बेकाबू हुए हालात को सुधारने के लिए सरकार ने एक और दवा के इसमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। Roche India ने बुधवार को बताया कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने भारत में कोरोना मरीजों के लिए इलाज के लिए एंटीबॉडी कॉकटेल को आपातकालीन मंजूरी दे दी है। इस एंटीबॉडी कॉकटेल का इस्तेमाल कोविड-19 के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों के इलाज में किया जाता है। कंपनी ने बताया कि भारत में कासिरिविम्ब और इमदेवमब एंटीबॉडी के मिश्रण के इस्तेमाल की मंजूरी अमेरिका में EUA के लिए जमा आंकड़ों और यूरोपीय यूनियन के ह्यूमन क्लीनिकल प्रोडक्ट के इस्तेमाल की समिति (CHMP) के वैज्ञानिकों की राय के आधार पर दी गई है। Roche India के एमडी वी सिम्पसन एमैुनुएल ने बुधवार को कहा कि भारत में संक्रमितों की बढ़ती गिनती के बीच रोशे कंपनी प्रतिबद्धता जाहिर करती है कि मरीजों के हॉस्पिटलाइजेशन और हेल्थकेयर सिस्टम से दबाव घटाने में हम हर संभव कोशिश करेंगे।