बंगाल चुनाव में टीएमसी ने जबरदस्त जीत का प्रदर्शन किया, तो भाजपा के लिये यह चुनाव खट्टे-मीठे दोनों किस्म के अनुभव से भरा रहा। लेफ्ट का सूपड़ा साफ हो गया है तो कांग्रेस के लिए इससे शर्मनाक हार नहीं हो सकती। ना सिर्फ बंगाल बल्कि बाकी के चार राज्यों में, जहां चुनाव हुए हैं, कांग्रेस के लिए मुंह छुपाने जैसी हालत हो गई है। लेकिन ताज्जुब तो यह है कि कांग्रेस को अपने विस्तार और भविष्य के बारे में कोई चिंता नहीं सता हैं। क्या कांग्रेस सुसाइडल मोड में आ चुकी है। कभी देश की सर्वोत्तम पार्टी रही कांग्रेस को खुद का घटता जनाधार भी नजर नहीं आ रहा है।