सेना दिवस शुक्रवार को इंडियन आर्मी ने एक ऐसा नज़ारा पेश किया जिसे देख दुश्मन के होश उड़ जाएं। आर्मी डे परेड के मौके पर आर्मी ने दिखाया कि कैसे ड्रोन बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के दुश्मन के ठिकानों को सटीक निशाना बना सकते हैं। एक साथ कई ड्रोन को आकाश में उड़ते देख यही लगेगा कि वो पक्षियों का झुंड है। लेकिन करीब से देखने पर यह ससझ आता है कि वो भारतीय सेना के लड़ाकू ड्रोन हैं जो दुश्मन सेना को नेस्तनाबूत करने की ताकत रखते हैं। कई ड्रोन के मिलकर एक मिशन को अंजाम देने के इस सिस्टम को ड्रोन स्वॉर्मिंग कहते हैं। दिल्ली में सेना दिवस परेड में सेना के 15 से अधिक झुंड ड्रोन ने पहली बार सार्वजनिक रूप से उड़ान भरी। भारतीय सेना के ये ड्रोन दुश्मन की रेखाओं के पार 50 किमी तक प्रवेश कर भंयकर तबाही मचाने का दम रखते हैं। ऐसा करने में ड्रोन ऑपरेटर्स को कोई खतरा नहीं है। वो सुरक्षित रूप से छिपे रह सकते हैं। यह नई तकनीक युद्ध के पूरे परिवेश को बदल सकती है।
अमेरिका, चीन, रूस और कुछ यूरोपीय देश अपने ड्रोन स्वार्मिंग स्ट्राइक तकनीक को विकसित करने की प्रक्रिया में हैं। भारत सरकार मेक इन इंडिया कार्यक्रम के हिस्से के रूप में ड्रोन के तकनीक को विकसीत कर रही है।
सेना के इस प्रदर्शन में 75 ड्रोन शामिल थे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए यह ड्रोन बिना किसी मानव हस्तक्षेप के दुश्मन का खात्मा कर सकते हैं। इस तकनीक की खास बात है कि इस सिस्टम में इस्तेमाल हो रहे सारे ड्रोन एक दूसरे से कम्युनिकेट करते हैं और मिलकर मिशन को अंजाम देते हैं।
ड्रोन स्वार्मिंग के इस प्रदर्शन में मदर ड्रोन सिस्टम तकनीक भी शामिल है। इसका मतलब है कि हर मदर ड्रोन से चार चाइल्ड ड्रोन निकल सकते हैं जो अलग-अलग निशाने पर पहले से ही सेट किये होते हैं। चाइल्ड ड्रोन अपने-अपने टारगेट पर निशाना लगाते हैं। इंडियन आर्मी ने बताया कि इन ड्रोन्स का इस्तेमाल पैरा ड्रॉपिंग के लिए भी किया जा सकता है। ये ड्रोन सामान लेकर खुद लैंड होने की क्षमता रखते हैं। लैंडिंग के साथ ही ड्रोन बंद हो जाता है। और अगर उस ड्रोन से कोई दूसरा सामान भेजना है तो सैनिक उसमें सामान को लोड कर सकता है। ऐसा करते ही ड्रोन ऑटोमेटिक स्टार्ट हो जाएगा और अपनी मंजिल की ओर निकल पड़ेगा। भारतीय सेना के लिए यह सिस्टम मददगार साबित हो सकता है क्योंकि 75 ड्रोन की टीम मिलकर 600 किलो तक की सप्लाई ड्रॉप कर सकती है। दुर्गम इलाकों में भारतीय सैनिकों को इन ड्रोन्स के जरिए आसानी से सामाम पहुंचाया जा सकेगा।
In sync with the Indian Army’s vision to develop and absorb futuristic technologies. Each drone is autonomous and independent to carry out Missions by leveraging power of AI. #AtmanirbharBharat #MakeInIndia#ArmyDay pic.twitter.com/M1XLbfJKnA
— A. Bharat Bhushan Babu (@SpokespersonMoD) January 15, 2021