1- कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की समस्याओं के समाधान व कृषि कानूनों की समीक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया। जिसमें अनिल धनवत, अशोक गुलाटी, भूपेन्द्र सिंह मान और पीके जोशी के नाम शामिल हैं। ये चारों ही शख्सियतें कृषि मामलों की जानकार हैं, लेकिन अब खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित इस कमेटी के एक सदस्य भूपेन्द्र सिह मान ने अपना नाम कमेटी से वापस ले लिया है। भूपेन्द्र सिंह मान तीनों कृषि कानूनों के समर्थक रहे हैं लेकिन अब उन्होंने ये कहते हुए कमेटी सदस्यों से अपना नाम अलग किया है कि वे किसानों के हितों के साथ समझौता नहीं कर सकते और इसके लिए किसी भी पद का त्याग करने को तैयार हैं। भूपेन्द्र सिंह मान द्वारा कमेटी से अलग होने के बाद, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी से भूपेन्द्र सिंह मान जी का इस्तीफा इस आंदोलन की वैचारिक जीत का उदाहरण है, हम उनका धन्यवाद करते हैं कि आज उनके अंदर का किसान जाग गया। हम भूपेन्द्र सिंह मान जी को आमंत्रित करते हैं कि वे भी आंदोलन में शामिल हों। वैसे आज 15 जनवरी को सरकार व किसान नेताओं के बीच फिर से कृषि कानूनों पर बातचीत होनी है, लेकिन किसान नेता साफ कर चुके हैं कि कानूनों की वापसी से कम उन्हें कुछ स्वीकार नहीं है। ऐसे में आज होने वाली बैठक में भी कोई सबल नतीजा निकलता नजर नहीं आ रहा। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जिन कृषि कानूनों को मोदी सरकार जबरदस्ती लाई है, आप मेरी बात गांठ बांध लीजिए, सरकार को ये कृषि कानून वापस लेने होंगे।
2- देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के चलते पोल्ट्री उत्पादों के आयात व बिक्री पर रोक लगाई गई है, इसी खतरे को भांपते हुए दिल्ली सरकार ने भी चिकन की बिक्री और आयात पर रोक लगाई थी और गाजीपुर पोल्ट्री मार्केट को बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन गाजीपुर मुर्गा मंडी से लिए गए 100 सैंपल निगेटिव आने के बाद केजरीवाल सरकार ने गाजीपुर पोल्ट्री बंद करने के आदेश को वापस ले लिया है साथ ही चिकन की बिक्री व आयात पर लगाई गई रोक भी हटा दी गई है। दिल्ली में कौवों और बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार को 0 दिन के लिए थोक पोल्ट्री बाजार बंद करने व पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री रोकने के आदेश दिए थे। इसके बाद गुरुवार 14 जनवरी को दिल्ली पशुपालन विभाग ने बताया कि एशिया की सबसे बड़ी गाजीपुर मुर्गा मंडी से लिए गए सभी 100 सैंपल्स में बर्ड फ्लू नहीं होने की पुष्टि हुई है जिसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पोल्ट्री बाजार खोलने के निर्देश दिए और पोल्ट्री उत्पादों पर लगी रोक भी हटाई गई।
3- मकर संक्रांति के उत्तर भारत में अधिकतर हिस्सों में सर्दी का सितम जारी रहा वहीं श्रीनगर में भी सर्दी ने बीते 30 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक श्रीनगर में साल 1991 के बाद पहली बार तापमान माइनस 8.4 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले साल 1991 में न्यूनतम तापमान माइनस 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और सबसे कम न्यूनतम तापमान मौसम विभाग ने साल 1993 में माइनस 14.4 डिग्री सेल्सियसरिकॉर्ड किया था। गुरुवार को कड़ाके की ठंड और लुढकते पारे के चलते जहां श्रीनगर की डल झील जम गई तो वहीं सर्दी व शीतलहर ने कश्मीर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।तापमान में इस जबरदस्त गिरावट के बाद सभी जगह पानी भी बर्फ बन गया है, वॉटर सप्लाई सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया है औऱ सड़कों पर बर्फ की मोटी-मोटी चादरें बिछ गई हैं।
4- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी, यूपी के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने गुरुवार को लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। 1988 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी एके शर्मा ने दो साल पहले ही वीआरएस लिया है वे काफी लंबे वक्त तक प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुजरात और पीएमओ में काम कर चुके हैं, वे मोदी के सबसे विश्वसनीय अधिकारियों में शामिल रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद खुशी जाहिर करते हुए एके शर्मा ने कहा कि हमारे देश में राजनीतिक दल बहुत हैं लेकिन भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। मैं पिछड़े जिले और गांव का हूं। मुझ जैसे साधारण व्यक्ति को जिसका कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है उसे भाजपा ही इतना बड़ा मुकाम दे सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री और भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।
5- व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को लेकर इन दिनों काफी चर्चाएं हो रही हैं इसी बीच व्हॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है जिसमें इस नईपॉलिसी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की गई है। हाल ही में वॉट्सऐप द्वारा फेसबुक के साथ यूजर्स की इनफॉर्मेशन्स शेयर करने को लेकर दी गई जानकारी के बाद कई देशों और उद्योग जगत में इसपर चर्चाएं हो रही हैं। पेटीएम समेत कई बड़ी कंपनियों ने इस पॉलिसी की आलोचना की है, वहीं पॉलिसी के बारे में जानने के बाद बहुत से लोगों ने वॉट्सऐप के विकल्प के तौर पर टेलीग्राम और सिग्नल जैसे ऐप्स को यूज करना शुरु कर दिया है। कहा जा रहा है कि वॉट्सऐप ऑप्शन के लिए टेलीग्राम और सिग्नल को करीब 40 लाख यूजर्स ने डाउनलोग किया है जिनमें 24 लाख ने सिग्लन और 16 लाख ने टेलीग्राम को विकल्प के तौर पर लिया है और इसकी वजह से मात्र 7 दिन में ही भारत में व्हाट्सएप का डाउनलोड 35 फीसदी तक घट गया है। वॉट्सऐप अपनी नई पॉलिसी को लेकर कई बार सफाई दे चुका है कि इस पॉलिसी से यूजर्स की प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं हैं बावजूद इसके लोग लगातार दूसरे ऐप्स पर शिफ्ट हो रहे हैं।