सर्दी की छुट्टियों में अक्सर लोग घूमने जाने का प्लान बनाते हैं। कई तो बेपरवाह हैं कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, और कई सहमे हुए या तो घर पर ही छुट्टियां मना रहे हैं या फिर सहमे-सहमें पूरी एहतियात के साथ बाहर जा रहे हैं। आप चाहे जो भी फैसला करें। कुछ बातें हमेशा ध्यान दें और कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करें। वर्ष 2020 में पहले से ही कोरोना एक आफत बन कर आई थी, ऊपर से ब्रिटेन को नया स्ट्रेन और भी खतरनाक है।
ब्रिटेन में हाल ही में हुए एक सर्वे से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से पीड़ितों परीक्षण किया गया, तो पता चला कि लक्षण जाहिर होने से पहले ज्यादातर लोग किराना दुकान या सुपर मार्केट गए थे। इसका मतलब यह है कि खतरा हर ओर है। खुद को बचा कर रखना है। ऐसे में कई बार छोटी-छोटी लापरवाही घातक हो जाती है।
कोरोना महामारी ने विश्वभर की आवाम के छक्के छुड़ा दिए हैं, बचाव के लिए सभी की निगाहें वैक्सीन का संजीवनी की तरह इंतजार कर रही हैं, लेकिन तबतक इस महासंकट से बचाव का उपाय है 2 गज दूरी, हाथों को बार-बार धोना और मास्क पहनना। हाथ धोने और दो गज की सामाजिक दूरी का लोग कितना पालन करते हैं ये तो वे खुद ही जानते होंगे लेकिन Mass में MASK मुंह पर टिका रहे इसके लिए कानूनी तौर पर काफी सख्ती बरती जा रही है, 100 रुपये के जुर्माने से शुरु हुआ चालान अभी 2000 तक भी पहुंच गया है। अब जब मास्क पर इतना जोर दिया जा रहा है तो बेशक ये जानना समझना सभी के लिए जरूरी है कि मास्क कैसे पहनें, कौन सा पहनें, कब पहनें और सबसे खास और विशेष प्रश्न क्यूं पहनें?
कब पहनें- विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों के मुताबित जो लोग घर पर कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों का ध्यान रखते हैं, होम आइसोलेशन में हैं, मेडिकल वर्कर्स, डॉक्टर्स के साथ, सर्दी-जुखाम, गले में खराश जैसे लक्षण जिनमें नजर आ रहे हैं, वे सभी कोविड-19 मास्क जरूर पहननें। इसके अलावा घर से बाहर निकलते समय, बाजार, मेट्रो, बस, ट्रेन जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना जरूरी है।
कैसे पहनें – कुछ लोग मास्क पहनते तो हैं, लेकिन सिर्फ नाम के लिए, यानि नाक के नीचे, जो सिर्फ होठों को छिपाता है नाक को नहीं, ये तरीका एकदम गलत है, मास्क लगाते हैं तो नाक और मुंह दोनों का मास्क से ढकना जरूरी है, कुछ लोग मास्क तो ठीक ढंग से पहनते हैं लेकिन मास्क को बार-बार छूते रहते हैं, कई लोग खांसी या छींक आने पर मास्क हटाते हैं और मुंह पर हाथ लगाकर खांसना-छींकना शुरु कर देते हैं, मास्क पहनने के ये सभी तरीके गलत हैं। जब भी मास्क लगाएं उसे बार-बार छुएं नहीं, भीड़ में मास्क हटा-कर खांसें-छीकें नहीं। खांसी-जुकाम की समस्या में आपका मास्क लगाना औऱों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि अगर आप संक्रमित हैं तो मास्क लगाकर संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं। मास्क पहनते समय ये ध्यान रखें कि मास्क चेहरे पर अच्छी तरह से फिट हो औऱ कानों के पास किनारों में कोई गैप न हो।
मास्क को बार-बार हाथ से छूने पर बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा
कई बार लोग एक ही मास्क को बार-बार इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें कि एक ही मास्क को बार-बार यूज करने से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि कि महामारी में एक ही मास्क को बार-बार इस्तेमाल करना मास्क इस्तेमाल नहीं करने के मुकाबले ज्यादा खराब और ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
कौन सा मास्क पहनें- ज्यादातर लोग कपड़े के मास्क की बजाय सर्जिकल मास्क इस्तेमाल करते हैं, यह सोचते हैं कि वो ज्यादा सुरक्षित है जबकि वास्तव में सर्जिकल मास्क से ज्यादा सुरक्षित है घर में बना हुआ मास्क पहनना, जो संक्रमण को रोकने में काफी मददगार है। सर्जिकल मास्क को 6 घंटे से ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, और दोबारा भी नहीं पहना जा सकता जबकि ठीक इसके उलट आप कपड़े से बने मास्क को धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं । सर्जिकल मास्क या एन 95 मास्क ऐसे लोग पहनें जो संक्रमितों के आस-पास हों या उनकी देखभाल कर रहे हों।
खास बातें- वर्क आउट करते वक्त या दौड़ लगाते वक्त मास्क न पहनें, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अगर लागातार कई घंटे मास्क लगाना पड़ रहा है तो 4 घंटे बाद 10-15 मिनट के लिए मास्क उतारें, इससे काफी राहत मिलती है। WHO की गाइडलाइन्स में कहा गया है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क न पहनाएं। इसलिए संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को घर में ही रखने की सलाह दी गई है।
क्यूं पहनें- तो मास्क पहनना इसलिए जरूरी है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके, भीड़ में यदि कोई संक्रमित है और उसने मास्क लगाया है तो संक्रमण किसी दूसरे को नहीं होगा और यदि कोई संक्रमित लापरवाह होकर लोगों के बीच घूम-फिर रहा है और आपने मास्क लगाया है तो संक्रमण आपको नहीं होगा। यही वजह है कि सरकार मास्क लगाने पर इतना जोर दे रही है।
कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाना और सैनिटाइजेशन करना अब जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यदि सुरक्षित और स्वस्थ रहना है तो जितना आवश्यक सांस लेना है उतना ही जरूरी मास्क लगाना भी है।
अब एक गुजारिश उन लोगों से जो मास्क इस्तेमाल कर उसे इधर उधर कहीं भी फेंक देते हैं, कि ऐसा न करें। पहले ही इंसान ने धरती को तमाम तरह के प्रदूषणों से बोझिल कर रखा है ऐसे में इस्तेमाल किए हुए मास्कों का कचरा बढ़ाकर इसे और बोझिल न करें, क्योंकि इधर—उधर फेंके गए ये मास्क भी थोड़े समय बाद एक विकट समस्या के रूप में हमारे सामने आएंगे। एक महामारी से बचाव के लिए दूसरी आफत को दावत न दें। अहतियात बरतें, मास्क लगाएं, साथ ही पृथ्वी को स्वच्छ रखने का फर्ज निभाए, इस्तेमाल किए मास्क इधर-उधर न गिराएं।