कृषि बिलों पर घमासान के बावजूद संसद से पास होने के बाद बिलों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की भी मंजूरी मिल गई है। हालांकि बिल के विरोध में उतरे किसानों के प्रदर्शन के चलते पंजाब की राजनीति भी इन दिनों गरम हो चली है।
कृषि कानून: शहीद भगत सिंह की जयंती पर पंजाब में धरना, गायकों का भी मिल रहा साथ
शिरोमणी अकाली दल ने अगर किसानों का पक्ष रखते हुए केंद्र सरकार से अलग होने और एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ने का फैसला लिया। तमाम पार्टियां इस मुद्दे को राजनीतिक तौर पर भुनाने में भी जुट गई हैं।
अब देखिए ना, आज शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 113वीं की जयंती पर पंजाब में क्या कुछ हो रहा है। कांग्रेस ने कृषि कानून के विरोध में भगत सिंह के गांव में धरने का ऐलान किया है। या यूं कहें कि पंजाब में सियासी हलचल तेज हो चली है तो गलत नहीं होगा। 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गये हैं। कांग्रेस आज भगत सिंह के जन्मस्थान खटकर कलां में कृषि कानून के खिलाफ धरना दे रही है जिसमें कांग्रेस के महासचिव व पंजाब के पार्टी इंचार्ज हरिश रावत, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पीपीसीसी चीफ सुनील जाखड़ और सभी कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों के साथ धरने में शामिल होंगे। दरअसल पंजाब का इंचार्ज नियुक्त होने के बाद हरीश रावत पंजाब में अपने दौरे की शुरुआत स्वर्ण मदिर में माथा टेकने से करने जा रहे थे लेकिन पार्टी ने इस मौके को छोड़ना ठीक नहीं समझा और उन्हें भगत सिंह की जयंती पर किसानों के उग्र प्रदर्शनों के बीच लाने का फैसला किया। पार्टी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन पूरे देशभर में प्रदर्शन कानून के खिलाफ गवर्नर को ज्ञापन सौंपेंगे की योजना कर भी काम कर रही है। कृषि कानून के विरोध के मामले ने ऐसा तूल पकड़ा है कि नेताओं के साथ-साथ पंजाबी गायक और अभिनेता भी किसानों के समर्थन में आ खड़े हुए हैं।
हरभजन मान, रंजीत बावा, हरजीत हरमन, संदीप ब्रार, कंवर ग्रेवाल, लाखा सिधाना बटाला में आज प्रदर्शन करने जा रहे हैं।