स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
5 सितंबर को हम सभी टीचर्स डे यानि शिक्षक दिवस मनाते हैं लेकिन 5 अक्चटूबर को पूरी दूनिया टीचर्स डे सेलिब्रेट करती है, किसने और कब की World Teachers Day की शुरुआत, पढ़िए ये आर्टिकल।
World Teachers Day, ये दिन विश्व भर की आबादी 5 अकटूबर को मनाती है। वैश्विक स्तर पर टीचर्स डे यानि शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा यूनेस्को ने साल 1994 में की थी, और इसे मनाने के लिए 5 अक्टूबर की तारीख चुनी गई। वैसे तो विश्व के अलग अलग देशों में अगल अळग तारीख पर ये दिन मनाया जाता है, जैसे भारत में स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं।
इसी तरह चीन में 10 सितंबर को, पाकिस्तान, मालदीव्स, कुवैत, मॉरीशस, कतर, ब्रिटेन, रूस आदि 16 अक्टूबर को, अमेरिका में 6 मई को, ऑस्ट्रेलिया में अक्तूबर के आखिरी शुक्रवार को 5टीचर्स डे मनाया जाता है, इसी तरह संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, ओमान, सीरिया और लीबिया देशों में तो 28 फरवरी को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, लेकिन विश्वभर में टीचर्स के सम्मान में टीचर्स डे मनाया जाता है 5 अक्टूबर को। ये दिन शिक्षकों की स्थिति से संबंधित 1966 के आईएलओ यूनेस्को की सिफारिश को अपनाने की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। जिसमें दुनियाभर में मौजूद शिक्षकों की स्थिति पर चर्चा हुई थी और उसके लिए सुझाव प्रस्तुत किए गए थे। साल 1994 से ये दिन 5 अक्टूबर को दुनियाभर के करीब 100 देश शिक्षक दिवस मनाते हैं।
यूनेस्को के मुताबिक ये दिन शिक्षकों के अधिकारों और जिम्मेदारियों के साथ-साथ उनकी प्रारंभिक तैयारी और आगे की शिक्षा, भर्ती, रोजगार, शिक्षण और सीखने की स्थिति के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को निर्धारित करने के उद्देश्य से दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को मनाकर, विश्वभर के तमाम शिक्षकों को उनके द्वारा दिए जा रहे शिक्षा दान और विकास के क्षेत्र में अपने अहम योददान के लिए सम्मान दिया जाता है। ये दिन हर आमोखास में ये जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से भी सेलिब्रेट होता है कि नए समान के निर्माण के अहम सूत्रधार शिक्षण ही होते हैं, इसलिए शिक्षक, ईश्वर समान सम्मान के अधिकारी हैं।
विश्वभर में शिक्षकों के काम की सराहना, मूल्यांकन और उनकी स्थिति में सुधार ही इस दिन को मनाने का मुख्य ध्येय है। जिसके लिए यूनेस्को और एजुकेशन इंटरनेशनल हर साल विभिन्न मुद्दों पर वैश्विक स्तर पर तमाम तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी करती हैं। छात्रों के विकास में शिक्षकों के योगदान को बेहतर तरीके से समझने के लिए अभियान चलाये जाते हैं, जिसके लिए यूनेस्को कई गैर सरकारी संस्था और मीडिया संस्थानों से भी साझेदारी करता है।
वास्तव में देखा जाए तो इस विषय के लिए लोगों को समझाने की जरूरत पड़नी नहीं चाहिए क्योंकि भारतीय परंपराओं में तो गुरु का स्थान भगवान समान ही बताया गया है। जो जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने और मार्ग दर्शक की भूमिका में खड़ा होता है। इंसान के जीवन में शिक्षक का महत्व माता-पिता से भी ऊपर होता है, क्योंकि शिक्षक ही एक व्यक्ति के चरित्र, क्षमता और भविष्य को संवारने का काम करता है। ऐसे में हरेक को शिक्षक के काम की महत्ता का ज्ञान हो और प्रत्येक की नजर में शिक्षक का सम्मान हो, इसीलिए ये दिन वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है।