कैंसर का नाम सुनते ही मन में डर घर कर जाता है। कैंसर एक भयानक बीमारी है लेकिन हौसले के दम पर इससे उबरा जा सकता है। या फिर काफी हद तक जागरुकता के जरिये इससे बचा जा सकता है। आज यानी 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। कैंसर से डर काफी हद तक लाज़िमी है लेकिन जज्बे के साथ इस पर जीत हासिल की जा सकती है। बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे हैं जिन्होंने दुनिया को संदेश दिया है कि कैंसर ज़िंदगी का अंत नहीं है।
संजय दत्त
संजु बाबा यानी की मुन्ना भाई के पिछले दिनों कैंसर से पीड़ित होने की खबर से बॉलीवुड में चिंता की लहर दौड़ गई थी। लेकिन संजय दत्त ने अपने चेहरे की मुस्कान बरकरार रखी और कैंसर से जंग जीत ली। बीते साल संजय दत्त लंग कैंसर से ग्रसित थे जिसके कारण वो इलाज के लिए विदेश गए थे। संजय दत्त की बीमारी के बारे में पता उस वक्त चला जब वो कई फिल्मों का दारोमदार उनके उपर था। हालांकि संजय दत्त ने हौसला बनाये रखा और ठीक होकर काम पर लौट आए। बीमारी से उबरने के बाद संजय उसी जज्बे से फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हैं।
लीजा रे
बॉलीवुड अभिनेत्री लीजा रे ने साल 2001 में फिल्म ‘कसूर’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। मशहूर एक्ट्रेस और मॉडल लीजा रे को 2009 में मल्टीपल मायलोमा का पता चला था। यह प्लाज्मा सेल का कैंसर होता है जो रेयर कैंसर माना जाता है। साल 2010 में उन्होंने स्टेम सेल ट्रांसप्लांट करवाकर लीजा रे ने कैंसर के खिलाफ जंग तो जीत ली लेकिन उन्होंने यह भी बताया कि वह पूरी तरह से ठीक नहीं है। लीजा फिलहाल पूरी तरह से ठीक हैं लेकिन उन्हें कई तरह के एहतियात बरतने पड़ते हैं।
सोनाली बेंद्रे
हिम्मत के दम पर किसी भी मुश्किल से उबरा जा सकता है इसका जीता-जागता उदाहरण हैं सोनाली बेंद्रे। 2018 में ‘मेटेस्टिक’ कैंसर से पीड़ित होने के बाद सोनाली ने हौसला दिखाया और खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपने फैंस को इसकी जानकारी दी थी। दुनिया भर से सोनाली बेंद्रे के चाहने वालों ने उन्हें जल्द ठीक होने के संदेश दिये थे। पांच महीने तक अमेरिका में इलाज करवाने के बाद सोनाली ने कैंसर से जंग जीत ली।
ताहिरा कश्यप
अभिनेता आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप कैंसर से जंग लड़ने वाली सेलिब्रिटीज में एक हैं। ताहिरा को ब्रेस्ट कैंसर था। कैंसर इलाज के दौरान उनके सिर के बाल भी पूरी तरह से गिर गये थे। लेकिन ताहिरा ने सोशल मीडिया पर अपनी बाल्ड लुक तक वाली तस्वीरें साझा कीं थी। अपने हौसले के दम पर ताहिरा ने कैंसर के खिलाफ जंग जीत कर लोगों को यह संदेश दिया कि कोई भी लड़ाई मुश्किल नहीं होती है।
मनीषा कोइराला
दिल से और बॉम्बे जैसी सुपर हिट फिल्में देने वाली मनीषा कोइराला को साल 2012 में ओवेरियन कैंसर का पता चला था। 42 साल की उम्र में इस बीमारी का पता चलने के बाद मनीषा ने न्यूयॉर्क में इलाज कराया। एक लंबे इलाज के बाद मनीषा 2015 में कैंसर-मुक्त हुईं। कैंसर की बीमारी से लड़ने के बाद मनीषा ने एक किताब भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने कैंसर से खुद के संघर्ष के बारे में बताया। इस किताब का नाम है, ‘Healed: How Cancer Gave Me A New Life’।
अनुराग बसु
जाने माने फिल्म निर्देशक अनुराग बसु भी रक्त कैंसर से पीड़ित थे। साल 2004 में इस बीमारी के बारे में पता चलने के बाद उन्होंने इलाज करवाया और कैंसर के खिलाफ जंग जीत ली। हालांकि इलाज के दौरान उनकी स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने कहा था कि उनके बचने के चांस 50-50 हैं। लेकिन अनुराग ने हिम्मत दिखाई और कैंसर पर विजय हासिल की।