‘बिकनी किलर’ और ‘सीरियल किलर’ के नाम से मशहूर रहे चार्ल्स शोभराज एक बार फिर सुर्खियों में है। शोभराज, एक तो, उसकी जिंदगी पर आधारित नेटफ्लिक्स वेबसीरीज द सरपेंट को लेकर चर्चा में है। साथ ही अब जो नया मामला है वो यह कि नेपाल की जेल में कैद शोभराज मीडिया को इंटरव्यू कैसे दे सकते हैं। एक दशक से भी ज्यादा समय से जेल में कैद शोभराज का एक इंटरव्यू सामने आया है जिसके बाद से नेपाल प्रशासन के होश उड़ गए हैं।
जेल प्रबंधन भी खुद यह नहीं समझ पा रही कि सलाखों के पीछे बैठा व्यक्ति तमाम बंदिशों के बावजूद मीडिया को इंटरव्यू कैसे दे सकता है। नेपाल के गृह मंत्रालय भी यह मानती है कि किसी कैदी का मीडिया को इंटरव्यू देना गैरकानूनी है। फिर यह हुआ कैसे। सेंट्रल जेल की जेलर ने बीबीसी के साथ बातचीत में कहा कि शोभराज ने जेल के अंदर से कैसे इंटरव्यू दे दिया, इसका पता लगाने के लिए उन्हें 10 दिन का समय दिया गया है। जेल प्रबंधन का यह मानना है कि हो सकता है कि शोभराज ने अपने परिवार, रिश्तेदारों या दोस्तों को मिलने बुलाया हो और मीडिया को अपना इंटरव्यू रिकॉर्ड कराया हो। जेल के अधिकारियों का यह भी मानना है कि हो सकता है कि जेल में फ्रांसीसी भाषा के अनुवादक की कमी के कारण ऐसा हुआ है। अंदेशा है कि शोभराज ने फ्रेंच और अंग्रेजी की मिलीजुली भाषा का इस्तेमाल किया हो। जेल प्रशासन फिलहाल कैदियों की बैठक की जगह के सीसीटीवी फुटेज की जांच में जुटा है। शोभराज पर हत्या, लूटपाट, चोरी, नशीली दवाओं को सप्लाई करना और बेचना जैसे कई संगीन वारदातों को अंजाम देने के आरोप हैं।
दुनियाभर में खतरनाक अपराधों के लिए जाना जाता है चार्ल्स शोभराज
पहले आपको बताते हैं कि चार्ल्स शोभराज कौन है। शोभराज का जन्म वियतनाम के साइगॉन में 6 अप्रैल 1944 को हुआ था। शोभराज के पिता भारत से हैं, वहीं उनकी मां वियतनाम से हैं, यानी कि शोभराज वियतनामी-भारतीय हैं लेकिन उन्होंने फ्रांस की नागरिकता ले ली थी। माना जाता है कि उसे अपने पिता से इतनी नफरत थी कि उन्हें बदनाम करने के लिए उसने जुर्म का रास्ता अख्तियार कर लिया। साल 1963 में एशिया की यात्रा के दौरान शोभराज ने एक आपराधिक घटना को अंजाम दिया और यहीं से अपराध की दुनिया की नींव पड़ गई थी। वैसे तो चार्ल्स बीकनी किलर के तौर पर, चोरी और लूट के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं लेकिन सबसे पॉप्यूलर किस्सों में है होटल अशोका के ऊपर की छत तोड़ कर चोरी कर फरार होना। चार्ल्स ने दिनदहाड़े होटल के मालिक के कनपटी पर बंदूक रख दिया और तिजोरी से पैसे और आभूषणों को लूट भाग निकला था। लेकिन दिल्ली से भाग कर मुंबई जा रहे शोभराज को दिल्ली हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने धर दबोचा।
तिहाड़ जेल से भी हुआ था फरार
चार्ल्स शोभराज इतना शातिर था कि वह दिल्ली के तिहाड़ जेल से भी भाग निकलने में भी सफल रहा था। जेल में रहते हुए चार्ल्स ने कुछ ऐसा किया जिसके बारे में शायद ही कोई सोच सकता है। दिल्ली के तिहाड़ जेल में कैद शोभराज ने अपनी जिंदगी पर बनने वाली हॉलीवुड फिल्म के लिए फिल्म निर्माताओं से 15 मिलियन डॉलर यानी करीब 90 करोड़ लिए थे। मीडिया इंटरव्यू के लिए भी चार्ल्स ने 5000 डॉलर लिए थे।
तिहाड़ में भी उसकी शख्सियत एक डॉन की तरह ही थी। जेल के अधिकारी उसे ‘चार्ल्स साहब’ कहा करते थे। चार्ल्स ने तिहाड़ में बंद ब्रिटिश ड्रग पेडेलर डेविड हाल को भी अपना शागिर्द बना लिया था।
शोभराज को किसी भी जेल की सलाखे बंद नहीं रख पाती थीं। तिहाड़ से फरार होने के बाद वो काबुल जा पहुंचा। वहां उसने यूरोपियन देशों से आने वाले पर्यटकों को नशीली दवाएं बेचने का काम किया। ऐश की ज़िंदगी जी रहे शोभराज को जब काबुल पुलिस के बारे में जानकारी मिली तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अब आपको हैरानी होगी कि कितना शातिर था शोभराज। जेल से भागने के लिए उसने पहले तो एक सिरिंज लिया फिर उससे अपना खून निकाला और पी गया. जिसके बाद वह मुंह से खून की उलटी करने लगा जिसे देखकर ऐसा लगा कि मानों उसे अल्सर हो। जैसे ही स्थिति को खराब होते देख चार्ल्स को अस्पताल में भर्ती करवाया गया वह वहां से ईरान भाग निकला।
शोभराज की वारदातों के किस्से दुनिया भर में मशहूर है, हो भी क्यों ना, उसने यूरोप के हर देश में लूट की घटना को अंजाम दिया है। ईरान में शोभराज अपने भाई के साथ मिलकर कई वारदातों को अंजाम दिया। उसके पास करीब 10 पासपोर्ट थे जिसमें से कुछ चुराए और कुछ खरीदे हुए थे।
सुंदर लड़कियों को बनाता था निशाना
‘द सर्पेंट’ के नाम से भी दुनिया भर में जाना जाने वाले शोभराज ने 1970 के दशक में कई विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाया। खास तौर पर सुंदर लड़कियां उसके निशाने पर होती थी। शोभराज उनसे संबंध बना कर उन्हें नशीली दवाइयां देता और फिर उसकी हत्या कर देता था। 1972-1976 के बीच चार्ल्स ने 24 लोगों की हत्या की थी। गुनाह की दुनिया में वह अपनी खौफनाक वारदातों के अलावा इस बात के लिए भी जाना जाता था कि जेलों के दरवाजे उसके सामने अपने आप खुल जाते थे।
चार्ल्स शोभराज पर 70 के दशक में भारत, थाईलैंड, तुर्की और ईरान में 20 से अधिक लोगों की हत्या के आरोप लगे हैं। उसे हिप्पियों से सख्त नफरत थी और वे अपने लुक्स और पर्सनैलिटी के चलते काफी सुर्खियों में भी रहा। वो 1976 से 1997 तक भारत की जेल में रहे और साल 2003 से नेपाल की जेल में बंद हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू की सुंधारा सेंट्रल जेल में कैद चार्ल्स शोभराज पर चार दशक पहले नेपाल में एक अमेरिकी और एक कनाडाई महिला की हत्या का आरोप है। वो लगभग 17 साल से सुंधारा सेंट्रल जेल में कैद है। जेल प्रशासन की लचरता या फिर कोई और कमी सीधे जेल प्रशासन पर सवाल उठा रही है।