श्वेता रंजन, नई दिल्ली
एयर इंडिया की घर वापसी हो चुकी है। अब एयर इंडिया की कमान टाटा संस के हाथ में है। इस विमानन कंपनी के निजीकरण के बाद सरकार को चिंता सताने लगी है कि सांसदों और मंत्रीयों का क्या होगा। उन्हें VIP ट्रीटमेंट कैसे मिलेगी। इसी चिंता के मद्देनजर अब केंद्र सरकार ने एयर इंडिया समेत सभी एयरलाइंस कंपनियों को लेटर लिखा है। सरकार ने सभी एयरलाइन, एयरपोर्ट ऑपरेटर्स और विमानन सुरक्षा नियामक कंपनियों से कहा है कि सांसदों को एयरपोर्ट पर विशिष्ट ट्रीटमेंट दी जाए।
बता दें कि कई वर्षों से एयर इंडिया के निजीकरण की बात चल रही थी लेकिन इसी महीने की आठ तारीख को यह घोषणा की गई कि अब टाटा संस ही एयर इंडिया जिम्मेदारी संभालेगी। इसके बाद से अब देश में एलायंस एयर को छोड़कर बाकी सभी एयरलाइन्स निजी ऑपरेटर्स के पास हैं। साथ ही देश में कई एयरपोर्ट्स का संचालन भी Public-Private Partnerships की राह पर चल पड़ी है।
देश के उड्डयन मंत्रालय ने 21 सितंबर, 2021 को लिखी एक चिट्टठी में इस बात को कहा गया है कि एयरपोर्ट पर सांसदों को प्रोटोकॉल, शिष्टाचार और समर्थन दिया जाए। सभी विमानन कंपनियों को यह निर्देश दिया गया है कि वो इस मामले में लापरवाही न बरतें। लेटर के अनुसार सीट बुकिंग में सांसदों को प्राथमिकता देनी होगी। साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर सीट उपलब्ध न हो तो ‘नो शो’ की स्थिति में सीट सबसे पहले सांसदों को दी जाए।
लेटर में कहा गया है, “हवाईअड्डों पर सांसदों को प्रोटोकॉल/शिष्टाचार/समर्थन देने के लिए समय-समय पर निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, हवाई अड्डों पर माननीय सांसदों को प्रोटोकॉल/शिष्टाचार के विस्तार के संबंध में लापरवाही के कुछ मुद्दे इसके संज्ञान में आए हैं। मंत्रालय। निर्देशों को फिर से प्रसारित किया जाता है और सभी संबंधितों से अनुरोध किया जाता है कि वे इसका अक्षरश: पालन करें “।
किन सुविधाएं को लेकर दिये गये निर्देश
- विमानन कंपनी के सीनियर स्टाफ को सांसद के चेक-इन करते समय सुविधा और सहयोग देने की बात कही गई है।
- सांसद के पसंद के मुताबिक उसे सीट दी जाए।
- यह प्रयास हो कि सांसदो को सबसे आगे की रो (कतार) में सीट मिले।
- एयर इंडिया से यात्रा करने पर संबंधित एयरपोर्ट के अधिकारियों को सूचना पहले ही मिल जानी चाहिए ताकि उचित व्यवस्था का इंतजाम हो।
- एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और एयरपोर्ट संचालकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सांसदों के रिफ्रेशमेंट का इंतजाम हो जैसे उनके लिए चाय, कॉफी और पानी की मुफ्त व्यवस्था वीआईपी लाउंज में की जाए।
- एयरपोर्ट पर सांसदों के लिए VIP पार्किंग का इंतजाम हो। संसद भवन के कार पार्किंग पास को एयरपोर्ट पर मान्य किया जाए।
- हर हवाई्अड्डे पर एक प्रोटोकॉल अधिकारी नियुक्त करना चाहिए जो सांसदों की सुविधा का प्रबंध देखे।
- एयरपोर्ट पर प्रवेश और सिक्योरिटी जांच में दिक्कत न हो इसके लिए CISF और एयरलाइंस को आपस में कोऑर्डिनेट के निर्देश दिए गए हैं।
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