श्री कृष्ण जन्माष्टमी: हथौड़े से मटकी पिनाटा केक फोड़ कर भक्त मना रहे हैं कान्हां का जन्मदिन
श्वेता रंजन, नई दिल्ली
आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी है। घर-घर में भव्य रूप से जन्माष्टमी का पर्व मनाने की तैयारियां की गई हैं। कान्हां के जन्मदिन को हर भक्त अपने अंदाज़ में एक खास रूप देना चाहता है। सजावट से लेकर, श्री कृष्ण के वस्त्र तक में नटखट कान्हां के पंसद का ख्याल रखा जाता है। समय के साथ लोगों ने कृष्ण कन्हैया के जन्मदिन पर केक काटकर पूरे उल्लास के साथ मनाने का प्रचलन भी शुरू किया है। भक्ति के अलग-अलग रूप जो हैं!
श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर इस साल मटकी के आकार का पिनाटा केक और जन्माष्टमी के थीम पर आधारित अलग-अलग आकार के केक की मांग बढ़ी है। आज के ‘हौसला’ सीरिज में बात गुड़गांव की रहने वाली खुशबू तुल्सयान की। मूल रूप से रांची की रहने वाली खुशबू ने वैसे तो बचपन से ही अपने घर में बेकिंग की महक का समझा। उनकी मां घर में कई तरह के केक बनाया करती थी। बस फिर क्या था, खुशबू ने भी मां के काम में हाथ बंटाया और जब वो महज सातवीं कक्षा में थी तब से ही केक बनाने में माहिर हो गयीं।
खुशबू केक के साथ नये-नये के प्रयोग करतीं लेकिन प्रोफेशनल केक बना कर कस्टमर्स की पंसद बन जाना और बात थी। इसके लिए खुशबू ने गुडगांव में केक डेकोरेशन का काम सीखा। कंप्यूटर ऐप्लिकेशन में ग्रैजुएट खुशबू कहती हैं, “पहले तो हम तीन सहेलियां मिलकर दिल्ली के द्वारका में केक बनाने का काम किया करते थे। लेकिन जब गुड़गांव आई तो काम दोस्तों से दूरी होने के कारण काम रुक गया। गुड़गांव आकर मैंने नये सिरे से काम करने का मन बनाया। इसके लिए सबसे पहले मैंने अपनी ही एक दोस्त से कहा कि मैं उसके बेटी के लिए पहला प्रोफेशनल केक बनाना चाहती हूं। वो केक जिसने भी खाया उसे पसंद आया। और मेरा काम चल पड़ा”।
‘स्वीट इंडल्जेंस’ नाम से अपना बेकिंग ब्रांड चलाने वाली खुशबू घर की ज़िम्मेदारियों के साथ, बेकिंग के काम को भी बखूबी संभाल हैं। इस साल खुशबू के पास जन्माष्टमी को अवसर पर ढ़ेर सार ऑडर्स आए हैं। मोर पंख से सजा कपकेक हो या फिर मटकी फोड़ने का अनुभव लेने के लिए पिनाटा केक, सभी खूब तारीफ कर रहे हैं।
खुशबू कहती हैं, “मैंने सोचा कुछ अलग करूं। हमारी इंडस्ट्री में भी हर मौके पर कुछ नया करने का चैलेंज होता है। तभी लोग पसंद करते हैं। श्री कृष्ण के जन्मदिन पर मटकी फोड़ कर खाने का अनुभव ही कुछ और है”।