देश में कोरोनावायरस के चलते बिगड़े हालात को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गंगा में बहती लाशों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है, लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा, ग़लती उनकी नहीं। इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है।
रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मुझे शवों के फ़ोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा- ग़लती उनकी नहीं है. इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है!”
मुझे शवों के फ़ोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा- ग़लती उनकी नहीं है।
इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 23, 2021
शनिवार को भी राहुल गांधी ने देश में महामारी का रूप ले रहे म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) को लेकर सरकार पर हमला बोला था। गांधी ने ट्वीट में इसके लिए ‘मोदी सिस्टम के कुशासन’ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि इस संकट से जूझने के लिए ‘पीएम ताली-थाली बजाने की घोषणा करते ही होंगे।’
राहुल ने ट्वीट किया, “मोदी सिस्टम के कुशासन के चलते सिर्फ भारत में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस महामारी है। वैक्सीन की कमी तो है ही, इस नयी महामारी की दवा की भी भारी कमी है। इससे जूझने के लिए PM ताली-थाली बजाने की घोषणा करते ही होंगे।”