राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर इतनी दूषित हो चली है कि अब सांस लेना भी मुश्किल है। हवा में PM2.5 कणों की मात्रा तेजी से बढ़ने के कारण स्वास्थ्य फेफड़ों और सांस से जुड़ी शिकायतें बढ़ सकती हैं। शुक्रवार सुबह दिल्ली का AQI 342 था जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद खतरनाक है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक घर के बाहर निकलने से बचना चाहिए।
हरियाणा, पंजाब और आसपास के जिलों में पराली जलाने के कारण हर साल इस मौसम में प्रदूषण भयानक रूप ले लेता है। सफर के पूर्वानुमान के अनुसार हवा की गति काफी धीमी है, जिसकी वजह से प्रदूषण लेवल में आने वाले दिनों में सुधार की संभावना नहीं है।
दिल्ली सरकार ने पिछले साल प्रदूषण के खिलाफ ‘ऑड-इवन’ को लागू किया था। इस साल भी दिल्ली सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान के माध्यम से प्रदूषण कम करने का एक नया तरीका अपनाया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अनुरोध किया है कि सड़क पर ट्रैफिक के दौरान रेड सिग्नल पर अपने वाहन बंद रख कर प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दें। ऐसा करने से ईंधन की भी बचत होगी। दिल्ली में करीब एक करोड़ रजिस्टर्ड वाहन हैं, यदि रेड सिग्नल पर रोज 10 लाख वाहन बंद होते हैं, तो एक साल में PM-10 करीब 1.5 टन और PM-2.5 करीब 0.4 टन कम होगा। केजरीवाल ने यह भी कहा कि ऑफिस आने-जाने में एक गाड़ी रेड सिग्नल पर रोज औसतन 15 से 20 मिनट रुकती है और करीब 200 मिली तेल की खपत होती है, यदि गाड़ी बंद रखी जाए, तो साल में करीब 7000 रुपये की बचत हो सकती है।
सफर एजेंसी द्वारा दी गई सलाह-
टहलने के लिए सुबह और शाम घर से बाहर ना निकलें।
घर की खिड़कियां बंद करके रखें अन्यथा गंदी हवा अंदर आ जाएगी और घर की हवा भी प्रदूषित कर देगी। दोपहर के समय धूप आने पर थोड़ी देर के लिए खिड़कियां खोली जा सकती हैं।
घर के बाहर निकलने से बचें। एन-95 या पी-100 मास्क पहन कर ही बाहर निकलें।
अगर आपको अस्थमा है, तो अपनी दवाइयां हर समय पास रखें। एक्सपर्ट के अनुसार, अगर सांस लेने में किसी भी तरह की असुविधा हो रही है, तो तुरंत आराम से लेट जाएं और डॉक्टर की सलाह लें।
घर को प्रदूषित होने से बचाएं। लकड़ी, मोमबत्ती और अगरबत्ती न जलाएं।
घर के अंदर सफाई के दौरान धूल ना उड़े, यह ध्यान रखें। झाड़ू लगाने की बजाए गीले पोछे से घर की सफाई करें।
दिल्ली सरकार ने जरूरी या इमरजेंसी सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले जेनरेटर को छोड़कर गुरुवार से दिल्ली-NCR क्षेत्र में डीजल जेनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार के ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान (Graded Response Action Plan) के तहत यह निर्देश जारी किया गया है।