1- पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में साफ नजर आ रहा है। शीतलहर के चलते जहां उत्तर भारत के इलाकों में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है तो वहीं कोहरे ने भी कोहराम मचाया हुआ है, दिल्ली एनसीआर में ठंड के साथ साथ इतना जबरदस्त कोहरा है कि 100 मीटर की दूरी तक की चीजें भी साफ नजर नहीं आ रहीं, ऐसे में वाहन चलाने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रह है, मौसम विभाग की मानें तो अगले 3 से4 दिन रात से लेकर सुबह तक ऐसा कोहरा छाया रहेगा और इस दौरान सर्द हवाओं के जारी रहने के साथ-साथ न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 21 जनवरी तक कोहरे से राहत नहीं मिलेगी लेकिन इसके बाद एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो सकता है, जिसकी वजह से ठंड से राहत मिल सकेगी।
2- शुक्रवार 15 जनवरी को किसान नेताओं और सरकार के बीच तीनोंकृषि कानूनों को लेकर हुई 9वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। बैठक के दौरान किसान नेता जहां एकजुटता से तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग करते रहे, वहीं मंत्रियों ने बार-बार किसान नेताओं को कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव दिया। आखिरकार घंटों चली 9वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा ही खत्म हुई और अगले दौर की बातचीत के लिए 19 जनवरी की तारीख तय की गई। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार वार्ता के माध्यम से समाधान तक पहुंचने के लिए सकारात्मक है औऱ इस ठंड की स्थिति में विरोध कर रहे किसानों के लिए चिंतित भी। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर गारंटी की किसान की मांगे बरकरार हैं, लेकिन हम सर्वोच्च न्यायालय की बनाई गई कमेटी के पास नहीं जाएंगे, सिर्फ केन्द्र सरकार से बात करेंगे।
3- कृषि कानूनों को लेकर लगातार किसानों का समर्थन कर रही कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर कृषि कानूनों के विरोध और किसानों के समर्थन में दिल्ली में राजभवन मार्च किया। कांग्रेस के कई नेताओं के साथ राहुल गांधी, बहन प्रियंका वाड्रा संग जंतर मंतर पहुंचे। इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार एख बार फिर निशाना साधते हुए कहा, देश को आज़ादी अंबानी-अदानी ने नहीं, किसान ने दी है और इस आजादी को बरकरार भी रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन देश की आज़ादी चली जाएगी। एयरपोर्ट, कोर्ट सब पीएम समेत 5 लोग चला रहे हैं ये सभी किसानों का खात्मा चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी किसानों का सम्मान नहीं करते, वे प्रदर्शन कर रहे किसानों को थकाना चाहते हैं, सोचते हैं कि किसानों में शक्ति नहीं है और ये 10-15 दिन में चले जाएंगे। नरेंद्र मोदी किसान की इज्जत नहीं करते। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान का किसान नहीं डरेगा, नहीं हटेगा और भागना आपको पड़ेगा।
4- रविवार 17 जनवरी को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से 8 नई ट्रेनों का वर्चुअल उद्घाटन करेगें, ट्रेनों के वर्चुअल उद्घाटन के अलावा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास रेल मंत्रालय द्वारा बनाए गए केवड़िया रेलवे स्टेशन का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री रविवार को ही करेंगे। जिन 8 नई ट्रेनों का शुभारंभ रविवार को होगा ये सभी अलग-अलग शहरों से गुजरात के स्टेचू ऑफ यूनिटी केवड़िया तक पहुंचेंगी। ये ट्रेनें वाराणसी, दादर, दिल्ली, अहमदाबाद, रीवा और चेन्नई स्टेशनों से रवाना होंगी। इनमें से कुछ ट्रेनें साप्ताहिक हैं कुछ रोजाना की और कुछ सप्ताह में दो बार। इसके अलावा अहमदाबाद से केवड़िया के बीच शुरु हो रही जनशताब्दी ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच भी होगा जो खास तौर पर पर्यटन को बढ़ावा देने और यात्रा को मनोरंजक बनाने के लिए तैयार किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि नियमित रेल सेवा शुरु होने से पर्यटन स्थल पर ज्यादा संख्या में पर्यटक आएंगे। बता दे कि सरकार ने इसे सबसे आकर्षक पर्यटन केंद्रों में से एक बनाने का लक्ष्य रखा है। इस कनेक्टिविटी का मुख्य उद्देश्य स्थानीय और बाहरी पर्यटकों को आकर्षित करना है।
5- नए साल की शुरुआत के साथ ही कई राज्यों में स्कूल खुलने शुरु हो गए हैं, हालांकि दिल्ली सरकार ने जुलाई तक स्कूल न खोलने की बात कही थी लेकिन अब कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही राजधानी दिल्ली में भी 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खुलने जा रहे हैं, लेकिन स्कूल अटेंड करने के लिए स्टूडेंट्स को अभिभावकों से सहमति पत्र लाना अनिवार्य होगा। सोमवार 18 जनवरी से दिल्ली में 10वीं-12वीं के स्कूल 4 से 5 घंटे के लिए खोले जाएंगे और स्टूडेन्स को दो बैच में स्कूल बुलाया जाएगा। कुछ स्कूल जहां हर क्लास में 50 प्रतिशत बच्चों को बुलाने पर वितार कर रहे हैं तो वहीं कुछ स्कूलों में छात्रों को अल्टरनेट डेज पर बुलाने की बात हो रही है। इस दौरान स्कूलों को कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। एक क्लास में सिर्फ 12 से 15 छात्र ही बैठेंगे, स्कूल प्रशासन स्कूल कॉरिडोर में ही हैंडवॉशिंग कंसोल और सैनिटाइजर मुहैया कराएंगे। मास्क पहनना तो कंपलसरी होगा ही, इसके अलावा छात्रों को पानी की बोतल साथ लाने और खाना खेयर न करने की हिदायतें दी गई हैं। स्कूल के वॉशरूम में एक वक्त में दो से ज्यादा छात्रों को जाने की इजाजत नहीं होगी, स्कूलों की तरफ से छात्रों को पिक एंड ड्रॉफ फैसिलिटी भी नहीं दी जाएगी। छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालनकरना होगा। वहीं स्कूलों को निर्देश हैं कि क्लास शुरु होने से पहले व क्लास खत्म होनेके बाद क्लासरूम सैनिटाइज किए जाएंगे। स्कूल मे एक से अधिक एंट्री और एग्जिट पॉइंट होंगे, जिनपर अध्यापक नजर रखेंगे। ऐसी तमाम एहतियातों के बीच दिल्ली में सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं, ऐसे में स्कूल पहुंचने वाले छात्रों की संख्या साफ करेगी कि कितने अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने पर सहमत हैं।