1- कोरोना महामारी से अभी उबर नहीं पाए हैं कि देश के दस राज्य अब बर्डफ्लू की चपेट में हैं, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, केरल सहित दस राज्यों में बर्डफ्लू फैल चुका है। जिसकी वजह से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, कई राज्यों में जहां पोल्ट्री बाजार बंद कर दिए गए हैं तो वहीं चिकन व अंडे कि बिक्री पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसी को देखते हुए केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने बर्ड फ्लू की चपेट में आए 10 राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि इंसानों में इस वायरस के फैलने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, इसलिए जनधारणा पर पोल्ट्री बाजारों को बंद न करें। केन्द्र सरकार ने राज्यों को एडवाजरी जारी कर कहा है कि वे इसे गंभीरता से लेते हुए वैज्ञानिक सलाह पर अमल करें। चिकन व अंडे के सेवन से बर्ड फ्लू इंसानों में नहीं फैलता।
2- यदि आप एक-दो दिन से अपने वॉट्सऐप में कुछ हलचल देख रहे हैं तो आपको बता दें कि ये हचललें वॉट्सऐप की नई पॉलिसीज की वजह से हैं और इन्हें एक्सेप्ट करने से पहले आपका इस खबर को जानना बहुत जरूरी है। दरअसल अपनी नई इन पॉलिसीज को लेकर वॉट्सऐप एक बार फिर खबरों में है, एक्सपर्ट्स का कहना है कि वॉट्सएप की नई पलिसीज प्राइवेसी के लिहाज से खतरनाक है। पूरी दुनिया में फेसबुक के स्वामित्व वाले एप व्हाट्सएप के दो अरब से ज्यादा यूजर्स हैं। हाल ही में वॉट्सऐप ने कुछ नई पॉलिसी जारी की हैं और कहा गया है कि यदि व्हाट्सएप यूजर्स 8 फरवरी तक उन शर्तों को नहीं मानते तो उनका वॉट्सऐप अकाउंट डिलीट हो जाएगा और यदि मान लेते हैं तो यूजर्स का वॉट्सऐप डाटा फेसबुक के साथ शेयर किया जाएगा। ऐसे में वॉट्सऐप यूजर्स के लिए प्राइवेसी के लिहाज से इन शर्तों को मानना एक बड़ा धर्म संकट है, क्योंकि इस डाटा का इस्तेमाल फेसबुक कहां-कहां करेगा, ये साफ नहीं किया गया। वॉट्सऐप की नई पॉलिसी के बाद लोगों ने सिग्नल औऱ टेलीग्राम जैसे विकल्प तलशने शुरु ककर दिए हैं।
3- कर्नाटक में एक धर्मस्थल से गोवा लौटने के दौरान केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक की एसयूवी गाड़ी सोमवार को एक सड़क हादसे का शिकार हो गई, श्रीपद नाइक भी इस हादसे में घायल हुए हैं, अभी वे ठीक है लेकिन उनकी पत्नी और सहायक की इस दुर्घटना में मौत हो गई है। कहा जा रहा है कि नाइक अपने परिवार के चार सदस्यों के साथ सोमवार, 11 जनवरी की सुबह येलापुर के गणपति मंदिर गए थे, वहां से शाम सात बजे के करीब गोकर्ण के लिए रवाना हुए। एनएच 66 से गोकर्ण के लिए शॉर्टकट लेने के गाड़ी एक पतली सड़क पर उतर गई। सूत्रों के मुताबिक, सड़क की स्थिति बहुत खराब थी जिस की वजह से ड्राइवर गाड़ी को काबू नहीं कर सका और गाड़ी पटल गई। इस हादसे में श्रीपद नाइक की पत्नी विजया के सिर पर गंभीर चोट लगी, जिसकी वजह से अस्पताल ले जाते हुए उनकी मौत हो गई जबकि सहायक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
4- कुछ ही महीने पहले में पारित हुए कृषि कानूनों को लेकर सरकार किसानों की नाराजगी का तो सामना कर ही रही है अब उच्चतम न्यायालय ने भी सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि बिना पर्याप्त चर्चा किए ऐसा कानून बनाया है जिसकी वजह से किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। ये सुनवाई खत्म होने के बाद केन्द्र सरकार ने आनन फानन में कृषि कानूनों पर अपना पक्ष रखते हुए एक हलफनामा दायर किया है, जिसमें कहा गया है कि कृषि कानून जल्दबाजी में या बिना मशविरा किए नहीं लाए गए। कृषि सुधारों के लिए केन्द्र सरकार बीते 20 साल से राज्य सरकारों के साथ इस पर बातचीत कर रही हैं। बता दें कि केन्द्र सरकार के लाए कृषि कानूनों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगा।
5- कोरोना वैक्सीन को लेकर सोमवार 11 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की, मीटिंग में प्रधानमंत्री ने कहा कि 16 जनवरी से शुरु होने वाले टीकाकरण के लिए दो, मेड इन इंडिया वैक्सीन को आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। मोदी ने कहा कि पहले चरण में जिन तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण होगा उसका बोझ केन्द्र सरकार उठाएगी, राज्यों को इनपर कोई पैसा नहीं देना होगा। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने सोमवार को भारत बायोटेक को 55 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है, जिसकी लागत 162 करोड़ रुपये है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड की 1.1 करोड़ खुराक खरीदने का ऑर्डर दिया। जीएसटी समेत एक टीके पर 210 रुपए की लागत आएगी। बता दें पहले चरण में जहां स्वास्थ्यकर्मी व फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन होगा तो वहीं दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक व 50 वर्ष से कम उम्र के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जाएगा जो पहले से ही किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं। वर्चुअल मीटिंग के मोदी ने राजनेताओ से अपील की कि वे अपना नंबर आने के बाद ही टीका लगवाएं, वहीं महाराष्ट्र के मंत्री नबाव मलिक ने इस दौरान कहा कि वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में काफी आशंकाएं हैं इसलिए प्रधानमंत्री खुद टीका लगवाकर टीकाकरण की शुरुआत करें।