पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के स्ट्रैंड रोड इलाके में सोमवार की शाम एक बहुमंजिला इमारत की 13वीं मंजिल (Kolkata Building Fire) पर आग लग गई। भीषण आग में 9 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 अग्निशमनकर्मी, एक एसआई और 2 आरपीएफ के जवान शामिल भी हैं। आग लगने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भी घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार वालों को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिजन को नौकरी देने का एलान किया है।
आग न्यू कोइला घाट बिल्डिंग (New Koila Ghat Building) में लगी थी, इसमें ईस्टर्न रेलवे और सदर्न ईस्टर्न रेलवे के कार्यालय हैं। मरने वाले नौ लोगों में से पांच की लाशें इमारत के एलीवेटर पर पाई गईं। दमकल की कम से कम 25 गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। हादसे के पीछे का कारण यह माना जा रहा है कि बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने के लिए एलीवेटर का इस्तेमाल किया गया।
बनर्जी ने कहा, यह रेलवे की संपत्ति है। यह रेलवे की जिम्मेदारी है। रेलवे बिल्डिंग का नक्शा तक नहीं दे पाया। मैं हादसे पर राजनीति नहीं करना चाहती, लेकिन रेलवे का कोई भी व्यक्ति घटनास्थल पर भी नहीं आया। शीर्ष पुलिस अधिकारियों और अग्निशमन कर्मियों ने युद्ध स्तर पर बचाव कार्य छेड़ दिया है।
पश्चिम बंगाल सरकार में फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के प्रमुख ने माना कि संकरी जगह होने के कारण बिल्डिंग की उस मंजिल तक सीढ़ी का ले जा पाना मुश्किल था। हालांकि अग्निशमन कर्मी कैसे आग के बीच घिर गए, एलीवेटर का इस्तेमाल क्यों किया गया, यह कहना मुश्किल है।बंगाल सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम भी मौके पर पहुंचे थे।
न्यू कोइला घाट बिल्डिंग हुगली नदी के किनारे है। इस बिल्डिंग में पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का जोनल कार्यालय है और भूतल पर एक कंप्यूटराइज टिकट बुकिंग केंद्र है। शाम 6.10 पर आग लगी। इमारत में रेलवे टिकटिंग के कार्यालय पर भी बिजली बंद की जाने के कारण प्रभाव पड़ा।