यूरोप और अफ्रीका के राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल दो दिन के दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश श्रीनगर पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद यह चौथी बार है जब विदेशी मेहमान घाटी में दौरे पर हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य तौर पर अफ्रीकन, मध्य-पूर्व और यूरोपीय देशों के विदेशी राजनयिक शामिल हैं। दल में ब्राजील, क्यूबा, फ्रांस, आयरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, इटली और बांग्लादेश समेत 20 देशों के 24 राजनियक शामिल हैं।
अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद हाल ही में हुए जिला विकास परिषदों के चुनाव के बाद विदेशी राजनयिकों का यह पहला दौरा है। इससे पहले पिछले साल (2020) में जनवरी और फरवरी में दो चरणों में विदेशी राजनयिकों के समूह श्रीनगर गये थे। 12 फरवरी 2020 को हुए दौरे में जर्मनी, कनाडा, फ्रांस और अफगानिस्तान के राजनयिक शामिल थे। उससे भी पहले यूरोपीय देशों के प्रतिनिधिमंडल ने अक्टूबर 2019 में दो दिवसीय दौरा किया था।
विदेशी प्रतिनिधिमंडल का यह समूह जिला विकास परिषदों (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं, कुछ समाचार पत्रों के संपादकों, सिविल प्रशासन के अधिकारियों और सेना के जवानों से मुलाकात करेंगे।
माना जा रहा है कि अगस्त 2019 में धारा 370 और 35A हटाए जाने के बाद किए गए बदलावों को दिखाने का यह एक बड़ा मौका होगा। साथ ही इसी साल (2021) में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता संभालने के बाद भारत के लिए यह एक बड़ा अवसर होगा।
सामान्य हालात में हुए डीडीसी चुनाव और फिर हाल ही में 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा की दोबारा बहाली यह संकेत दे रही है कि राज्य में कई बड़े और अच्छे बदलाव आये हैं।