दक्षिए अफ्रीका से सामने आया कोरोना का नया वैरिएंट 38 देशों में फैल चुका है और चिंता की बात ये है कि भारत में भी इसके मामले सामने आने लगे हैं। देश के पांच राज्यों में अभी तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं, और इस वैरिएंट से संक्रमितों की गिनती 22 हो चुकी है, जिनके और बढ़ने की आशंका है क्योंकि अभी कुछ और लोगों के टेस्ट की रिपोर्ट आनी बाकी है।
महाराष्ट्र में शनिवार को एक ओमिक्रॉन संक्रमित की पुष्टि के बाद कल रविवार को भी पिंपरी चिंचवाड़ जिले मेंओमिक्रॉन के 7 नए मामले मिले, जिन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है। वहीं दिल्ली में भी तंजानिया से आया एक शख्स ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया है। इससे पहले राजस्थान में सबसे ज्यादा 9 ओमिक्रॉन संक्रमित पाए गए हैं। देश मे सबसे पहले कर्नाटन के इस वैरिएंट के दो संक्रमितों की पहचान की गई थी और फिर गुजरात में भी एक ओमिक्रॉन संक्रमित की पुष्टि हुई थी, इस तरह अभी तक देश के 5 राज्यों में ये वैरिएंट पहुंच चुका है।
याद रहे, कोरोना के इस नए वैरिएंट को डेल्टा से भी ज्यादा प्रभावी बताया जा रहा है ऐसे में वैक्सीन लेने के सथ साथ बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन्स का पालन बेहद जरूरी है ताकि तीसरी लहर के खतरे को कम किया जा सके। ओमिक्रॉन के अस्तितव में आने के बाद हर किसी के जहन में एक ही सवाल है कि वैक्सीन ले चुके लोगों पर इसका क्या असर होगा, हालांकि वैक्सीनेट लोग भी इसकी चपेट में आए हैं, तो आशंकाएं और मजबूत हो रही हैं कि इस वैरिएंट में वैक्सीन के सुरक्षा कवच को भेदने की ताकत है, लेकिन इसी बीच CSIR काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च सेंटर में सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के पूर्व प्रमुख और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स एंड सोसायटी के डायरेक्टर डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी असरदार है और कोरोना संक्रमण से बचाने में वैक्सीन शील्ड की तरह काम करेगी। उन्होंने कहा कि, दक्षिण अफ्रीका से आया ओमिक्रोन वैरिएंट, दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा से भी ज्यादा संक्रामक है लेकिन राहत की बात यह है कि ये वायरस हल्के लक्षणों के साथ देश के प्रमुख शहरों में पहुंचेगा, जो बेहद अच्छा संकेत है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि इन्फेक्शन की वजह से नेचुरल इम्यूनिटी मिलती है। पहले संक्रमित हो चुका व्यक्ति जब वैक्सीनेटेड हो जाता है, तो हाइब्रिड इम्यूनिटी मिलती है। ऐसे में अगर लोगों को नेचुरल इन्फेक्शन हुआ है और साथ में उन्होंने वैक्सीन भी ली है तो ऐसा होना चाहिए। और क्योंकि बड़े शहरों में काफी लोगों को जाने-अनजाने इन्फेक्शन हुआ है। इसलिए काफी लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी होगी।