तीसरी लहर की आशंकाओं को बीच ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है, इसलिए TOP 5 में खास तौर पर कोरोना संक्रमण से संबंधित खबरें आपको बता रहे हैं।
1- हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनिया कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की तरफ बढ़ रही है, ऐसे में बेहद जरूरी है कि लापरवाही छोड़ अहतियातों पर ध्यान दिया जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि भारत के लिए अगले 100 से 125 दिन कोरोना से लड़ाई में अहम हैं। देश में रोजाना मिलने वाले संक्रमितों के मामलों में गिरावट की रफ्तार धीमी पड़ गई है जो कि खतरे की घंटी है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने शुक्रवार को कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने टारगेट दिया है कि तीसरी लहर को आने से रोकना है। उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। हमें बहुत सावधानी बरतनी होगी, थोड़ी सी लापरवाही भी इस वक्त भारी पड़ सकती है। देश में बड़ी आबादी को वायरस से संक्रमित होने का खतरा अब भी बना हुआ है क्योंकि हम अभी हर्ड इम्यूनिटी की स्टेज पर नहीं पहुंचे हैं। वैक्सीनेशन से स्थिति नियंत्रण में है, जिसे बनाए रखना है। भारत में तीसरी लहर के खतरे को समझने के लिए उन्होंने अगले 3-4 महीने अहम बताए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि तीसरी या चौथी लहर मायने नहीं रखती, बल्कि ये महत्वपूर्ण है कि इन वेब्स की इंटेंसिटी यानि तीव्रता किस तरह की रहती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कोरोना की तीसरी लहर के अंदेश पर चिंता जाहिर कर चुके हैं, और सजगता-सतर्कता बनाए रखने की बात कही है। यूरोप, अमेरिका और एशिया के कई देशों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर आगाह करते हुए पीएम ने सबसे ज्यादा संक्रमण वाले 6 राज्यों महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और ओडिशा को टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीकाकरण के जरिए संक्रमण पर तत्काल लगाम लगाने की सलाह दी।
2- कोरोना संक्रमण से लड़ाई में जरूरी दिशा निर्देशों के पालन के साथ साथ वैक्सीन एक कारगर हथियार मानी जा रही है, वहीं थर्ड वेब के अंदेशों ने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंताए बढ़ा दी हैं। ऐसे में राहत भरी खबर ये है कि देश में बच्चों के लिए भी जल्द कोरोना वैक्सीन आने वाली है। दरअसल शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में एक ऐसी जनहित याचिका पर सुनवाई हुई जिसमें एक नाबालिग ने 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के तुरंत वैक्सीनेशन के निर्देश देने की गुजारिश कोर्ट से की है क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की आशंका जताई जा रही है। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान केन्द्र सरकार ने दिल्ली हाईकोट में कहा कि जायडस कैडिला की वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर पूरा हो चुका है। अब उसे मंजूरी का इंतजार है। वहीं दूसरी वैक्सीन के ट्रायल भी करीब करीब पूरे होने वाले हैं। एक्सपर्ट से वैक्सीन को मंजूरी मिलते ही बच्चों के वैक्सीनेशन का रोडमैप तैयार कर लिया जाएगा।
3- यदि आपने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं ,तो भी कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करते रहे, इससे आप खुद तो संक्रमण से बचाएंगे ही, साथ ही संक्रमण को फैलने से रोकने में भी खास भूमिका निभाएंगे। ICMR की एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण की चपेट आने वाले लोगों में बड़ी गिनती ऐसे लोगों की है जो वैक्सीन की दोनों या एक डोज ले चुके थे। हालांकि राहत की बात ये रही कि वैक्सीन लेने वालों की स्थिति संक्रमण के दौरान गंभीर नहीं हुई और मौतें भी न के बराबर हुईं। ICMR की इस स्टडी में महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, उत्तराखंड, कर्नाटक, मणिपुर, असम, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, पुडुचेरी, दिल्ली, बंगाल और तमिलनाडु से कुल 677 ऐसे केस लिए गए, जिन्होंने वैक्सीन की दोनों या एक डोज ले रखी थी। जिनमें से 71 ने कोवैक्सीन, 604 ने कोविशील्ड और दो ने चीनी वैक्सीन सिनोफार्म लगवाई थीं। इनपर हुई स्टडी में पता चला कि वैक्सीन ले चुके लोगों में 86 फीसदी से ज्यादा संक्रमण के लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार रहा वहीं कुछ मामले कप्पा और अल्फा वैरिएंट के मिले। इस स्टडी से एक बात सो साफ हुई कि वैक्सीन, संक्रमण को रोकने में भले पूरी तरह सफल न रही हो लेकिन संक्रमण की गंभीरता को कम करने में सहायक है।
4- अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इस बीच पंजाब में कांग्रेस पार्टी में मची गृह कलेश खत्म होने का नाम नहीं ले रही। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की तनातनी और बढ़ती नजर आ रही है, ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी सिद्धू को पंजाब में पार्टी की कमान सौंप सकती है लेकिन इन संभावनाओं के पूरा होने से पहले ही शुक्रवार को सीएम अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी के नाम चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के सीएम ने इस चिट्ठी में साफ साफ लिखा है कि पार्टी हाईकमान का पंजाब की राजनीति में दखल देना भारी पड़ सकता है और पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। उनका सीधा इशारा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत की संभावनाएं डगमगा सकती हैं। कैप्टन ने सोनिया गांधी को ये चिट्ठी ऐसे समय में लिखी है जब कांग्रेस हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में पार्टी अध्यक्ष बनाने के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण काम भी सौंप सकती है। बता दें कि शुक्रवार को ही सिद्धू ने सोनिया से मुलाकात की है, जिसके बात सीएम अमरिंदर ने सोनिया को ये खत लिखकर नाराजगी जताई है।
5- हाल ही में लखनऊ के काकोरी से दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद नए नए आतंकी कनेक्शनों का पर्दा फाश हो रहा है, लेकिन एक अखबार को दिए इंटरव्यू में मशहूर शायर मुनव्वर राणा का कहना है कि ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। सियासत चमकाने के लिए मुसलमान सबसे आसान है, वो केवल आतंकवादी है। मुनव्वर राणा ने कहा है कि जब मुसलमानों को पंचर बनाने वाले कहा जाता है तो फिर धर्मांतरण के लए रुपये कहां से ला रहे हैं, इतना ही नहीं उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को गीदड़ और मुसलमानों को बरगलाने वाला भी बताया। वहीं सुर्खियों में छाई यूपी सरकार की जनसंख्या नीति पर मुनव्वर राणा ने कहा कि ऐसा आदमी मुख्यमंत्री नहीं होना चाहिए जिसकी औलाद नहीं है, वो किसी भी मां-बाप का दर्द नहीं समझ सकते। इतना ही नहीं पीएम मोदी के मुंह से निकली योगी की तारीफ पर भी शायर ने निशाना साधा और कहा कि मोदी जिसकी तारीफ करें समझिए कुछ गड़बड़ है।