1- भारत की स्टार बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु ने ओलंपिक में लगातार 2 मेडल जीत इतिहास रच दिया है। सिंधु पहली महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में लागातार 2 मेडल अपने नाम किए हैं। उन्होंने चीनी खिलाड़ी बिंग जियाओ को सीधे सेटों में हराकर ये इतिहास रचा है। इस तरह टोक्यो ओलंपिक में भारत के नाम ये दूसरा मेडल है। टोक्यो ओलंपिक में पहला मेडल मीराबाई चानू ने जीता, जिन्हें वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल मिला। बता दें कि इससे पहले सिंधु ने 2016 रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था, जिसके बाद अब एक बार फिर उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में ब्रान्ज मेडल जीता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीवी सिंधू को दूसरा ओलंपिक पदक जीतने के लिये बधाई दी। इसके साथ ही सुशील कुमार के रिकॉर्ड के बराबर पहुंच गई हैं। जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल और 2012 के लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था।
2- उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पूरी शिद्दत से जुट गए हैं, गृह मंत्री अमित शाह। एक दिन के यूपी दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने कल लखनऊ में इंस्टिट्यूट ऑफ फरेंसिंक साइंसेज के शिलान्यास कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों का पुख्ता आगाज किया। उन्होंने यहां अपने संबोधन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कामकाज की खूब सराहना की, साथ ही उन्होंने प्रदेश में बीजेपी के प्रचंड बहुमत से जीतने की भविष्यवाणी भी की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, यूपी में अपराध में 50 फीसदी की कमी आई है। उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त, माफिया मुक्त, भू-माफियाओं से मुक्ति करने का काम और उत्तर प्रदेश की माताओं-बहनों को सुरक्षा देने का काम भाजपा की सरकार ने किया है। यूपी को निवेशकों की पहली पसंद बताते हुए उन्होंनें कहा कि आज देश में चल रही विकास की 44 योजनाओं में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है। योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने पूरे देश में इन 44 योजनाओं में सबसे पहला स्थान हासिल किया है। यूपी की अर्थव्यस्था 4 साल में दोगुनी हो गई है, जो पहले 11 लाख करोड़ थी वो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ पर पहुंच गई है। यूपी देश में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है।
3- पत्थरबाजी करते पकड़े जाने पर, नहीं दिया जाएगा किसी तरह का सिक्योरिटी क्लियरेंस। डिजिटल सबूत यानि वीडियो या फोटो और पुलिस रिकॉर्ड्स की जांच में आरोप साबित हुए तो न पासपोर्ट मिलेगा ना ही सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगे। जम्मू कश्मीर में सेना के जवानों पर पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ ये सख्त एक्शन लिया गया है, और कल रविवार को प्रशासन की तरफ से ये आदेश जारी किया गया है। आपको बता दें कि केन्द्र सरकार पहले ही सरकारी नौकरी के लिए CID की क्लियरेंस रिपोर्ट को अनिवार्य कर चुकी है,इसके अलावा अगर परिवार को कोई सदस्य या फिर रिश्तेदार किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखता है तो उसकी जानकारी भी देनी होगी। जारी किए आदेश में कहा गया है कि यदि किसी राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं या फिर बैन किए गए किसी संगठन से ताल्लुक रखते हैं तो उसकी जानकारी भी प्रशासन को देनी होगी। वैसे धारा 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है।
4- प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज एक्ट लागू होने के बाद से तीन तलाक के मामलों में 80 फीसदी तक की कमी आई है, ये कहना है केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का। कल रविवार को इस कानून के दो साल पूरे होने के मौके पर दिल्ली में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 1 अगस्त, 2019 को, कानून लागू होने से पहले यूपी में तीन तलाक के 63 हजार से ज्यादा मामले दर्ज थे, जो कानून लागू होने के बाद 221 रह गए। ये एक्ट लागू होने के बाद बिहार में 49 मामले ही दर्ज हुए हैं। बता दें कि 25 जुलाई, 2019 को लोकसभा से पास होने के बाद 30 जुलाई, 2019 को तीन तलाक बिल राज्यसभा में पास हुआ था। अगले ही दिन राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दी और कानून लागू हो गया। इस कानून के तहत पुरुष के दोषी पाए जाने पर तीन साल की सजा का प्रावधान है और पीड़ित महिलाएं अपने नाबालिग बच्चों व खुद के भरण-पोषण के लिए गुजारे भत्ते की मांग भी कर सकती हैं।
5- NCRB यानि National Crime Records Bureau ने बच्चों में आत्महत्या को लेकर हैरान करने वाले आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक देश में 2017 से 2019 तक तीन साल में 14 से 18 साल के 24 हजार 568 बच्चों ने आत्महत्या की है, जिनमें 13 हजार 325 लड़किया हैं। इनमें 4 हजार 46 मामले ऐसे हैं, जहां फेल होने के चलते बच्चों ने ये कदम उठाया है। 600 से ज्यादा बच्चों ने शादी संबंधी मुद्दे के चलते और 3 हजार 315 बच्चों ने लव रिलेशनशिप की वजह से आत्म हत्या की। वही ढाई हजार से ज्यादा बच्चों ने बीमारी और 81 बच्चों ने शारीरिक शोषण के चलते आत्महत्या का कदम उठाया। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा हाल ही में संसद में पेश किए इन आंकड़ों में कहा गया है कि इस उम्र के बच्चों में आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश से हैं, जहां 3 हजार 115 बच्चों ने आत्महत्या की। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 2 हजार 802, महाराष्ट्र में 2 हजार 527 और तमिलनाडु में 2 हजार 035 बच्चों ने आत्महत्या की।
6- करेंसी के जरिए, यानि नोट और सिक्कों से कोरोना वायरस फैल सकता है या नहीं, यही जानने के लिए यूरोपीय सेंट्रल बैंक के विशेषज्ञों और रुहर-यूनिवर्सिटैट बोचम में मेडिकल और मॉलिक्यूलर वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी की। जिसके लिए रिसर्चर्स ने विभिन्न यूरो सिक्कों और नोटों को वायरस से संक्रमित करके संक्रमण के समय के बारे में जानने की कोशिश की। जिसमें पता चला कि यूरो नोट से कोरोना वायरस तीन दिनों में ही गाब हो गया। जबकि जिस स्टेनलेस स्टील में इन नोटों को रखा गया था उसकी सतह पर कोरोना वायरस 7 दिनों के बाद भी मौजूद था। आईसाइंस जर्नल मे पब्लिश हुए इस अध्यय में कहा गया है कि 10 सेंट पर 6 दिनों, 1 यूरो पर दो दिन जबकि 5 सेंट के सिक्कों पर एक घंटे के बाद वायरस को पूरी तरह से खत्म पाया गया। यानि वायरस सबसे कम वक्त कॉपर की सतह पर टिका, क्योंकि 5 सेंट के सिक्के कॉपर के बने होते हैं। वहीं नोटों को लिक्विड वायरस से संक्रमित किया गया तो लिक्विड सूखने के बाद नोटों पर संक्रामक वायरस का कोई ट्रांसमिशन नहीं मिला। यानि नोटों और सिक्कों के माध्यम से कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन की संभावना बेहद कम है।