1- पीएमओ के एक और वरिष्ठ अधिकारी ने अपना पद छोड़ा है। 1983 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी अमरजीत सिन्हा, जिन्हें बीते साल फरवरी में उन्हें पीएम नरेन्द्र मोदी का सलाहकार नियुक्त किया गया था, कल सोमवार को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले मार्च में पीएमओ में प्रमुख सचिव रहे पीके सिन्हा ने भी इस्तीफा दिया था। हालांकि अमरजीत सिन्हा के इस्तीफा देने की वजह अभी साफ नहीं हुई है, सिन्हा ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव के पद से रिटायर होने के बाद सलाहकार के पद पर नियुक्त किए गए थे। वे सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं को संभालते थे। कॉन्ट्रेकट के आधार पर उनकी नियुक्ति इस पद पर दो साल के लिए हुई थी, जो आगे बढ़ाई भी जा सकती थी, लेकिन समय से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया, हालांकि अभी उनके इस्तीफे के कारणों का पता नहीं चल सका है।
2- डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के मकसद से सोमवार को वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन e-RUPI को लॉन्च किया। e-RUPI एक वाउचर बेस्ड पेमेंट सॉल्यूशन है जो कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस तरीके से डिजिटल पेमेंट की सुविधा देता है। e-RUPI की लॉन्चिंग के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, आज देश, डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है। e-
RUPI वाउचर, देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन, डीबीटी को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है। इससे टार्गेटेड, ट्रांसपोर्ट और लीकेज फ्री डिलिवरी में सभी को बड़ी मदद मिलेगी। मुझे विश्वास है कि e-RUPI वाउचर भी सफलता के नए अध्याय लिखेगा। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया को दिखा रहा है कि टेक्नोलॉजी को अपनाने में, उससे जुडने में भारत किसी से भी पीछे नहीं हैं। नवाचार की बात हो, सर्विस की डिलीवरी में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो, भारत दुनिया के बड़े देशों के साथ मिलकर ग्लोबल लीडरशिप देने की क्षमता रखता है। इस दौरान पीएम मोदी ने ये भी बताया कि कैसे e-RUPI गरीबों को कोविड19 वैक्सीन लगवाने में मदद करेगा।3- कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी की चिंता न करने वाले इस खबर पर खास ध्यान दें, क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर इसी महीने दस्तक दे सकती है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स ने मैथमैटिकल मॉडल के आधार पर कोरोना की थर्ड वेब को लेकर भविष्णवाणी की है। रिसर्च में IIT हैदराबाद और कानपुर के मधुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल शामिल थे। जिनके मुताबिक इसी महीने के दूसरे-तीसरे हफ्ते में रोजाना आने वाले कोविड संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगेगी, जो तीसरी लहर की शुरुआत होगी और अक्टूबर महीने तक, तीसरी लहर के पीक के दौरान, रोजाना मिल रहे संक्रमितों की संख्या एक से डेढ़ लाख मरीजों तक पहुंचेगी। हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो तीसरी लहर, दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी, फिर भी सावधानी बरतें, कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करें, ताकि तीसरी लहर के खतरे को ज्यादा भयावह स्थिति तक पहुंचने से रोका जा सके। आपको बता दें कि इससे पहले ICMR भी अगस्त महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने का दावा कर चुका है।
4- कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, जो भारत में दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था, अब दुनिया के कई देशों में कोहराम मचा रहा है, ऐसे में तीसरी लहर को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं, लेकिन ICMR इस बीच एक सुकून भरी खबर जारी की है। बायोरक्सिव में प्रकाशित हुई ICMR की स्टडी में कहा गया है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार है। स्टडी के मुताबिक कोवैक्सीन कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट के सभी म्यूटेशन के खिलाफ कारगर है, स्टडी में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, कोविड 19 के खिलाफ 77.8 फीसदी और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 65 फीसदी से ज्यादा प्रभावी पाई गई है। डेल्टा वैरिएंट के चलते चीन, ब्रिटेन और इजरायल जैसे देशों में संक्रमितों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ऐसे वक्त में ये खबर राहत देने वाली है कि कोवैक्सीन इसके खिलाफ कारगर साबित हो रही है।
5- भारत 1 अगस्त, 2021 को एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 9 अगस्त को समुद्री सुरक्षा को लेकर होने जा रही उच्च स्तरीय डिबेट की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री होंगे जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेंगे।प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे। इस अध्यक्षता में भारत का ध्यान तीन अहम मुद्दों पर रहेगा। समुद्री सुरक्षा, शांति व्यवस्था और काउंटर-टेररिज्म। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व विदेश मंत्री एस जयशंकर इससे संबंधित कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे। जिनमें 18 और 19 अगस्त को शांति स्थापना व आतंकवाद संबंधी विषयों पर होने वाली बैठकों की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे।
6- एक तरफ कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक का डर सता रहा है और दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में स्कूलों को खोलने का फैसला लिया जा चुका है। इस महीने तीसरी लहर की दस्तक की आशंका है, जो अगले महीने अपना पीक दिखा सकती है और इसी बीच 10 राज्यों में छात्रों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं। हालांकि स्कूल खोले जाने के बाद राज्यों में बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की खबरें भी आने लगी हैं। महाराष्ट्र में दोबारा स्कूल खुलने के बाद से 613 बच्चे संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं हरियाणा में भी 6 बच्चों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बता दें कि महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पंजाब, मध्यप्रदेश, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में स्कूल खोले गए हैं। ऐसे में तीसरी लहर के अंदेशों के दौरान स्कूलों को खोलने का ये फैसला कितना सही है???