शनिवार है, तारीख 04 सितंबर 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष, सुबह 8.24 बजे तक द्वादशी, फिर त्रयोदशी तिथि
1- अफगानिस्तान में विद्रोहियों के गढ़ पंजशीर पर कब्जा करने के लिए तालिबान की कोशिशें लगातार जारी हैं, और अब तालिबान की तरफ से ये दावा किया जा रहा है कि उसकी कोशिश सफल हो गई है, सूत्रों की मानें तो तालिबान अब पंजशीर पर भी काबिज होने में सफल हो गया है और इसके साथ ही अफगानिस्तान में तालिबान विरोधी आखिरी किला भी ढ़ह गया है। हालांकि अभी तक तालिबान द्वारा पंजशीर पर कब्जे वाले इस दावे की पुष्टि तो नहीं हुई है, क्योंकि इससे पहले भी तालिबान ने दावा किया था कि तालिबानी लड़ाकों ने पंजशीर के काफी हिस्से को कब्जे में कर लिया है लेकिन फिर पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबान के इस दावे को खारिज किया था कि पंजशीर के विद्रोही तालिबान के सामने पस्त हुए हैं, इसके बाद अब एक बार फिर तालिबान के एक कमांडर ने कहा है कि अल्लाह की महर से पूरा अफगानिस्तान नियंत्रण में है, मुश्किल खड़ी करने वालों को हराकर पंजशीर अब हमारे कब्जे में है। हालांकि तालिबान विद्रोही अमरुल्लाह के बेटे अबादुल्ला ने तालिबान के इस दावे से इनकार किया है पंजशीर पर अब तालिबान का कब्जा है।
2- भले ही विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, पेगासस और किसान आंदोलन जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधती रहती है, लेकिन जनता के मूड को देख ऐसा नहीं लगता कि उसे सरकार से कोई शिकायत है। दरअसल सी-वोटर सर्वे के मुताबिक भाजपा के कामों से लोग काफी संतुष्ट हैं जबकि ठीक इसके उलट सर्वे में विपक्ष के लिए खतरा नजर आ रहा है। अगले साल 7 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं जिसे लेकर किए गए सी-वोटर सर्वे में पता चला है कि जिन मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हावी होता है उनसे वोटर्स को कोई खास फर्क नहीं है, लोगों का भाजपा पर भरोसा कायम है। सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर जैसे राज्यों में जहां बीजेपी पर लोगों का भरोसा नजर आ
रहा है तो वहीं पंजाब में विपक्ष के लिए खतरा नजर आ रहा है, क्योंकि कांग्रेस यहां अगले चुनाव में हार का मुंह देख सकती है और आम आदमी पार्टी बाजी मार सकती है।
3- पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की तैयारियों के बीच ममता बनर्जी का नाम विवादों में है, वजह है, दुर्गा पूजा के एक आयोजक प्रसिद्ध मूर्तिकार मिंटू पाल अपने कुम्हारटोली स्टूडियो में फाइबरग्लास की मूर्ति बना रहे हैं, जिसमें मां दुर्गा की वेशभूषा टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की है, साथ ही ममता बनर्जी के स्वरूप के मुताबिक ही मूर्ति को ढाला गया है, इतना ही नहीं माता के 10 हाथों में शस्त्रों की जगह पर परियोजनाएं दिखाने की तैयारी है। यानि सीधे शब्दों में कहें तो आयोजक ने अपने पंडाल में मां दुर्गा के रूप में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिमा लगाने का फैसला लिया है और विपक्षी पार्टी भाजपा ने आयोजक के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे घृणास्पद व हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने वाला कहा। बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि बंगाल में हिंसा के बाद ममता बनर्जी को देवी के रूप में दिखाना घृणा पैदा करने वाला है, क्योंकि उनके हाथ निर्दोष बंगालियों के खून से सने हैं, ये मां दुर्गा का अपमान है, ममता बनर्जी को इसे रोकना चाहिए। वहीं सुवेंदु अधिकारी ने भी इस मुद्दे को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
4- केरल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में 6 सितंबर से होने वाली 11वीं की परीक्षाएं कराने के प्रदेश सरकार के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने ये कहते हुए ऑफलाइन एग्जाम्स पर रोक लगाई कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से स्थिति काफी चिंताजनक है, रोजाना आ रहे संक्रमितों की गिनती 30 हजार के पार है, और देशभर में संक्रमण के कुल मामलों से 70 प्रतिशत अकेले केरल से हैं, ऐसे में कम उम्र के बच्चों की जान जोखिम में नहीं डाल सकते। 11वीं की परीक्षाएं ऑफलाइन कराने के प्रदेश सरकार के फैसले पर रोक लगाने के साथ-साथ ये भी कहा कि लगता है कि राज्य सरकार ने परीक्षा कराने के लिए मौजूदा हालात पर गंभीरता से विचार नहीं किया है। कोर्ट ने केन्द्र के प्रति इस बात को लेकर भी नाराजगी जाहिर की कि कोरोना से मरने वालों के परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए दिशा निर्देश तैयार करने में इतनी देरी क्यों हो रही है। कोर्ट ने कहा कि जब तक आप दिशानिर्देश तैयार करेंगे तब तक तो महामारी की तीसरी लहर भी खत्म हो जाएगी, सुप्रीम कोर्ट से इस संबंध में केन्द्र सरकार को 11 सितंबर तक अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि कल, शुक्रवार को फिर से 45 हजार से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है, इसके साथ ही देश में एक्टिव केस 4 लाख के करीब हो गए हैं।
5- तमाम नए-नए अध्ययनों में से साफ हो रहा है कि आने वाले वक्त में जलवायु परिवर्तन के चलते इंसानों को विकट परिस्थितियों के दौर से गुजरना पड़ेगा। अब देश के तीन प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा की गई स्टडी में ये सामने आया है कि भारत के सभी 612 जिले जलवायु परिवर्तन की चपेट में हैं, लेकिन सबसे ज्यादा खतरे में हैं पूर्वी क्षेत्र के 100 जिले। भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलूरू, आईआईटी मंडी और आईआईटी गुवाहाटी के इस अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के असर से भारत के अन्य राज्यों की अपेक्षा, 8 राज्य- झारखंड, मिजोरम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम, बिहार, अरूणाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। देश के सभी 612 जिलों पर किए गए इस अध्यय में पाया गया कि कोई जिला जलवायु परिवर्तन की मार से अधूता नहीं है लेकिन इन 8 राज्यों के 100 जिलों पर खतरा ज्यादा गहरा है। जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ अखिलेश गुप्ता ने इस बारे में कहा कि वैश्विक तापमान में 1.1 डिग्री की बढ़ोत्तरी हो चुकी है और आने वाले 20 साल में ये 1.5 डीग्री तक पहुंच जाएगा, वैश्विक तापमान में होने वाली इस बढोत्तरी से भारत भी अछूता नहीं रहेगा। वैश्विक तापमान बढ़ने से मानसून अनियमित होगा, बाढ़ और सूखे की घटनाएं बढ़ेंगी, जिससे कृषि भी प्रभावित होगी। साथ ही चक्रवातों में भी बढ़ोत्तरी की आशंका है।
6- बीजेपी विधायक डॉक्टर कृष्ण मिढा अपने विवादित बयान के चलते सुर्खियों में आए हैं, दरअसल हरियाणा के जींद से विधायक कृष्ण मिढा जब शुक्रवार को बारिश के बाद क्षेत्र में स्थिति का जायजा लेने पहुंचे तो एक जगह पर सड़क धसने पर लोगों ने अपनी समस्याएं बताते हुए शिकायत की तो विधायक ने मौके पर ही अधिकारियों को तलब किया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों से विधायक साहब ने सवाल किया लाखों रुपये लगाकर बनी सड़क धंस कैसे गई, इस पर वहां मौजूद अधिकारियों ने एक-दूसरे के विभाग जिम्मेदारियां थोपनी शुरु कर दीं। अधिकारियों की इस प्रतिक्रिया पर नाराजगी जताते हुए विधायक जी बोले, “अधिकारियों से तो अच्छे आंतकवादी हैं जो विस्फोट करके अपनी जिम्मेदारी तो ले लेते हैं, ये अधिकारी तो उनसे भी बुरे हैं।” उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को वॉर्निंग दी कि अगर तीन दिन में सड़क का निर्माण कार्य शुरु नहीं होता तो वो अपने स्तर पर काम शुरु करेंगे। बीजेपी विधायक के इस विवादित बयान के बाद से ही वे खबरों में बने हुए हैं।