1- कोविड वैक्सीन को लेकर गरीब और अमीर देशों के बीच के भेदभाव पर चिंता जाहिर करते हुए बुधवार को WHO ने वैक्सीन की बूस्टर डोज पर रोक लगाने की अपील की। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधोनम गेब्रेयेसस ने जिनेवा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अमीर देशों में जहां अभी तक हर 100 व्यक्ति पर 100 डोज दी जा चुकी हैं तो वहीं इसे उलट गरीब या कम आय वाले देशों में प्रति 100 व्यक्ति वैक्सीन की आपूर्ति महज 1.5 डोज की रही है। ऐसे में वैक्सीन की बड़ी खेप ज्यादा आय वाले देशों में पहुंचने की नीति में तुरंत बदलाव की जरूरत है, इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन बूस्टर डोज देने को सितंबर के आखिरी तक रोकने की अपील करता है, ताकि कम-से-कम 10 फीसदी आबादी वैक्सीनेट हो सके। बता दें कि विकसित देशों में वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को बूस्टर डोज देने का सिलसिला शुरु हो गया है। जिससे विकासशील देशों तक वैक्सीन की आपूर्ति में कमी आ रही है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विकसित देशों से वैक्सीन की बूस्टर डोज रोकने की अपील की है, साथ ही ये भी कहा है कि किसी भी रिसर्च में अभी तक ये साबित नहीं हुआ कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग बूस्टर डोज लेने के बाद कोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित होंगे, इसलिए विकासशील देशों तक वैक्सीन की पहुंच बढ़ाने में वे अपना योगदान दें।
2- श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर में दिसंबर 2023 से श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन का सौभाग्य पा सकेंगे। मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक 2023 के दिसंबर महीने तक रामलला, गर्भगृह में विराजमान हो जाएगें, और उनके विराजते ही मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा, इस दौरान मंदिर के अन्य काम जारी रहेंगे जो 2025 तक पूरे हो जाएंगे। राम मंदिर की नींव का आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है जो गणेशमहोत्व के दौरान, सितंबर महीने तक पूरा हो जाएगा और फिर मंदिर के अगले चरण के काम की शुरुआत होगी। बता दें कि आज, 5 अगस्त को राम मंदिर के शिलापूजन का एक साल पूरा हो गया है, अयोध्या में संत भूमिपूजन की सालगिरह को दीपावली उत्सव की तरह मनाने की तैयारी कर रहे हैं, भूमिपूजन की सालगिरह के मौके पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या पहुंचेंगे, और रामलला के दर्शन करेंगे। बता दें कि अयोध्या के वासुदेव घाट पर आज दोपहर योगी आदित्यनाथ अन्न योजना की शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत एक साथ 80 लाख लोगों को मुफ्त राशन दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से इस कार्यक्रम में जुड़ सकते हैं।
3- कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के आज दो साल पूरे हो चुके हैं, आज ही के दिन साल 2019 में सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म किया था और जम्मू कश्मीर को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने की घोषणा भी की थी। आज इसे पूरे दो साल हो चुके हैं, इन दो सालों में जम्मू कश्मीर में जहां कई बड़े बदलाव हुए हैं तो वहीं पाकिस्तान इस मुद्दे पर कई बार अपनी छटपटाहट दिखाता नजर आया है, आज भारत सरकार के इस ऐतिहासिक कदम के दो साल पूरे होने पर पाकिस्तान एक बार फिर अपनी छटपटाहट उड़ेलता नजर आ रहा है, पाकिस्तान में आज इस विषय को लेकर शोक सभा का ऐलान किया गया, सड़कों के दौड़ते ट्रैफिक को रोककर एक मिनट का मौन रखा जा रहा है। इस कार्यक्रम को पाकिस्तान ने यौम-ए-इस्तेहसाल कश्मीर नाम दिया गया है।
4- कोरोना महामारी ने मानव जाति पर जो कहर ढाया है, उससे उबरने में विश्वभर की आवाम को एक अरसा लगेगा, और चिंता की बात ये है कि कोरोना का ये कहर कब तक जारी रहेगा, ये भी एक विकट प्रश्न है। कोरोना काल में बहुतों ने अपने परिजनों और घर में इकलौते कमाने वालों को खोया है, सैकड़ों बच्चों के सिर से उनके माता-पिता का साया उठ गया है। केन्द्र सरकार ने ऐसे ही बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से 5 लाख तक के इंश्योरेंस का ऐलान किया है। इस घोषणा में कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए 18 साल की उम्र तक के सभी बच्चों को 5 लाख रुपये का मुफ्त हेल्थ इंश्योरेंस दिया जाएगा, और इसके प्रीमियम का भुगतान पीएम-केयर्स से किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया, कोविड से प्रभावित बच्चों के देखभाल हेतु उठाए कदमों के तहत 18 साल तक के बच्चों को आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा और इसके प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा।
5- बाढ़ प्रभावित गांवों में बचाव कार्यों का जायजा लेने पहुंचे मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा खुद ही उफनती सिंध नदी के बहाव के चलते, एक गांव में फंस गए, जिसके बाद एयरफोर्स की टीम ने एयरलिफ्ट कर बाहर निकाला। दरअसल नरोत्तम मिश्रा दतिया के बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत-बचाव कार्यों का जायजा लेने NDRF की मोटर बोट में लाइफ जैकेट पहन कर बाढ़ प्रभावित कोटरा गांव पहुंचे, जहां एक घर में कुछ लोगों को फंसा देख वो खुद घर की छत पर चले गए। बचावकर्मियों ने बाकी सब को तो यहां से सुरक्षित निकाल लिया लेकिन पानी का बहाव तेज होने की वजह से मंत्री जी फंस गए। बाद में एयरफोर्स की टीम ने उन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला। बता दें कि मध्य प्रदेश में बाढ़ के चलते हालात काफी खराब हैं, ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया समेत राज्य के सात जिलों के 1200 से ज्यादा गांवों में हजारों लोग फंसे हुए हैं, जिनके बचाव के लिए सेना जी जान से लगी है।