1- येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री का नाम भी तय हो गया है, राज्य के पूर्व गृहमंत्री बसवराज बोम्मई अब कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। कल शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक में इस्तीफा देने वाले मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बोम्मई के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया और बैठक के बाद राज्य पर्यवेक्षकों और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी और धर्मेंद्र प्रधान की ओर से राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर बोम्मई के नाम की औपचारिक घोषणा की गई। बसवराज बोम्मई आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। जनता दल छोड़कर 2008 में भाजपा में शामिल हुए बोम्मई के पिता एसआर बोम्मई भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री चुने जाने पर बसवराज बोम्मई ने कहा कि वर्तमान में ये एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के अनुरूप गरीबों के लिए काम करने की कोशिश करूंगा। मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी। हालांकि मुझे अपनी मेहनत पर भरोसा था और मुझे इसका परिणाम मिला।
2- कोरोना महामारी ने लोगों की दैनिक गतिविधियों और कामकाज पर ही नहीं बल्कि आर्थिक विकास पर भी ब्रेक लगाया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमराई है, IMF यानि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने कल, मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए भारत का GDP ग्रोथ 3% घटाकर 9.5% रहने का अनुमान जताया है, जो पहले 12.5% था। IMF का GDP पर ये अनुमान रिजर्व बैंक के अनुमान के बराबर ही है, जो कि 9.5% ही है। IMF ने इस साल मार्च से मई के दौरान यानि कोरोना की दूसरी लहर के चलते भारत की ग्रोथ पर असर को देखते हुए अपने अनुमान में ये कटौती की है। IMF ने मंगलवार को वर्ल्ड इकोनॉमी आउटलुक की ताजा रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया है कि मार्च से मई के दौरान कोरोना की घातक दूसरी लहर के बाद भारत की ग्रोथ की संभावना में कमी की गई है। इस झटके से रिकवरी सुस्त रहने की उम्मीद है। IMF ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ के अनुमान को
बढ़ाकर 8.5 फीसदी कर दिया है। जो पहले के अनुमान के मुकाबले 1.6 फीसदी ज्यादा है। यदि ऐसा होता है तो भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी होगी।
3- मंगलवार शाम टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। पश्चिम बंगाल में जीत के बाद यह पहला मौका है जब ममता और पीएम की आमने सामने मुलाकात हुई, इस दौरान दोनों के बीच करीब आधें घंटे तक बातचीत हुई। पीएम से मुलाकात के बाद ममता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ममता बनर्जी ने कहा है कि यह एक सामान्य मुलाकात थी। इस दौरान उनकी कोरोना के मुद्दे पर पीएम से बात हुई, और उन्होंने पीएम से बंगाल को दी जाने वाली वैक्सीन जनसंख्या के हिसाब से देने की बात कही। पीएम ने जवाब दिया कि जरूर देखेंगे। इस दौरान राज्य का नाम बदलने पर भी उनकी पीएम से बातचीत हुई और ममता ने पीएम से पेगासस जासूसी मामले के लेकर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाने की बात भी कही। उन्होंन कहा कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जाए। बता दें कि ममता बनर्जी पांच दिन के दिल्ली दौरे पर हैं इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट करने की पूरी कोशिश रही है। सूत्रों
के मुताबिक, विपक्षी नेताओं से मुलाकात के अलावा ममता बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलने जा सकती हैं।
4- दूसरी लहर के दौरान घटते संक्रमण के मामलों के बीच स्कूल एक बार फिर खोले जा रहे हैं, कई राज्यों मे जहां ऑफलाइन क्लासेज शुरु हो चुकी हैं तो कुछ राज्यों इसे लेकर तैयारियां चल रही हैं, लेकिन अभिभावकों में डर है कि बच्चे संक्रमण की चपेट में ना आ जाएं, इसलिए कोरोना कवच यानि वैक्सीन का इंतजार हो रहा है। इसी को लेकर एक अच्छी खबर ये है कि बच्चों का वैक्सीनेशन अगस्त में शुरु हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए बच्चों को वैक्सीनेट करना एक अहम कदम होगा। साथ ही कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच स्कूल खोलने के लिए बच्चों का वैक्सीनेशन अहम होगा। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को संसद में हुई बीजेपी की पार्लियामेंट्री बैठक में कहा है कि बच्चों का टीकाकरण अगस्त में शुरू किया जा सकता है। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। बता दें कि इससे पहले एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बच्चों की वैक्सीन को सितंबर तक मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था कि वैक्सीनों का ट्रायल चल रहा है और सितंबर तक ट्रायल के नतीजे आने की उम्मीद है जिसके बाद वैक्सीनेशन शुरु किया जा सकेगा।
5- बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के डायरेक्टर जनरल के तौर पर तैनात, 1984 बैच के गुजरात कैडर के IPS अधिकारी राकेश अस्थाना को रिटायरमेंट से महज तीन दिन पहले ही दिल्ली का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। अस्थाना 31 जुलाई को वे रिटायर होने वाले थे लेकिन गृह मंत्रालय ने मंगलवार रात इस बात की जानकारी दी कि कैबिनेट की अपॉइंटमेंट्स कमिटी उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है। सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर रह चुके अस्थाना, BSF के DG बनाए जाने से पहले नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के DG का अतिरिक्त प्रभार और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के DG का प्रभार भी संभाल रहे थे। अब वे वर्तमान पुलिस कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव की जगह लेंगे। आपको बता दे कि IPS ऑफिस बालाजी श्रीवास्तव ने 30 जून 2021 को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का पद संभाला था। उन्हें यह जिम्मेदारी पूर्व कमिश्वर SN श्रीवास्तव के रिटायरमेंट के बाद मिली थी। लंबे समय तक आईपीएस अधिकारी के तौर पर गुजरात में काम करने की वजह से अस्थाना, पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। 2002 के गोधरा कांड, 2008 का अहदमबाद बम ब्लास्ट और नारायण साईं जैसे मामलों की जांच में अपने काम को लेकर सुर्खियों में रहे अस्थाना भ्रष्टाचार के आरोपों से भी घिरे हैं। कुछ साल पहले हैदराबाद के एक कारोबारी सतीश सना ने उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।