1- देश में कल 24 घंटे में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 लाख 92 हजार के पार रही और इस दौरान 3 हजार 684 लोगों ने अपनी जान गंवाई लेकिन अच्छी बात ये रही कि कल पहली बार देश में 3 लाख से ज्यादा लोगों ने कोरोना को मात दी। कोरोना की दूसरी लहर के बीच देश में कल पहली बार ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 24 घंटे में 3 लाख 8 हजार 522 रही। बात करें सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र की, तो यहां कल 24 घंटे में 63 हजार 282 मामले सामने आए जबकि 802 लोगों की जान गई जबकि 24 घंटे में 61 हजार से ज्यादा लोग रिकवर हुए। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 30 हजार 180 नए संक्रमित मिले और 304 लोगों की मौत हुई और 38 हजार से ज्यादा लोगों ने रिकवर किया है। वहीं दिल्ली में शनिवार को 25 हजार 219 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 412 लोगों ने कोविड संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई और इस दौरान यहां 27 हजार से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में 15 हजार 900 से ज्यादा संक्रमित मिले और 229 लोगों की मौत हुई वहीं गुजरात में संक्रमितों की संख्या 13 हजार के पार रही और यहां 24 घंटे में 172 लोगों ने जान गंवाई। बता दें कि इस वक्त दुनियाभर में सबसे ज्यादा संक्रमित भारत में मिल रहे हैं इसी के मद्देनजर अमेरिका ने अपने यहां 4 मई से भारतीयों के आने पर पाबंदी लगाई है।
2- तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए देश की राजधानी में 19 अप्रैल को लगाया गया लॉकडाउन एक बार फिर और एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। शनिवार को दिल्लीके मुख्य़मंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके लॉकडाउन को एक हफ्ते आगे बढ़ाने की
जानकारी दी। दिल्ली में लगा लॉकडाउन 3 मई सुबह 5 बजे तक था लेकिन अब ये लॉकडाउन 10 मई सुबह 5 बजे तक रहेगा। दिल्ली में रोजाना लगातार भड़ रही संक्रमितों की संख्या और कोविड संक्रमितों की बिगड़ती तबीयत के बीच अस्पतालों में खत्म होती दवाईयां, ऑक्सीजन और बेड्स की कमी ने गहरा संकट खड़ा कर दिया है। ऑक्सीजन की कमी के चलते अस्पतालों में मरीज दम तोड़ रहे हैं, शनिवार को भी ऑक्सीजन नहीं मिल पाने की वजह से दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल में 12 कोविड मरीजों की मौत हो गई। ऑक्सीजन के मुद्दे पर कल फिर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने केन्द्र सरकार को, दिल्ली को जल्द 490 मैट्रिक टन ऑक्सीजन का कोटा पूरा करने
का आदेश दिया और कोटा पूरा नहोने की स्थिति में अवमानना के तहत कारर्वाई की बात कही। वहीं दिल्ली में हर दिन बिगड़ते हालात को लेकर कोर्ट ने दिल्ली सरकार से सवाल किया कि दिल्ली सरकार ने अब तक सेना की मदद क्यों नहीं ली। आपको बता दे कि बीते 10 दिनों से लगातार दिल्ली में 20 हजार से ज्यादा मामले रोजाना सामने आ रहे हैं वहीं रोजाना 300 से ज्यादा लोग संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा रहे हैं।
3- कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीत जहां एक तरफ ऑक्सीजन की कमी का संकट देश के सामने खड़ा है तो वहीं दूसरी तरफ कोविड वैक्सीन की बढ़ती मांग के बीच वैक्सीन की कमी भी एक समस्या बनकर उभर रही है। इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला ने ब्रिटेन में वैक्सीन की डिमांड के लिए बढ़ते दबाव को लेकर आरोप लगाते हुए कहा है कि वैक्सीन को लेकर भारत के कई शक्तिशाली लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं, कई सीएम और बिजनेसमैन्स ने उन्हें फोन पर धमकाया है, इसलिए वो भारत वापस जाना नहीं चाहते। उन्होंने लंदन में टाइम्स UK को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत के पावरफुल लोग कोविशील्ड वैक्सीन तुरंत सप्लाई की मांग के साथ
उन्हें धमकी भरे कॉल्स कर रहे हैं, जिनमें कुछ मुख्यमंत्री भी शामिल हैं इसी दबाव की वजह से वे अपनी बेटी और पत्नी के साथ लंदन गए हैं। उन्होंने कहा, मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता, जहां आप अपना काम कर रहे हों, और फिर भी आपको डर लगा रहे कि किसी X, Y या Z की सप्लाई पूरी नहीं हो सकी तो क्या होगा? उन्होंने आगे कहा कि फोन करने वाले कहते हैं कि अगर हमें वैक्सीन नहीं दोगे तो अच्छा नहीं होगा। ये बात करने का तरीका नहीं है, ये सीधे तौर पर धमकी है। पूनावाला ने इंटरव्यू में कहा कि इसी दबाव की वजह से वे अपना काम ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने लंबे समय तक यहीं रहने का मन बनाया है। ऐसे हालात में मैं भारत वापस नहीं जाना चाहता। सब कुछ मेरे कंधों पर डाल दिया गया है, लेकिन मैं अकेला ये सब नहीं कर सकता। आपको बता दें कि खतरे की आशंका को देखते हुए ही हाल ही में केंद्र सरकार ने अदार पूनावाल को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवाई है। जो उन्हें पूरे देश में मिलेगी। ये सुरक्षा मिलने के बाद ही पूनावाल ने लंदन में दिए इंटरव्यू में ये बातें कही हैं।
4- देश में लगातार बढ़ रहे संक्रमण और संक्रमण से रोजाना हो रही मौतों पर चिंता जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, कोविड 19 तबाही लाया है, ये लहर नहीं, सुनामी है जिसने सबकुछ तबाह कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत, विश्व में कोरोना केन्द्र बन गया है। देश में कोविड संक्रमण के चलते पैदा हुई स्थिति के लिए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस स्थिति के लिए पूरी गलती पीएम की है। राहुल गांधी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ गृह मंत्री अमित शाह ने कोराना वायरस फैलाने वाले कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया और उन कार्यक्रमों की प्रशंसा भी की, उनका पूरा ध्यान अपनी छवि बनाने पर केन्द्रित है, वो पूरी तरह अपनी ब्रांडिंग पर ध्यान देते हैं । उन्होंने कहा कि जब दूसरी लहर जारी थी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कोविड-19 के खिलाफ जंग’ जीतने का पहले ही श्रेय ले लिया और अब जब कोविड-19 की स्थिति काबू से बाहर हो गई है, तो सरकार ने गेंद राज्यों की पाले में डाल दी है। मोदी सरकार
पर तंज करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “नागरिक वास्तव में आत्मनिर्भर हो गए हैं।”
5- देश के पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी मे हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आने वाले हैं इसके लिए पांचों राज्यों की कुल 822 विधानसभा सीटों पर पड़े वोटों की गिनती आज सुबह आठ बजे से शुरू हो चुकी है। आपको बता दे कि फैलते संक्रमण के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देशों पर काउंटिंग के दौरान कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। आपको बता दें कि इश बार मतगणना केन्द्रों की संख्या पिछली बार के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा है, 2016 में जहां मतगणना केन्द्रों की कुल संख्या 1,002 थी वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए पांचों सूबों में कुल 2,364 केन्द्रों में मतगणना हो रही है। जिनमें पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 1 हजार 113 केन्द्र बनाए गए हैं इसके अलावा केरल में 633, असम में 331, तमिलनाडु में 256 और पुडुचेरी में 31 मतगणना केन्द्र बनाए गए हैं। 62 दिन चली चुनाव प्रक्रिया के बाद आज आने वाले पांच राज्यों के नतीजों में सबसे ज्यादा अहम माने जा रहे हैं पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजे, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हैं, जहां टीएमसी की सीधी टक्कर बीजेपी से है। हालांकि इस बार बंगाल में बीती बार के मुकाबले 1.5 फीसद कम वोटिंग हुई है, ऐसे में टीएमसी को नुकसान हो सकता है। वैसे एग्जिट पोल की बात करें तो टीएमसी औऱ बीजेपी के बीच ज्यादा अंतर दिखाई नहीं दे रहा, ऐसे में नतीजों पर सभी की पैनी नजर है।