1- देश में कोविड संक्रमण के मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं, कल गुरुवार को फिर से 24 घंटे में देशभर में 3 लाख 32 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए, जबकि 2 हजार 255 लोगों की इस महामारी के चलते मौत हुई। सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में ही सामने आए हैं, जहां 24 घंटे में 67 हजार 468 लोगों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद दूसरे नंबर पर है उत्तर प्रदेश, जहां तेजी से पैर पसारती महामारी से कल 33 हजार 106 लोगों को संक्रमित पाए गए हैं। वहीं दिल्ली में कल 24 हजार 638 नए मामले दर्ज हुए हैं। इसके अलावा केरल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों में भी लगातार संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। इसी बीच एक और बुरी खबर है महाराष्ट्र के विरार से, जहां विजय बल्लभ अस्पताल में आज सुबह साढ़े तीन बजे के करीब आग लगने ने 13 लोगों की मौत हो गई है। ये अस्पताल कोविड सेंटर है जहां 90 मरीजों का इलाज चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल के आईसीयू में जिस वक्त शॉर्ट सर्किट होने की
वजह से आग लगी तब आईसीयू वार्ड में 17 लोग मौजूद थे, जिनमें से 13 लोगों की मौत हो गई, मरने वालों में चार महिलाएं भी थीं। बताया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट एसी में हुआ, जिसके चलते ये हादसा हुआ। अभी दो दिन पहले महाराष्ट्र के नासिक में एक बड़ा हादसा हुआ था जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 24 लोगों की जान गई, वहीं आग लगने से अस्पतालों में इससे पहले भी कई हादसे हुए हैं, लेकिन लगातार हो रहे ये हादसे बताते हैं कि प्रशासन पुरानी घटनाओं से कोई सीख नहीं ले रहा।
2- देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की। इस मीटिंग में पीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्यों को सप्लाई की जा रही ऑक्सीजन में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। मीटिंग में अधिकारियों ने पीएम को बताया कि पिछले कुछ दिनों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन में हर दिन 3 हजार 300 मीट्रिक टन की बढ़त हुई है। जिसमें गैर सरकारी, सरकारी स्टील प्लांट, इंडस्ट्रीज और ऑक्सीजन मैन्युफैक्चरर्स ने भी मदद की है। साथ ही ये भी कहा गया कि जरूरतमंद राज्यों को लगातार बाचतीच कर ऑक्सीजन देना सुनिश्चित किया जा रहा है। मीटिंग में कहा गया कि 21 अप्रैल से 20 राज्यों में हर दिन 6 हजार 785 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है और सरकार की तरफ से इन राज्यों को 6 हजार 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने इन तमाम बिंदुओं पर बात करते हुए ऑक्सीजन प्रोडक्शन और इसके डिस्ट्रीब्यूशन में तेजी लाने के साथ-साथ, हेल्थ केयर फैसिलिटी में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए नए रास्ते तलाशने पर जोर दिया है। इसी विषय पर आज पीएम, ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे राज्यों के मुख्य मंत्रियों और ऑक्सीजन मेन्यूफेक्टर से मीटिंग करेंगे। जरूरतमंद राज्यों को ऑक्सीजन की निर्बाध सप्लाई के लिए होने वाली इन मीटिंग्स के लिए पीएम ने अपना आज का बंगाल दौरा रद्द किया है, पीएम ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। आपको बता दें कि राज्यों को ऑक्सीजन की निर्बाध सप्लाई के लिए केन्द्र ने डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट लागू कियाहै। केंद्र ने आदेश जारी किया है कि मेडिकल ऑक्सिजन के प्रोडक्शन और सप्लाई में किसी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए। गृह मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन ले जा रही गाड़ियों का एक से दूसरे राज्य में बेरोकटोक मूवमेंट हो साथ ही शहरों के भीतर भी ऑक्सीजन ले जाने वाली गाड़ियों के मूवमेंट पर समय सीमा की पाबंदी नहीं होनी चाहिए। साथ ही चेताया भी गया है कि यदि इंटरस्टेट ट्रांसपोर्टेशन में कहीं कोई रुकावट आई तो संबंधित जिले के डीएम और एसपी इसके लिए जवाबदेह होंगे।
3- देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच चल रहे विधानसभा चुनावों को लेकर इलेक्शन कमिशन ने चुनाव प्रचारों पर सख्त रुख अख्तियार किया है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में आठ चरण में हो रहे मतदान में अभी दो चरण बाकी हैं, जिन्हें लेकर होने वाली पद यात्राओं, साइकिल और की रैली व रोड़ शो सभी पर चुनाव आयोग ने पाबंदी लगा दी है। दरअसल चुनाव प्रचारों के दौरान राजनीतिक दलों, नेताओं और समर्थकों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन नहींहो रहा, जिसे देखते हुए इलेक्शन कमिशन ने गुरुवार को चुनाव प्रचार के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। नए दिशा निर्देशों के तहत राजनीतिक पार्टियों को प्रचार के लिए रोड शो, पद यात्रा, साइकिल या बाइक रैली की इजाजत नहीं होगी। वहीं जन सभाओं में भी 500 से ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं होंगे और इसके लिए भी पार्टियों व नेताओं के कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा, जैसे पर्याप्त जगह, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना आदि। इलेक्शन कमिशन का कहना है कि आयोग द्वारा नई गाइडलाइन्स जारी होने के बाद भी राजनीतिक दल और प्रत्याशी लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, जिसके बाद चुनाव आयोग को ये सख्त कदम उठाना पड़ा। आपको बता दें कि कल, गुरुवार को बंगाल में छठे चरण का मतदान था, जिसमें 43 सीटों पर कल कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच 79 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ।
4- गुरुवार को अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारत सरकार को बिना मुनाफा कमाए कोरोना वैक्सीन देने की पेशकश की है। फाइजर के प्रवक्ता ने ई-मेल के जरिए कहा है कि कंपनी दुनिया के विभिन्न देशों को समान रूप से और किफायती दर पर टीका उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। भारत में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम में इस्तेमाल के लिये भी फाइजर और बॉयोएनटेक टीका उपलब्ध कराकर सरकार के साथ काम करते रहने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। कंपनी का कहना है कि उसने उच्च, निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए वैक्सीनकी अलग अलग कीमतें तय की हैं और कोरोना महामारी के बीच सिर्फ सरकारी टीकाकरण अभियानों के लिए ही विभिन्न देशों की सरकारों को वैक्सीन मुहैया कराने को प्राथमिकता दी है। कंपनी ने कहा कि फाइजर, सरकार को टीकाकरण कार्यक्रम में पूरा समर्थन देगी लेकिन केवल सरकारी अनुबंधों के जरिये ही कोविड-19 वेक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। फाइजर ने बिना प्रॉफिट वाले रेट पर वैक्सीन मुहैया कराने की बात तो कही है हालांकि अभी ये नहीं बताया कि बिना लाभ कमाए टीके का दाम क्या होगा। हालांकि अमेरिकी सरकार से फाइजर कोरोना वैक्सीन के लिए पर डोज 19.5 डॉलर यानि करीब 1500 ले रही है।
5- यदि आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और आप कोविड वैक्सीन लेना चाहते हैं तो इसके लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराएं। आपको बता देंकि 1 मई से शुरु होने वाले वैक्सीनेशन के अगले चरण में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा जिसके लिए 28 अप्रैल से Co-Win पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरु हो जाएगा, तो वैक्सीन लेने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराएं। अभी देश में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीयर बैठक में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन का फैसला लिया गया है। आपको बता दें कि अगले चरण में भी सरकारी टीकाकरण केन्द्रों पर मुफ्त वैक्सीनेशन प्रक्रिया जारी रहेगी, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में इसके लिए रकम चुकानी होगी।