1- कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच एक और चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है, जिसके मुताबिक दुनिया के प्रमुख हेल्थ रिसर्च जर्नल लैंसेट ने दावा किया है कि कोरोना वायरस हवा के जरिए तेजी से फैलता है। कोरोना वायरस को लेकर अब तक छपी तमाम स्टडीज का रिव्यू करके एक्सपर्ट्स ने अपनी बात को साबित करने के लिए कई कारण भी सामने रखे हैं। ये रिव्यू यूके, यूएसए और कनाडा के छह एक्सपर्ट्स ने लिखा है इस रिव्यू की मुख्य लेखक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की त्रिश ग्रीनहाल का कहना है कि इस नए खुलासे के बाद हेल्थ एजेंसियों को कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन की परिभाषा बदलनी चाहिए, इस वायरस को रोकने या इससे बचाव के लिए सिर्फ फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क आदि पर्याप्त नहीं हैं। इस रिव्यू में कहा गयाहै कि लोगों के एक दूसरे के संपर्क में आए बिना भी लोग संक्रमित हुए हैं, इसलिए निश्चित तौर पर वायरस हवा से फैला है। वहीं भारी ड्रॉपलेट्स से वायरस फैलने के सबूत इस स्टडी में नहीं मिले हैं। इस नई रिसर्च में ये भी कहा गया है कि खुले एरिया की बजाय बंद जगह पर ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ज्यादातर वायरस ऐसे लोगों से फैला है जिनमें संक्रमित होते हुए भी लक्षण नहीं थे। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता अभी भी जरूरी है लेकिन हवा के जरिए वायरस ट्रांसमिशन के लिए भी तुरंत जरूर कदम उठाने होंगे।
2- कोरोना संक्रमण के साये में जी रहे महाराष्ट्र में 1 मई तक के लिए सख्त लॉकडाउन किया गया है, लेकिन फिलहाल संक्रमण नियंत्रितहोता नजर नहीं आ रहा। ऐसे में राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को ये संकेत दिएहैं कि यदि पाबंदियों से कोरोना पर काबू पाना संभव न हुआ, और लोग यूं ही कोविड बैन्स की धज्जियां उड़ाते रहे तो राज्य में बीते साल जैसा लॉकडाउन लगाना पड़ सकताहै। रेमेडिसविर इंजेक्शन की कालाबजारी और शॉर्टेज पर बोलते हुए उन्होंने ये भी कहा कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स में इन्फेक्शन की गंभीरता को समझे बिना ही रेमेडिसविर का उपयोग किया जा रहा है, उन्होंने ऐसे अस्पतालों से अपील करते हुए कहा कि सिर्फ जरूरी मामलों में ही रेमेडिसविर का इस्तेमाल करें। आपको बता दें कि कोविड संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल हो रहे रेमेडिसविर इंजेक्शन की बढ़ती मांग और कमी के चलते इसकी कालाबाजारी शुरु हो गई है। 5400 रुपये का ये इंजेक्शन अभी 30-40 हजार में भी बेचा और खरीदा जा रहा है। रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के गृहमंत्री बासावाराज बोमाई ने दवा की किल्लत को लेकर फर्जी खबरे बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने ये भी कहा है कि राज्य में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है, फर्जी किल्लत बनाई जा रही है।
3- देश मे तमाम खबरों के बीच कोरोना से जुड़े खबरें औन इतने प्रति जानकारी जरूरी है, आपको बता दें कि बढ़ते कोरोना मामलो के बीच कई राज्यों में जहां ऑक्सीजन की कमी का संकट है तो वहीं महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में कोरोना मरीजों की बढ़ी गिनती के चलते स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं। अस्पतालों में बेड्स की कमी की वजह से मरीजों के परिजन गुस्साए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पांच दिन में यहां 1700 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं, कुंभ मेले में 30 साधु-संत भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्थिति को देखते हुए कुंभ का समापन तय वक्त से पहले होने की संभावना है। बढ़ते कोरोना मामलों के बीच आज से दिल्ली समेत कई राज्यों में वीकेंड लॉकडाउन है, जो शुक्रवार रात से शुरु होकर सोमवार सुबह तक रहेगा। महाराष्ट्र मे जहां 1 मई तक लॉकडाउन है तो वहीं मध्य प्रदेश, दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश मे भी रविवार का लॉकडाउन किया गया है। इसके अलावा संक्रमण से बचाव के मद्देनजर CBSE के बाद अब CISCE ने भी ISCE 10वीं और ISC 12वीं की परीक्षाएं कुछ वक्त के लिए टाल दी हैं। परीक्षाओं के लिए नई तारीख पर जून के पहले हफ्ते में फैसला लिया जाएगा।
4- आज पश्चिम बंगाल में पांचवे चरण का मतदान हो रहा है। पांचवें चरण के मतदान में सबसे ज्यादा सीटों पर यानि 6 जिलों जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग, उत्तर 24 परगना, नदिया शहर और पूर्वी बर्धमान की कुल 45 सीटों पर वोटिंग हो रही है, जिसमें कुल 319 उम्मीदवारों खड़े हुए हैं। आज के मतदान ममता बनर्जी के लिए काफी खास माने जा रह हैं क्योंकि जिन 45 सीटों पर आज मतदान हो रहा है वहां 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस से ज्यादा वोट पाए थे। बीते चरण के मतदान के दौरान हुई हिंसा की घटना के मद्देनजर इस बार चुनाव आयोग ने और पुख्या बंदोबस्त किए हैं, लेकिन पोलिंग बूथ्स पर कोरोना गाइडलाइन्स का उतनी सख्ती से पालन होता नजर नहीं आ रहा जितनी जरूरत है। वोट डालने आए लोग, लाइनों में एक-सूदरे से सट कर खड़ें हैं और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की अनदेशी करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए इलेक्शन कमिशन ने इस चरण में पिछले चरण के मुकाबले ज्यादा, केन्द्रीय बलों की 853 कम्पनियां तैनात की हैं, चौथे चरण के मतदान के दौरान 44 सीटों के लिए मतदान के लिए 789 कंपनियां तैनात थीं। कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच सुबह 7 बजे शुरु हुई वोटिंग शाम 6 बजे तक चलेगी। आपको बता दें कि पांचवे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचारखत्म होने के बाद कल चुनाव आयोग ने कहा कि अब प्रत्याशी
शाम 7 बजे से सुबह 10 बजे के बीच प्रचार नहीं कर सकेंगे, उन्हें वोटिंग शुरु होने से 72 घंटे पहले कैंपेन खत्म करना होगा, साथ ही प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों को कोविड के नियम मानने होंगे और इनकी अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
5- पंजाब नेशनल बैंक का हजारों करोड़ रुपये गवन कर विदेश रफूचक्कर हुए हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन ने भारत को लौटाने की इजाजत दे ही है। नीरव मोदी मार्च 2019 से लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है, जिसने अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर भारतीय बैंक पीएनबी के साथ 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था, जनवरी 2018 में पीएनबी के लाइन ऑफ क्रेडिट के माध्यम से 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले के खुलासे के बाद, नीरव मोदी अपने परिवार के साथ विदेश भाग गया था। सीबीआई और ईडी की छानबीन में घोटाले की साजिश में नीरव मोदी के शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले थे, उन सुबूतों के आधार पर ही नीरव के खिलाफ रेडकार्नर नोटिस जारी कराया गया। जिसके बाद दिसंबर 2018 में पता चला कि नीरव हुलिया बदलकर लंदन में रह रहा है, जिसके बाद मार्च 2019 में नीरव को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद अब ब्रिटिश सरकार की मंजूरी मिलने पर नीरव को भारत लाया जाएगा। आपको बता दें कि लंदन की कोर्ट ने भी नीरव मोदी को घोटाले की साजिश में शामिल माना है औऱ कहा है कि उसे इंडियन कोर्ट के सामने किया जाना चाहिए। कोर्ट के आदेश के बाद ही ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव मोदी को भारत को लौटाने के परमिट पर साइन किए हैं।