1- देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार जितनी तेजी से बढ़ रही है, इससे महत्वपूर्ण विषय और खबर दूसरी नहीं, क्योंकि फिलहाल देश के हर नागरिक को इस विषय की गंभीरता को समझना होगा और प्रशासनिक नियमों व पाबंदियों में सहयोग करना होगा, ताकि इस महासंकट पर विजय पाई जा सके। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है, जो कि चिंता का विषय है। कल मंगलवार को देस में रिकॉर्ड 1 लाख 85 हजार 248 मामले आए हैं, जबकि 1025 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है, जिनमें सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट में हुई हैं, जहां 281 लोगों ने इस बीमारी के चलते दम तोड़ा है। बढते मामलों के बीच संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की दर में भी गिरावट आई है जो अब 89.51 प्रतिशत ही रह गई है। आपको बता दें कि हर 24 घंटे में सामने आ रहे संक्रमण के ताजा मामलों में ज्यादातर देश के 10 राजद्यों से हैं जिनमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, गुजरा, राजस्थान और केरल शामिल हैं, इन सभी राज्यों में कोरोना के नए मामले हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। देश के चार
राज्यों, महाराष्ट्र, यूपी, छत्तीसगढ़ और दिल्ली से सामने आए नए संक्रमित ही 57.9 फीसदी हैं। कल 24 घंटे में महाराष्ट्र में 60 हजार 212 मामले सामने आए हैं, वही यूपी में 18 हजार 21, छत्तीसगढ़ में 15 हजार 121 और दिल्ली में 13 हजार 468 नए केस आए हैं।
2- कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र में आज से 15 दिन के लिए मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल रात महाराष्ट्र की जनता को संबोधित करते हुए राज्य में अहतियातन कुछ पाबंदियों की बात कही। उन्होंने कहा कोविड 19 के खिलाफ एक बार फिर लड़ाई शुरु हो गई है, मामलों में बढ़ोतरी होने की वजह से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ गया है। यदि पाबंदियां नहीं लगाई गईं तो हालात बेकाबू हो सकते हैं, इसलिए बुधवार, 14 अप्रैल रात 8 बजे से महाराष्ट्र में Break the Chain Campaign की शुरुआत होगी, जिसके तहत अगले 15 दिन यानि 30 अप्रैल तक पूरे राज्य में धारा 144 रहेगी। इस दौरान बिना जरूरत आवाजाही पर पाबंदी होगी और सुबह7 बजे से रात 8 बजे तक भी सिर्फ अशेसियल सर्विस ही चालू रहेंगी। स्वास्थ्य सेवाएं चालू रहेंगी, बैंक भी खुले रहेंगे, होटल, बार रेस्टोरेंट आदि खुले रहेंगे लेकिन सिर्फ पैंकिग फूड चालू रहेगा वहां बैठ कर खाना अलाउ नहीं है। यातायात में भी सिर्फ जरूरी सेवाएं ही जारी रहेंगी। कंस्ट्रकशन साइट्स पर ही मजदूरों के रहने का इंतजाम होगा। इसके अलावा सभी पब्लिक प्लेस जैसे- सिनेमा, थियेटर, पार्क,जिम, स्वीमिंग पूल, क्लब, धार्मिक स्थल, स्कूल-कॉलेज और फिल्म-सीरियल्स व ऐड आदि की शूटिंग, ये सभी बंद रहेंगे। वहीं शादी समारोहों में सिर्फ 25 लोगों और अंतिम संस्कार में 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी। आपको बता दें कि राज्य में लॉकडाउन के दौरान
सरकार रियल एस्टेट सेक्टर के मजदूरों और परमिट वाले रिक्शा चालकों को 1500 रुपए की मदद देगी और अगले एक महीने तक शिव भोजन योजना के तहत गरीबों को खाने की थाली भी मुफ्त दी जाएगी।ये व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि बीते साल जैसे हालात न बनें।
3- महाराष्ट्र में कोरोना के बेकाबू हालात के बाद अब देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी पाबंदियों के संकेत मिलने लगे हैं। कोविड 19 की गंभीर होती स्थिति को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को सलाह दी है कि राज्य में 2-3 हफ्ते के पूर्ण लॉकडाउन पर विचार करे। दरअसल कोरोना संक्रमण के फैलाव पर दाखिल हुई एक याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा है कि नाइट कर्फ्यू या कोरोना कर्फ्यू संक्रमण पर काबू पाने के छोटे कदम हैं, इसलिए अहतियातन राज्य के ऐसे शहर जहां सक्रमितों की संख्या ज्यादा है और तेजी से फैल रहा है उन जगहों पर लॉकडाउन के लिए राज्य सरकार को विचार करना चाहिए। आपको बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा था कि उन्हें राज्य के लोगों का जीवन और आजीविका दोनों बचानी हैं, इसलिए वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन मौजूदा समय में प्रदेश के कुछ शहरों में स्थिति काबू के बाहर हो रही है। राजधानी लखनऊ मे रोजाना संक्रमितों की सख्या में इजाफा हो रहा है। कुंभ से लौटे श्रद्धालुओं और मुंबई में लॉकडाउन के बाद घर लौट रहे प्रवासियों की राज्य में वापसी स्थिति को और खराब कर सकती है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी फिर से लॉकडाउन की आहट सुनाई दे रही है।
4- आज देश में टीकाकरण उत्सव का आखिरी दिन है, चार दिन के इस टीकाकरण उत्सव में कल तीसरे दिन 25 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया गया। इनमें 21 लाख 22 हजार 686 लोगों को पहली खुराक दी गई और 3 लाख 78 हजार 197 लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली। हालांकि इस बीच कुछ राज्यों से वैक्सीन की कमी और टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन लेने गए लोगों के खाली हाथ लौटने की खबरें भी आ रही हैं जिसपर केन्द्र ने कहा है कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है केवल टीकाकरण के लिए सही औऱ बेहतर योजना की कमी है। केन्द्र सरकार ने वैक्सीन की कमी की खबरों पर बोलते हुए मंगलवार को कहा कि राज्यों के पास अभी वैक्सीन की 1.67 करोड़ डोज हैं और इस महीने के आखिर तक उन्हें 2 करोड़ से ज्यादा डोज और मिल जाएंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि अभी तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 13 करोड़ 10 लाख 90 हजार से ज्यादा वैक्सीन दी जा चुकी हैं जिनमें से कुल खपत 11 करोड़ 43 लाख 69 हजार के करीब ही हुई है जिनमें बेकार हुईं खुराकें भी शामिल हैं यानि अभी भी राज्यों के पास 1
करोड़ 67 लाख 20 हजार से ज्यादा खुराक हैं, ऐसे में वैक्सीन नहीं बल्कि बेहतर योजना की कमी सामनेआती है।
5- मौसम संबंधी पूर्वानुमान बताने वाली संस्था स्काईमेट ने मंगलवार को इस वर्ष के मानसून को लेकर अपना पूर्वानुमान जारी किया। स्काईमेट ने बताया कि इस साल देशभर में दक्षिण-पश्चिमी मानसून सामान्य रहेगा। पूर्वानुमान के मुताबित, दिल्ली एनसीआर में जुलाई-अगस्त मे सामान्य और सितंबर महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। स्काईमेट की मानें तो इस साल 60 फीसदी सामान्य मानसून की संभावना है जबकि 15 फीसदी तक सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है। कुल मिलाकर देश में 75 प्रतिशत तक बारिश का योगदान देने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून को लेकर इस वर्ष पूरा सीजन अच्छे रहने की संभावना है। बीते साल सितंबर – अक्टूबर महीने में सामान्य से कम वर्षा होने के चलते प्रदूषण बढ़ गया था, लेकिन इस बार दिल्ली एनसीआर में मासनूस के समय से आने औल अक्टूबर तक बने रहने की संभावना है।