1- देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान भारत ने टीकाकरण के मामले में बड़ी कामियाबही हासिल की है। भारत में शनिवार तक केवल 89 दिनों में 10 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिसके बाद भारत, अमेरिका और चीन जैसे देशों को छोड़कर टीकाकरण के मामले में पहले नंबर पर आ गया है। आपको बता दैं कि अभी तक इतने ही वक्त में अमेरिका में जहां 9.2 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है तो वहीं चीन में 6.14 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन दी गई है जबकि ब्रिटेन में अभी तक सिर्फ 2.1 करोड़ लोगों का ही वैक्सीनेशन किया गया है, लेकिन भारत में इतने ही वक्त में शनिवार शाम तक कुल 10.12 करोड़ लोगो का वैक्सीनेशन किया जा चुका है वहीं एक और अच्छी बात ये है कि भारत में बढ़ते कोविड मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक यहां डेथ रेट दुनिया में सबसे कम, 1.28 फीसदी है। आपको बता दें कि देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत की गई थी। जिसमें अभी तक 90 लाख हेल्थ वर्कर्स को पहली और 55 लाख हेल्थ वर्कर्स को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं, इसी तरह 99 लाफ प्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली और 47 लाख को दोनों डोज मिल चुकी हैं।वहीं 45 साल से 60 साल वाले लोगों में 3
करोड़ भारतीयों को अभी तक वैक्सीनेशन की पहली और 6 लाख से ज्यादा लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र के 3 करोड़ 95 लाख लोगों को पहली और 17 लाख 88 हजार लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं।
2- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भारत में हर दिन संक्रमितों मरीजों की गिनती एक नया आंकड़ा छू रही है कल शनिवार को देशभर में नए संक्रमितों की गिनती 1.52 लाख रही। आपको बता दें कि देश में लगातार पांच दिन से नए संक्रमितों की संख्या 1 लाख से ऊपर बनी हुई है, जिसकी वजह से देश में एक्टिव केस 11 लाख के पार हो गए हैं। संक्रमण के मामलों में सबसे खराब स्थिति वाला राज्य है महाराष्ट्र, जहां पांच दिन से लगातार 50 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। कल शनिवार को भी 24 घंटे में 55 हजार 411 नए मामले अकेले महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं। सिर्फ महाराष्ट्र में ही 5 लाख 36 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जहां एक तरफ सरकार टीकाकरण अभियान को तेज करने की बात कह रही है तो वहीं महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और यूपी जैसे राज्यों से वैक्सीन की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। खैर, बढ़ते मामलों के बीच गतिविधियों पर प्रतिबंधों का दौर भी जारी है, महाराष्ट्र में जहां सोमवार सुबह तक के लिए वीकेंड़ लॉकडाउन है तो कई राज्यों ने कोरोना की बढ़ती रफ्तार को रोकने के लिए नाइट कर्फ्यू का भी सहारा लिया है, लेकिन इसी बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अब राज्य में कोई और नया प्रतिबंध नहीं लगेगा, साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से वैक्सीन सप्लाई बढ़ाने की मांग की, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सके। आपको बता दें कि दिल्ली में मेट्रो, बस, रेस्टोरेंट से लेकर शादी और अंतिमसंस्कार तक, तमाम गतिविधियों पर कई तरह की पाबंदियां लगाईं हैं।
3- देश के कई राज्यों में नई पाबंदियों के बाद भी कोविड संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, उस पर वैक्सीन की कमी एक और बड़ा संकट बनकर सामने आ रही है। महाराष्ट्र, बिहार और राजस्थान के बाद अब उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली में भी वैक्सीन खत्म होने होने की कगार पर है। देश में वैक्सीन स्टॉक खत्म होने के मुद्दे पर जहां सियासत काफी गरमाई हुई है वहीं दूसरी तरफ इसपर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरु हो गया है। सरकार द्वारा वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने की मांग पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि उत्पादन को बढ़ाने के लिए 3,000 करोड़ और तीन महीने की जरूरत है उनके इश बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कि इशके लिए आपको 6 महीने पहले सोचना चाहिए था।उन्होंने ये भी कहा- मैं वित्तीय मामले पर सलाह नहीं दे सकता, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि ऐसे निवेशक होंगे जो उत्पादन के लिए मदद करने के लिए तैयार होंगे,। वहीं वैक्सीन की कमी पर सफाई देते हुए सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि यूरोप और अमेरिका ने महत्वपूर्ण कच्चे माल के निर्यात को रोक दिया है इसलिए भारत में वैक्सीन उत्पादन पर असर इसलिए पड़ा है। वैसे इसी बीच एक राहत भरी बात कही है स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने। स्पूतनिक वैक्सीन के इस्तेमाल को मंज़ूरी दिए जाने के बारे में बताते हुए डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि हमारे पास इसके लिए आवेदन है और मैं समझता हूं कि हफ़्ते या 10 दिन के अंदर इसके आपातकालीन इस्तेमाल के प्रयोग के लिए अनुमति दे दी जाएगी। वहीं वैक्सीन की कमी के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वैक्सीन स्टॉक पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में राजनीति हो रही है।
4- उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कल एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई, जिले के बढ़पुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिहौली मोड़ के पास श्रद्धालुओं से भरी एक डीसीएम सड़क किनारे बनी खाई में गिर गई, जिसमें इटावा के CMO ने 11 लोगों के मरने की पुष्टि की है और 43 लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त ट्रक ड्राइवर शराब के नशे में था, जो बेकाबू वाहन को काबू करने में असफल रहा और ये बड़ा हादसा हुआ। घटनास्थल पर ग्रामीणों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। डीसीएम में सवार ये सभी श्रद्धालु लखना देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए पिनाहट से आगरा जा रहे थे। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। घटना पर दुख व्यक्त करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश के इटावा में हुई सडक दुर्घटना के दुःखद समाचार से आहत हूँ। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में लगा है। इस भीषण हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों व दोस्तों को खोया है उनकी इस अपूरणीय क्षति पर संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना करता हूँ”।
5- पश्चिम बंगाल में कल चौथे चरण के मतदान में राज्य के पांच जिलों में वोटिंग हुई। यहां शनिवार को चौथे चरण में 5 जिलों की कुल 44 सीटों पर मतदान हुआ। इन सीटों पर मतदान के दौरान कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच भी कई इलाकों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। आपको बता दें कि राज्य में वोटिंग के दौरान हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए चुनाव आयोगन ने सभी चुनावी क्षेत्रों में 789 सुरक्षाबलों की कंपनियां तैनात की थीं, लेकिन फिर भी कूचबिहार में अलग-अलग जगहों पर कई घटनाएं हुईं, जिनमें 5 लोगों की जान गई। हालांकि इन घटनाओं के सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने जिले में किसी भी पार्टी के नेता कती एंट्री पर रोक लगा दी जो 72 घंटे तक रहेगी। इसके अलावा एक और अहम फैसला लेते हुए चुनाव आयोग ने पांचवे चरण के मतदान के लिए होने वाले चुनाव प्रचार को 48 घंटे पहले बंद करने की बजाय 72 घंटे पर खत्म ही खत्म करने को कहा है।