1- बीते दिनों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की बिल्डिंग में आग लगने के कारण कंपनी के मैन्यूफैक्चरिंग आउटपुट पर काफी असर पड़ा है, और अब इसका सीधा असर पड़ता नजर आ रहा है कोरोना से जंग के दौरान भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी पर, क्योंकि सीरम इंस्टीट्यूट ने हाल ही में तीन देशों को पत्र लिखा है कि वो फिलहाल वैक्सीन उपलब्ध कराने में असमर्थ है और इस असमर्थता का कारण उसने जनवरी महीने में बिल्डिंग में लगी आग को बताया है। आपको बता दें कि ब्राजील ने 20 मिलियन वैक्सीन का ऑर्डर दिया था, जिसमें से सिर्फ 4 मिलियन वैक्सीन ही दी गई हैं, मोरक्को के 20 मिलियन वैक्सीन के ऑर्डर में सिर्फ 7 मिलियन ही अभी तक पहुंची हैं और सऊदी अरब के 20 मिलियन वैक्सीन के ऑर्डर में भी केवल 3 मिलियन वैक्सीन दी गई हैं, और ऑर्डर पूरा करने में फिलहाल इंस्टीट्यूट ने अनिश्चिति देरी की असमर्थता जताई है। समस्या ये है कि ये तीनों ही देश, पहले ही वैक्सीन सप्लाई की राशि दे चुके हैं ऐसे में अनिश्चित देरी की असमर्थता जताने से इन देशों के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में रुकावट आ सकती है, जिससे भारत के वैक्सीन मैत्री अभियान पर भी नकारात्मक असर होगा।
2- मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, जिन्हें हाल ही में उनके पद से हटाया गया है, उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देखमुख पर ऐसा आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त भूचाल आ गया है, जिसका सीधा प्रभाव आया है अनिल देशमुख पर, क्योंकि पूर्व पुलिस कमिश्नर द्वारा गृह मंत्री पर लगे आरोप के बाद बीजेपी ने उनके इस्तीफे की मांग की है। दरअसल एंटीलिया केस में पुलिस अधिकारी सचिन वझे का नाम सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए गए परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्टी लिखकर कहा है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को बार, रेस्टोरेंट, और ऐसे ही अन्य प्रतिष्ठानों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट दिया था। हालांकि अनिल देशमुख का कहना है कि एंटीलिया केस में सचिन वझे के लिंक सामने आ रहे हैं, इसी डर से परमबीर खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए उनपर झूठे आरोप मढ़ रहे हैं। अनिल देशमुख ने ये भी कहा कि परमबीर उनपर लगाए आरोप को साबित करें नहीं तो वे परमबीर पर मानहानि का दावा करेंगे, जिसके बाद परमबीर ने अनिल देशमुख पर लगाए आरोप को साबित करते हुए एक चैट जारी की है। वहीं दूसरी तरफ परमबीर के इस आरोप के बाद बीजेपी उद्धव सरकार पर हमलावर हो गई है, और अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की जा रही है।
3- कोरोना काल में पर्दे के हीरो सोनू सूद, रीयल लाइफ में भी बेबसों के मसीहा और हीरो बने, वो प्रवासी मजदूरों का सहारा बने और सैकड़ों लोगों को घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया, सोनू सूद के इस काम की खूब सराहना हुई और लोगों ने उनकी इस दरियादिली को अपने अपने अंदाज में सैल्यूट भी किया, और सोनू को सलाम करने का सिलसिला बिना ब्रेक जारी है, क्योंकि अब एविएशन कंपनी स्पाइस जैट ने भी सोनू सूद को अनोखे अंदाज में सैल्यूट किया है। स्पाइस जेट ने फ्लाइट पर सोनू सूद की तस्वीर बनाई है, और इसके साथ लिखा है ए सैल्यूट टू द सेवियर सोनू सूद। जिसके बाद सोनू सूद ने फ्लाइट की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया Remember coming from Moga to Mumbai on an unreserved ticket. Thank you everyone for all the love. Miss my parents more. @flyspicejet
4- कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आए देश के कुछ राज्यों में संक्रमितों की बढ़ती गिनती के प्रति सजग हुई राज्य सरकारों ने तुरंत प्रभाव से एक्शन लेते हुए लॉक डाउन, नाइट कर्फ्यू जैसे सख्त कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में तमिलनाडु सरकार ने संक्रमितों की बढ़ती गिनती को देखते हुए शनिवार को एक आदेश जारी कर कहा है कि 9वीं, 10वीं और 11वीं कक्षाओं के लिए 22 मार्च से अगले आदेश तक स्कूलों को बंद रखा जाए। फिलहाल सिर्फ 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खुले रहेंगे ताकि वे बोर्ड की परीक्षाएं दे सकें। महाराष्ट्र में भी बढ़ते मामलों के मद्देनजर नागपुर में लॉकडाउन को 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया है। आपको बता दें कि नागपुर में कोविड संक्रमितों की गिनती तेजी से बढ़ रही है जिसे देखते हुए 21 मार्च तक के लिए लगाया गया लॉकडाउन अब 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र के 7 जिले मुंबई, ठाणे, नागपुर, पुणे, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद कोविड संक्रमण की चपेट में हैं। महाराष्ट्र समेत देश के 8 राज्यों में नए मरीजों की गिनती इतनी तेजी से बढ़ रही है कि महज 24 घंटे में ही 40 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट से हैं जहां एक ही दिन में 27 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं।
5- उत्तरी दिल्ली नगर निगम की ओर से पीएम वाणी योजना प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद अब दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले स्टूडेंट्स और छोटे कारोबारियों सहित दूसरे लोगों को हाई स्पीड इंटरनेट मुहैया कराया जाएगा। इस स्कीम पर करीब 98 लाख 17 हजार 600 रुपये के खर्च का अनुमान है जिसके जरिए उत्तरी निगम के 104 बार्डों में हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलेगी, जिसका लाभ लाखों लोगों को मिल सकेगा। स्लम एरिया में हाई स्पीड इंटरनेट फैसिलिटी मिलने से एक तरफ जहां बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई सुचारू रूप से कर सकेंगे तो वहीं स्लम एरिया में रह रहे छोटे कारोबारी व दूसरे नागरिक भी इंटरनेट के माध्यम से आय के अवसर तलाशने में सक्षम होंगे।