1- बीते साल 12 अक्टूबर को मुंबई के पावर सप्लाई सिस्टम पर का ठप होना साइबर अटैक बताया जा रहा है, जिसके चलते मुंबई में करीब 12 घंटे बत्ती गुल रही थी, और अब ये बात भी सामने आई है कि साइबर इंटेलिजेंस फर्म Cyfirma ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को ये जानकारी दी थी कि चीनी हैकर्स ने भारत में वैक्सीन निर्माता सीरम इस्टीट्यूट फ इंडिया और भारत बायोटेक के आईटी सिस्टर को हैक करने की कोशिश की है। Cyfirma ने रॉयटर्स को बताया कि चाइनीज हैकिंग ग्रुप APT10 ने कोविड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में कुछ कमजोरियों की पहचान की थी। Cyfirma के सीईओ रितेश ने बताया कि इस साइबर हमले का मकसद वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों की इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी निकलाना और इन कंपनियों से टेक्निकल एंडवांटेज हासिल करना था। भारत की वैक्सीन कंपनियों पर साइबर हमले की ये खबर ऐसे वक्त पर सामने आई है जब न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले साल अक्टूबर में मुंबई पावर सप्लाई सिस्टम पर चीनी हैकर्स ने ही साइबर अटैक किया था। महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री ने भी इसमें सच्चाई होने की बात कही है, लेकिन केंद्र सरकार ने इससे साफ इनकार किया है। दरअसल दुनियाभर में कोरोना महामारी को फैलाने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा चीन इस बात से खफा नजर आ रहा हैकि भारत ने इस महामारी के दौरान एकजुटता की भावना के साथ काम करते हुए ग्लोबल लीडर की भूमिका निभाई है। ये चिढ़ वैक्सीन डिप्लोमेसी में भारत से पिछड़ने के चलते और बढ़ गई है, क्योंकि विश्वभर में बिक्री होने वाले कुल वैक्सीन्स का 60 प्रतिशत से ज्यादा का उत्पादन भारत करता है।
2- कल, सोमवार को कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम के दूसरे चरण की शुरुआत के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैसे ही वैक्सीन की पहली डोज ली, अधिकरत लोगों के दिमाग में वैक्सीन को लेकर बैठी भ्रांतियों और डर का भी अंत हुआ। प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह ने भी कल मेदांता हॉस्पिटल में वैक्सीन की पहली डोज ली। लोगों के दिमाग में वैक्सीन को लेकर पनपी हिचक को खत्म करने के लिए भाजपा ने अपने मंत्रियों और सांसदों से अपने-अपने क्षेत्र में वैक्सीनेशन कराने के लिए कहा है। ताकि लोग टीकाकरण पर विश्वास कर, वैक्सीनेशन के लिए आगे बढ़ें। मंत्रियों और सांसदों से वैक्सीन लेने के लिए सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को भी कहा गया है, यानि कायदे के मुताबिक दूसरे चरण में केवल वही मंत्री और सांसद वैक्सीनेशन कराएंगे जिनकी उम्र 60 साल के ऊपर है या जो 45 साल से ऊपर के हैं लेकिन किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। वैसे 1 मार्च से शुरु हुए वैक्सीनेशन प्रोग्राम के दूसरे फेज में बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लेने के लिए सेंटर्स पर पहुंच रहे हैं, वहीं पहले ही दिन लाखों लोगों ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया है। हालांकि पोर्टल पर ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से रजिस्ट्रेशन में
लोगों को दिक्कतें भी आईं और देश में कई जगहों पर पोर्टल ने काम करना बंद भी कर दिया, जिसे जल्द दुरुस्त किया जाएगा। इस समस्या के बाद डॉक्टर हर्षवर्धन ने संकेद दिए हैं कि सरकार पोर्टल पर पहले से रजिस्ट्रेशन की बजाय वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर टीकाकरण को बढ़ावा देने की कोशिश करेगी और पहले से रजिस्ट्रेशन वैक्सीन लेने वालों की गिनती को कम करने की दिशा में काम किया जाएगा।
3- राष्ट्रीय जनता दल ने पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला कियाहै। देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के ऐलान में ये साफ हुआ है कि पश्चिम बंगाल में इस बार 8 चरणों में चुनाव संपन्न होंगे, जिस पर ममता बनर्जी ने सवाल उठाए हैं, और इस चुनावी समर में बीजेपी को हराकर जीत की बात कही है। इसी बीच सोमवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कोलकाता स्थित
राज्य सचिवालय नबन्ना में मुलाकात की। इस मुलाबात में हुई बातचीत के बाद तेजस्वी यादव ने साफ किया कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जहां भी जरूरत पड़ेगी आरजेडी उन्हें समर्थन देगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में टीएमसी को समर्थन देने का फैसला पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का है और इस समर्थन की प्राथमिकता रहेगी बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में आने से रोकना है। केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ऐसा वक्त जब देश के मंत्रियों को देश को बचाने के लिए मशक्कत करनी चाहिए, तब वे सभी बंगाल में डेरा डाले हुए हैं। भाजपा झूठ फैला रही है, देश की संपत्ति को बेच रही है, जैसे रेलवे और भारतीय इस्पात प्राधिकरण के साथ किया जा रहा है। इस गठबंधन के बाद आरजेडी बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी पार्टी के तौर पर कुछ सीटों से चुनाव लड़ेगी। इसे लेकर तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, भाजपा को संदेश मिलना चाहिए। तेजस्वी जहां भी लड़ रहे हैं, मैं लड़ रही हूं। और जहां मैं लड़ रही हूं, वहां तेजस्वी लड़ रहे हैं।
4- एक तरफ जहां सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस विधानसभा चुनाव में जीत के लिए हर हथकंड़ा अपना रही है तो वहीं बीजेपी भी चुनाव प्रचार में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही। इसी कड़ी में 7 मार्च को पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक विशाल रैली होने वाली है, जिसके निमंत्रण के लिए बीजेपी के सांसद और नेता हर घर पहुंचेंगे और लोगों को ये कहते हुए निमंत्रण दिया जाएगा कि परिवर्तन और देश की प्रगति को बंगाल तक पहुंचाने के लिए वे इस रैली का हिस्सा बनें। राज्य में विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाज ये भाजपा द्वारा की जा रही पहली रैली है। पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा का कहना है कि 7 मार्च को होने वाली पीएम की ये ऐतिहासिक रैली होगी, ये रैली इतनी बड़ी होगी, जितनी आज तक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में कभी नही हुई।
5- सोशल मीडिया पर बीते कई दिनों से एक पोस्ट अलग-अnग तरीकों से पोस्ट किया जा रहा है, जिसमें संदेश औj आह्वान है उन डेयरी किसानों से जो दूध का व्यापार करते हैं। इस संदेश में कहा गया है कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर 5 मार्च तक दूध बिक्री का बहिष्कार और 6 मार्च से दूध के दाम 100 रुपये प्रति लीटर किए जाएंगे, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि 100 रुपये लीटर दूध बेचे जाने के फैसले से संयुक्त किसान मोर्चा का कोई वास्ता नहीं है, मोर्चा की तरफ से ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। उनके नाम पर गलत संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसलिए किसान इस मैजेस को इग्नोर करें। आपको बता दें कि कुछ वक्त पहले ही हरियाणा के जींद और हिसार में खाप पंचायतों ने किसानों के साथ मिलकर ये फैसला लिया कि आम जनता को छोड़कर सहकारी संस्थाओ को दूध 100 रुपये लीटर के हिसाब से ही दिया जाएगा। जिसके बाद सोशल मीडिया पर ये संदेश, दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों के संयुक्त मोर्चे का आह्वान बताकर वायरल होने लगा, जिसे कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े संयुक्त किसान मोर्चा ने खारिज कर दिया है, और किसानों से इस पर विश्वास न करने को कहा है।