1- देश के पांच राज्यों पश्चिमबंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुड्डुचेरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे भले 2 मई को आएंगे लेकिन कहां, किसकी सरकार बन सकती है इसे लेकर पांचों राज्यों में वोटर्स का मूड सी-वोटर्स के ओपिनियन पोल में दिखाई दिया है। हालांकि राजनीति में कब, किस करवट ऊंट बैठ जाए, पता नहीं चलता। खैर, शुक्रवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सी वोटर्स के ओपिनियन पोल में ये पता चला है कि पश्चिम बंगाल में तीसरी बार फिर ममता की सरकार बन सकती है। वहीं असम के ओपिनियन पोल में फिर से बीजेपी ही सत्ता में आई दिखाई दे रही है और पुड्डूचेरी में भी भाजपा का कमल खिलने के आसार हैं। केरल में जहां एक बार फिर से लेफ्ट बाजी मार सकती है तो वहीं तमिलनाडु में सत्ता पलटने के आसार ओपिनियल पोल में दिखाई दिए हैं।
2- कल, सोमवार 1 मार्च से शुरु होने वाले कोविड वैक्सीन प्रोग्राम के अगले चरण में प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भी जोड़ा गया है। इस बार सरकारी केन्द्रो के अलावा प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भी वैक्सीनेशन किए जाएंगे। जहां सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण मुफ्त होगा वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल्स में इसके लिए 250 रुपये चुकाने होंगे, जिसमें हॉस्पिटल का सर्विस चार्ज भी शामिल है। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र व 45 से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का वैक्सीनेशन होगा, सरकार के आंकलन के मुताबिक ऐसे लोगों की संख्या करीब 27 करोड़ है। वैक्सीनेशन कराने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन औऱ वैक्सीनेशन के वक्त आईडी प्रूफ साथ लाना होगा, साथ ही जो लोग किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें इससे जुड़े कागजात वैक्सीनेशन के वक्त दिखाने होंगे। सरकार ने गंभीर बीमारी की श्रेणी में आने वाली 20 बीमारियों की लिस्ट जारी की है, ताकि लोगों को समस्या ना हो, साथ ही इसके लिए एक फॉर्म भी बनाया गया है जिसे डॉक्टर से सर्टिफाई कराना होगा। आपको बता दें कि इस वक्त देश में 2 वैक्सीन, भारत बायोटैक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविडशील्ड का इस्तेमाल वैक्सीनेशन के लिए किया जा रहा है, लेकिन वैक्सीनेशन कराने वालों
को वैक्सीन के चुनाव की छूट नहीं दी गई है।
3- शनिवार को जम्मू में गांधी ग्लोबल फैमिली एनजीओ के एक पब्लिक प्रोग्राम में कांग्रेस पार्टी के वे सभी वरिष्ठ नेता अपने सहयोगियों के साथ शामिल हुए जो असंतुष्ट कहे जा रहे हैं, एक अहम बात ये कि इस कार्यक्रम में राहुल और सोनिया के पोस्ट नहीं लगे थे। इस शांति सम्मेलन में वे नेता शामिल थे जिन्होंने बीते साल गांधी परिवार की नेतृत्व शैली पर सवाल खडे किए थे, कांग्रेस हाईकमान से नाराज वरिष्ठ नेताओं के इस समूह को G 23 कहा जाता है, इन्होंने पार्टी में संगठन
चुनाव कराने और नियमित अध्यक्ष नियुक्ति की मांग करते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। पार्टी के इन असंतुष्ट नेताओं की एकता को कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व के लिए संदेश की तरह देखा जा रहा है। भगवा साफा पहन कर जम्मू में जुटे G 23 समूह में कांग्रेस के दिग्गज नेता व अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा, ये सच्चाई है कि कांग्रेस लगातार कमजोर हो रही है इसीलिए हम यहां इकट्ठे हुए हैं, हमें कांग्रेस पार्टी को आगे ले जाना है। उन्होंने पार्टी के वरिष्ट नेता गुलाम नबी
आजाद की राज्यसभा से विदाई पर भी सवाल उठाए। कपिल सिब्बल ने कहा, हम नहीं चाहते थे कि गुलाम नबी आजाद साहब को संसद से आजादी मिले, क्योंकि जबसे वे राजनीति में आए, ऐसा कोई मंत्रालय नहीं रहा जिसमें वे मंत्री नहीं रहे। समझ नहीं आ रहा कि इस अनुभव को पार्टी इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि बीते एक दशक में कांग्रेस कमजोर हुई है और हम पार्टी की बेहतरी के लिए आवाज उठा रहे हैं। पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए नई पीढ़ी को पार्टी से जोड़ने की जरूरत है।
4- एक वक्त था जब बच्चे मिट्टी, लड़की और लाह के खिलौनों से खेला करते थे, जो ना तो पर्यावरण के लिए घातक थे ना बच्चों के लिए, लेकिन फिर धीरे धीरे इन खिलौनों की जगह बच्चों के जीवन में प्लास्टिक के खिलौनों ने ले ली, जो ज्यादातर चीन से आते हैं, लेकिन अब सरकार इस दिशा में एक अहम कदम उठाने जा रही है, जिसके बाद भारतीय खिलौना बाजार में चीन का बोलबाला ठंडा होने की पूरी उम्मीद है। केन्द्र सरकार देश में क्लस्टर्स के माध्यम से पारंपरिक
खिलौना उद्योग को विस्तार देने जा रही है। इसके लिए सरकार ने देश के 8 राज्यों में टॉय मैन्यूफैक्टरिंग क्लस्टर्स के लिए मंजूरी दी है। जिनमें सबसे ज्यादा यानि 3 क्लस्टर्स मध्य प्रदेश में, 2 राजस्थान में, और एक-एक क्लस्टर कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में बनाए जाएंगे। केन्द्र सरकार द्वारा इस दिशा में तेजी से काम भी किया जा रहा है। 2300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इनक्लस्टर्स में लकड़ी, लाख, ताड़ के पत्ते, बांस और कपड़ों के खिलौने बनाए जाएंगे और DPIIT व MSME मंत्रालय की मौजूदा योजनाओं के तहत खिलौना क्लस्टर्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
5- हाथरस गैंगरेप-मर्डर केस में सीबीआई की रिपोर्ट के आधार पर अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों लवकुश, संदीप, रवि और रामू के खिलाफ गैंगरेप और हत्या की धाराओं में आरोप तय हो गए हैं। अब चारों आरोपियोंके खिलाफ 2 मार्च से गवाही शुरु होगी। सीबीआई चारों के खिलाफ एडीजे एससी एसटी कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया, दोनों पक्षों के बीच कई घंटे चली बहस के बाद शनिवार को आरोप पत्र के आधार पर ही आरोप तय हुए। आपको बता दें कि 14 सितंबर 2020 को यूपी, हाथरस के बूलगढ़ी गांव में दलित लड़की के साथ आरोपियों ने गैंगरेप व मारपीट की। बेहद खराब हालत में पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरा 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई। पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने उसके शव का घरवालों की गैरमौजूदगी में बिना उनकी सहमति के दाह संस्कार भी कर दिया। जिसके बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया और सीबीआई ने 11 अक्टूबर से मामले की जांच शुरु की, इस जांच में सीबीआई ने चारों को आरोपी पाया।