1- कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का कांग्रेस पार्टी खुलकर समर्थन कर रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एक और किसान महापंचायत में हिस्सा लेने उत्तर प्रदेश, मथुरा पहुंचीं। महा पंचायत में पहुंची कांग्रेस महासचिव द्वारा पहले जोरदार स्वागत किया गया फिर उन्होंने मंच पर भाषण दिया और अपने भाषण की शुरुआत मथुरा नगरी में प्रियंका ने राधे-राधे के साथ की। इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने न सिर्फ सरकार पर निशाना साधा बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अहंकारी और कायर भी कहा। प्रियंका ने मंच से ऐलान भी किया कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। प्रियंका ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार अब तक कई कंपनियों को बेच चुकी है, गोवर्धन पर्वत को बचाकर रखिए, कहीं कल को सरकार इसे भी न बेच दे। महापंचायत के बाद प्रियंका बांके बिहारी मंदिर भी गईं।
2- गुजरात में रविवार को हुए स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम मंगलवार को आए तो बीजेपी में खुशी की लहर दौड़ गई। निकाय चुनावों में मिली बंपर जीत से पार्टी में जश्न का माहौल है। इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे और खानपुर भाजपा कार्यालय में विजय सभा का आयोजन किया गया। अहमदाबाद पहुचकर अमित शाह ने कहा कि लेह लद्दाख से लेकर हैदराबाद तक भाजपा को विजय मिली है और अब बंगाल की बारी है, मोदी जी के नेतृत्व में चली विकास यात्रा को बीजेपी ने आज भी चालू रखा है। गृहमंत्री ने कहा किदेश में एक तरफ किसान आंदोलन और कोरोना के बीच विपक्ष ने कई तरह की भ्रांमकता फैलाने की कोशिशें कीं लेकिन हर भ्रांति को तोड़ते हुए एक के बाद एक नतीजे आ रहे हैं। मोदी जी के नेतृत्व में एक संपूर्ण विजय बीजेपी को मिली है। पार्टी की इस विशाल विजय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां गुजरात का शुक्रिया किया तो वहीं जीत को पार्टी के लिए खास बताया। प्रधानमंत्री ने कहा, “शुक्रिया गुजरात! राज्य में नगरपालिका चुनावों के नतीजे साफ तौर पर लोगों में विकास और सुशासन की राजनीति के प्रति अटूट विश्वास दिखाते हैं। एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा करने के लिए राज्य के लोगों का आभारी हूं”।
3- उत्तर प्रदेश में अमरोहा के बावनखेडी गांव में साल 2008 में अपने ही परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतारने वाली शबनम की फांसी की सजा फिलहाल टल गई है क्योंकि अभी शबनम का डेथ वारंट जारी नहीं हुआ है। दरअसल
शबनम ने 4 दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को दया याचिका भेजी है, इस दया याचिका पर जबतक राज्यपाल द्वारा कोई फैसला नहीं लिया जाता, तबतक डेथ वारंट जारी नहीं किया जा सकता, अमरोहा कोर्ट में शबनम के वकील की इस दलील पर डेथ वारंट जारी करने का फैसला टाल दिया गया है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति पहले ही शबनम की दया याचिका को खारिज कर चुके हैं। शबरृनम के 12 साल के बेटे ताज ने भी राष्ट्रपति से अपनी मां को माफी देने की गुहार लगाई थी। बता दें कि जिस वक्त शबनम ने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया वो 2 महीने की गर्भवती थी, परिवार वाले उसकी शादी प्रेमी सलीम से कराने को तैयार नहीं थे इसलिए उसने प्रेमी की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया। शबनम ने 14 दिसंबर 2008 को जेल में ही बेटे को जन्म दिया था, जिसे 2015 में जेल से बाहर लाया गया। अभी शबनम का बेटा, उसके कॉलेज के एक दोस्त उस्मान के पास रहता है।
4- यदि आप जाती ठंड का मजा लेने के लए वादियों का रुख कर रहे हैं तो पहले इस खबर पर नजर जरूर दौड़ाएं, क्योंकि मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला ने मंगलवार को पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके मुताबिक 1 मार्च तक प्रदेश में
मौसम खराब रहने के आसार हैं और बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है। पूर्वानुमान के मुताबिक मैदानी और नीची और मध्यम पहाड़ी वाले हिस्सों में 25 फरवरी से 27 फरवरी के बीच अंधड़ और ओलावृष्टि हो सकती हैजिसके
लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं ऊंचे पर्वतीय भागों में 26 फरवरी को बारिश और बर्फबारी के साथ ओले पड़ने की संभावना है, जिसे देखते हुए ऐसे हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आपको बता दें कि
खराब मौसम के अनुमान के चलते फैसला लिया गया है कि सैलानी, अटल टनल रोहतांग के साथ गुलाबा में बर्फबारी नहीं देख सकेंगे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो लाहौल-स्पीति के साथ मनाली व कुल्लू के बर्फीले इलाकों में हिमखंड
गिरने की आशंका है, इसे लेकर चेतावनी भी जारी की है और मौसम विज्ञान केन्द्र की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन ने सैलानियों व स्थानीय लोगों को हिदायत दी है कि वे संवेदनशील इलाकों की तरफ न जाएं। ऐसे में यदि आप पहाड़ों की ओर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो फिलहाल रुक जाएं।
5- अप्रैल – मई महीने में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, असम, केरल, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनावों को लेकर चुनाव आयोग की तैयारियां भी अंतिम दौर में हैं। आज, 24 फरवरी को 11 बजे चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर एक बैठक बुलाई है , जिसमें चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप देने के बाद जल्द चुनावों की तारीखों की घोषणा की जा सकती है। बताया जा रहा है कि चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में केन्द्रीय बल की ज्यादा कंपनियां तैनात की जाएंगी, क्योंकि बीते महीने बंगाल के दौरे पर गई केन्द्रीय चुनाव आयोग की टीम ने बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर असंतोष जाहिर किया था। बंगाल में सुरक्षा इंतजामों को लेकर अहतियात बरत रहे चुनाव आयोग ने राज्य में सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजने का निर्णय लिया है जबकि तमिलनाडु मे 45, असम में 40, केरल में 30 और पुड्डुचेरी में 10 सीएपीएफ कंपनियां भेजी जा रही हैं।