1- आर्यन खान ड्रग मामले में एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब खुद जांच के घेरे में हैं। दरअसल समीर वानखेड़े पर भष्ट्राचार के आरोप लगने के बाद एनसीबी के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने अब उन्हीं के खिलाफ जांच शुरु कर दी है। दरअसल मुंबई में क्रूज पर चल रही पार्टी में एनसीबी की रेड के दौरान पकड़े गए किंग खान के बेटे आर्यन खान को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि ये सब फर्जीवाड़ा है, उन्होंने तो ये तक कह दिया कि समीर वानखेड़े दलित नहीं बल्कि एक मुस्लिम हैं, जिन्होंने झूठा जाति प्रमाणपत्र बनवाकर नौकरी हासिल की है, नवाब मलिक के आरोपों के बाद एनसीबी के एक गवाह ने भी ड्रग मामले में भ्रष्टाचार की बात कही जिसके बाद मुद्दा इतना गर्माया कि समीर वानखेड़े ने अपने बचाव में मुंबई पुलिस को अपने खिलाफ जांच न करने की बात कहते हुए पत्र लिख डाला, समीर वानखेड़े का कहना है कि उन्हें इस केस में शुरु से ही टारगेट किया जा रहा है उनके परिवार और माता पिता को निशाना बनाया जा रहा है और उनकी इमेज खराब करने की प्लानिंग की जा रही है। समीर वानखेड़े ने मुस्लिम होने के आरोप पर प्रेस रिलीज जारी कर रहा है कि वो एक मल्टी रीलिजीयस और सेक्युलर फैमिली से हैं उनके पिता हिन्दू हैं, मां मुस्लिम थी, उन्होंने प्रेस रिलीज में अपनी शादी का भी जिक्र किया है उनका कहना है कि उन्होंने 2006 में डॉ. शबाना कुरैशी से शादी की थी, लेकिन 2016 में दोनों ने तलाक लेने के बाद 2017 में उन्होंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की। बता दें कि पूरे मुद्दे पर समीर वानखेड़े की पत्नी ने भी अपनी शादी की तस्वीरों के साथ ट्वीट करते हुए सफाई दी है कि मैं और मेरे पति समीर जन्म से हिन्दू हैं। हम कभी किसी दूसरे धर्म में कन्वर्ट नहीं हुए हैं, हमारी शादी हिन्दू मैरिज एक्ट के तहत 2017 में हुई थी। दूसरी तरफ आपको बता दें कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन की जमानत पर आज बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। वहीं, ड्रग्स केस में NCB ऑफिस में अनन्या पांडे से तीसरी बार पूछताछ होगी।
2- कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऐलोपैथी को लेकर दिए अपने बयान से कानूनी दावपेचों में फंसे योगगुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रहीं। इस मामले में रामदेव के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि बाबा रामदेव के खिलाफ दायर हुई याचिका को यूं ही खारिज नहीं किया जा सकता, इस पर विचार करना जरूरी है। न्यायमूर्ति सी हरि शंकर ने मामले कि सुनवाई के दौरान कहा कि मौजूदा समय में, सिर्फ ये देखने की जरूरत है कि लगाए गए आरोपों विचार किया जा सकता है। ये देखना जरूरी है कि आरोप सही या शायद गलत हो सकते हैं, दूसरा पक्ष ये कह सकता है कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही, इस पर भी गौर करने की जरूरत है। ऐसे में मुकद्दमा शुरुआती दौर में ही खत्म नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने अब इस मामले में बाबा रामदेव के वकील को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है, और अगली सुनवाई के लिए 27 अक्टूबर की तारीख दी है। बता दें कि कई डॉक्टर्स एसोशियन्स ने बाबा रामदेव के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि वो ऐलोपैथी को लेकर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं और गलत तरीके से लोगों को ये समझा रहे हैं कि एलोपैथी कोविड-19 से संक्रमित कई लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार थी।
3- कई राज्यों की सीमाओं पर बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का केन्द्र का फैसला पंजाब सरकार को रास नहीं आ रहा, केन्द्र के इस फैसले की आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि सरकार को ये फैसला वापस लेना चाहिए। कल, सोमवार को केंद्र द्वारा बीएसएफ के अधिकारों में बढ़ोत्तरी को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में चन्नी ने कहा कि केन्द्र का ये फैसला देश के संघीय ढांचे में राज्य के अधिकारों पर छापा है इसलिए प्रदेश की सभी पार्टियां इस फैसले के खिलाफ एकजुट हैं। सभी दलों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है कि केन्द्र इस फैसले को वापस ले। अगर केन्द्र सरकार ऐसा नहीं करती है, तो सभी पार्टियों ने तय किया कि इस विषय पर विधानसभा सत्र बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र इस फैसले को वापस नहीं लेता तो प्रदेश के सभी राजनैतिक दल इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे, और मामले में जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। बता दे कि केंद्र सरकार ने पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बीएसएफ का मौजूदा अधिकार क्षेत्र जो कि 15 किलोमीटर है उसे बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है, जिसके बाद बीएसएफ को इतने दायरे में तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी का अधिकार होगा।
4- जो खेल के मैदान की हार-जीत से जोड़े दो देशो के अमन की राह, उस मुल्क का मुखिया भला अमन की परिभाषा क्या समझता होगा। बेहूदा बयानबाजों में बादशाह पाकिस्तान ने एक बार फिर बेसिरपैर बयान दिया है। दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने क्रिकेट जैसे खेल में जीत हार को दो देशों के आपसी संबंधों से जोड़ दिया है। रविवार को दुबई में टी-20 वर्ल्ड के दौरान भारत-पाक मैच में पाकिस्तान ने जीत हासिल की। जिसे लेकर सोमवार को रियाद में पाकिस्तान- सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए इमरान ने बेहूदा बयानबाजी करते हुए कहा कि भारत से फिलहाल किसी तरह की बातचीत के बारे में कुछ कहना ठीक नहीं, क्योंकि उन्हें कल ही क्रिकेट के मैदान पर पाकिस्तान ने करारी शिकस्त दी है।
5- कांग्रेस से अमरिंदर सिंह भले नाता तोड़ चुके हैं लेकिन कांग्रेसी नेताओं का अमरिंदर सिंह पर बयानी हमले जारी हैं। वहीं अमरिंदर की तरफ से भी जवाबी हमले लगातार जारी हैं। इस वक्त पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी पाकिस्तानी महिला मित्र अरूसा आलम को लेकर कांग्रेस के कई लीडर उनपर खूब जुबानी हमले कर रहे हैं, और अरुसा को ISI एजेंट बता रहे हैं, इस बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विरोधियों पर तस्वीरों के जरिए जवाबी हमला किया है। अमरिंदर सिंह ने अरूसा आलम की ऐसी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की हैं जिनमें सोनिया गांधी समेत मुलायम सिंह यादव, सुषमा स्वराज जैसी कई हस्तियां अरूसा संग दिखाई दे रही हैं। कैप्टन ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए पूछा है कि क्या ये सभी ISI के एजेंट हैं। उन्होंने ये भी कहा कि दुर्भाग्य से इस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच वीजा बैन है, नहीं तो अरूसा आलम को फिर भारत बुला लेता। अमरिंदर और अरुसा की दोस्ती पर उंगली उठाने वालों को जवाब देते हुए कैप्टन ने कहा कि मार्च में मैं 80 साल का हो रहा हूं और अरूसा अगले साल 69 साल की हो जाएगी। छोटी सोच वाले इसे नहीं समझेंगे।
6- सोमवार को दिल्ली में एक प्राइवेट एडवाइजरी ऐप कंसल्ट की लन्चिंग के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर सरकार और ब्यूरोक्रेसी पर बेबाक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सरकार में बड़े लेवल का ईगो होता है। उन्हें लगता है कि सारी इंफॉर्मेशन हमारे पास ही है, इसलिए वो लोगों से सलाह मशविरा नहीं करते। जबकि अच्छे आदमी को निंदा करने वाले व्यक्ति को हमेशा साथ रखना चाहिए। बता दें कि कल सोमवार को नितिन गड़करी ने Consult नाम के जिस ऐप को लॉन्च किया है उसे पूर्व IAS अफसर राघव चन्द्रा ने बनाया है। इस ऐप पर 65 क्षेत्रों से देश के 380 एक्सपर्ट्स जुड़े हैं। जिनकी सहायता से स्वास्थ्य, सुरक्षा, कृषि, पर्यावरण, विदेश मामले, कश्मीर मामले, रेलवे, आर्थिक, महिला सशक्तिकरण, धर्म-अध्यात्म समेत 65 विषयों पर जानकारी ली जा सकती है। किसी भी विषय की जानकारी लेने के दौरान बात करने के शुरू का 1 मिनट फ्री होगा और उसके बाद कुछ चार्ज देना पड़ेगा जो कि उस विषय की जानकारी देने वाले एक्सपर्ट्स के खाते में जाएगा। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में नीति आयोग भी इस ऐप की मदद लेगा, क्योंकि इस ऐप पर हर मुद्दे से जुड़े एक्सपर्ट मिलेंगे।