आज शुक्रवार है, तारीख 03 सितंबर 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष और द्वादशी तिथि
1- बिग बॉस 13 के विनर और बालिका वधु से छोटे पर्दे पर अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का कल, गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, सिद्धार्थ 40 साल के थे। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम तक सिद्धार्थ एकदम स्वस्थ थे, रात में 3-4 बजे उन्हें बेचैनी
महसूस हुई, और सीने में दर्द की शिकायत बताते हुए उन्होंने पीने के लिए ठंडा पानी मांगा, पानी पी कर वो सो गए और सुबह उठकर उन्होंने फिर से सीने में दर्द बताया और ठंडा पानी पिया लेकिन पानी पीते पीते ही वो अचानक बेहोश हो गए, फैमिली डॉक्टर के कहने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही सिद्धार्थ ने दम तोड़ दिया। सिद्धार्थ इन दिनों शहनाज गिल के साथ रिलेशनशिप में थे और दोनों शादी करना चाहते थे। सिद्धार्थ की अचानक मौत से शहनाज भारी सदमे में हैं। उनकी अचानक मौत ने परिवार को तो तोड़ा ही ही है, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोगों को भी जबरदस्त सदमा लगा है। इंडस्ट्री के तमाम सितारे, राजकुमार राव, पत्रलेखा, एक्टर देवोलीना भट्टाचार्जी, जय भानुशाली, बिगबॉस के पूर्व पार्टिसिपेंट हिंदुस्तानी, एक्ट्रेस संभावना सेठ उनके पति अविनाश द्विवेदी के साथ सिद्धार्थ के घर पहुंचे। सिद्धार्थ के मौत की खबर से एक्टर सलमान खान को भी जबरदस्त झटका लगा, सलमान ने ट्वीट किया कि तुम बहुत जल्दी चले गए।
तुम्हारी कमी अखरेगी। सोनू सूद ने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा है कि वो अब नहीं है।
2- त्यौहारों का दौर शुरु होने के बाद एक बार फिर देश में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने दूसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अभी कोरोना की दूसही लहर पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, ऐसे में त्यौहारों के दौरान सामाजिक कार्यक्रमों में जाने से बचें तो बेहतर होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कल, गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश में दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है ऐसे में कोई रिस्क न लें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घर पर ही त्यौहार मनाएं, त्यौहारों के दौरान यदि किसी समारोह में जाना भी है तो वैक्सीन की दोनों डोज के बाद ही जाएं। कोरोना की दूसरी लहर की स्थिति के बारे में बताते हुए स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 10 मई के बाद से देश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट में गिरावट आई है, जिसमें इतना फर्क आया है कि जून में जहां 279 जिलों में रोजाना 100 से ज्यादा केस मिल रहे थे। अब वहीं 42 जिलों में रोजाना 100 से ज्यादा केस मिल रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति में है केरल, देशभर में पिछले हफ्ते आए कोरोना के कुल मामलों में 69% मामले सिर्फ केरल से हैं और राज्य में फिलहाल एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। वहीं महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एक्टिव केसों का आंकड़ा 10
हजार से एक लाख ने अंदर है और बचे हुए बाकी राज्यों में एक्टिव केसों की गिनती 10 हजार के अंदर है।
3- तालिबान के 15 अगस्त को काबुल पर फतह के साथ ही पूरे मुल्क पर कब्जा करने के बाद वहां के हालात की तस्वीरें रोजाना सामने आ रही हैं। 31 अगस्त तक सभी अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान छोड़कर चले गए। लेकिन सवाल यह उठता रहा कि तालिबान वहां सत्ता चलाने के लिए फंड्स का इंतजाम कैसे करेगा क्योंकि अफगानिस्तान के तमाम फॉरेन फंड्स को अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों ने फ्रीज कर दिया। लेकिन चीन इस मौके का फायदा उठाते हुए तालिबान का सबसे भरोसेमंद सहयोगी बनकर उभरा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इटली के अखबार ‘ला रिपब्लिका’ को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अफगानिस्तान की इकोनॉमी बेहद खस्ता हालत में है। हमें मुल्क चलाने के लिए फंड्स की जरूरत है। फिलहाल और शुरुआती तौर पर हम चीन की मदद से आर्थिक हालात सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।
गुरुवार को इस इंटरव्यू में तालिबान ने यह कहा है कि वो फंड्स के लिए चीन पर निर्भर है, क्योंकि चीन ही उनके लिए सबसे भरोसेमंद सहयोगी है। बता दें कि कुछ दिन पहले तालिबान में नंबर दो माने जाने वाले मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने बीजिंग का दौरा किया था। जहां उसकी मुलाकात चीन के विदेश मंत्री से हुई थी। अफगानिस्तान में 3 ट्रिलियन डॉलर (करीब 200 लाख करोड़ रुपए) की खनिज संपदा है, जिस पर दुनिया की फैक्ट्री के तौर पर स्थापित हो चुके चीन अपनी नजरें गड़ाए हुए है।
4- बीते साल तबलीगी जमात की गैदरिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, कल गुरुवार को इस याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया पर टिप्पणी करते हुए नाराजगी जाहिर की और कहा कि मीडिया का एक सेक्शन हर घटना को कम्यूनल एंगल दे रहा है, कम्युनल टोन में की जा रही ये रिपोर्टिंग देश का नाम खराब कर रही है। कोर्ट ने सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली फेक न्यूज को लेकर भी चिंता जाहिर की और वेब पोर्टल्स की जवाबदेही को लेकर कहा कि वेब पोर्टल्स और YouTube चैनलों पर फर्जी खबरों को लेकर किसी का कोई कंट्रोल नियंत्रण नहीं है, यहां हर खबर को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश होती है और फर्जी खबरें खुलेआम सर्कुलेट हो रही हैं, जो बड़ी समस्या बनती जा रही हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने वाले कॉन्टेंट पर नाराजगी जाहिर करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जजों को जवाब नहीं देते हैं और बिना किसी जवाबदेही के संस्थानों के खिलाफ लिखते रहते हैं। इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को जवाब दिया कि सोशल और डिजिटल मीडिया को रेग्युलेट करने के लिए नए IT रूल्स बनाए गए हैं जिनके जरिए इन्हें रेग्युलेट करने की कोशिशें जारी है। साथ ही उन्होंने कोर्ट से कहा कि अलग-अलग हाईकोर्ट्स में IT रूल्स को चुनौती देने के लिए याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनपर विभिन्न हाईकोर्ट अलग-अलग आदेश पारित कर रहे हैं। उन सभी याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर कराया जाए, क्योंकि ये मुद्दा पूरे भारत से जुड़ा है इसलिए इस मामले में एक समग्र तस्वीर देखने की जरूरत है।
5- तालिबान के सत्ता में आने से लगातार दहशत का माहौल ना सिर्फ अफगानिस्तान में बल्कि विश्व के तमाम देशों में देखने को मिल रहा है। सबसे अधिक दहशत में अफगानिस्तान की महिलाएं हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ना सिर्फ वहां की औरतें हैं बल्कि दुनिया के सभी देश इस बात को लेकर चिंता जता रहे हैं। दहशत और खौफ में जी रही वहां की कुछ महिलाओं ने देश के पश्चिम में स्थित हेरात शहर में अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरी हैं। टोलो न्यूज की संवाददाता जाहरा रहीमी ने इस खबर को दुनिया तक पहुंचाने का काम किया है।