1- गुरुवार को अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह ने कूचबिहार और ठाकुरंग रैली को संबोधित करते हुए एक बार फिर ममता बनर्जी पर हमला बोला। जय श्री राम के नारे से खफा हो जाने वाली ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कूचबिहार रैली में अमित शाह ने कहा कि ममता लोगों के साथ अपराधियों सा सुलूक करती हैं, यदि वे जय श्रीराम के नारे लगाते हैं। ये ममता दीदी को अपमान लगता है, मैं गारंटी देता हूं कि चुनाव खत्म होते ही ममता दीदी भी जय श्री राम बोलने लगेंगी। ठाकुरगंज में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना के चलते सीएए लागू नहीं हो सका लेकिन कोविड वैक्सीन कार्यक्रम पूरा होने के बाद सीएए के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की शुरुआत होगी। सीएए पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि इससे भारतीय अल्पसंख्यकों की नागरिकता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, विपक्ष उन्हें गुमराह कर रहा है। अमित शाह ने हुंकारभरते हुए कहा कि टीएमसी ने 130 कार्यकर्ताओं की हत्या की, लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया। भाजपा की सरकार आते ही गुंडों को चुन-चुनकर जेल भेजा जाएगा। इस बार भाजपा पूरे दमखम से मैदान में है, किसी में इतनी हिम्मदत नहीं कि चुनाव को प्रभावित करे। दूसरी
तरफ ममता बनर्जी ने गुरुवार को मुर्शिदाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी छोड़ने वाले राजनेताओं का खूब मजाक उड़ाया। जिसके बाद सोशल मीडिया पर इसके मीम बनने लगे। ममता ने कहा कि 'जिस तरह से प्लासी की जंग के समय मीरजाफर अंग्रेजों की सेना में शामिल हो गए थे, उसी तरह से कुछ नटखट गायों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी को जॉइन कर लिया है।
2- नेशनल रजिस्टरर ऑफ सिटीजन्स NRC एक बार फिर खबरों में शामिल हुआ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई के बयान के चलते। गुरुवार को रंजन गोगोई ने कहा कि एनआरसी असम में पॉलिटीशियन्स के लिए एक खेल है, जो दशकों से चला आ रहा है। विपक्ष हो या सत्ताधारी पार्टी, असम में इस मुद्दे को वोट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एक तरफ अवैध प्रवासियों से राजनैतिक पार्टियां वोट के बदले सुरक्षा का वादा करती हैं तो दूसरी राजनैतिक पार्टी स्थानीय निवासियों से प्रवासियों को बाहर निकालने के वादे कर वोट मांगती है। पूरे देश में NRC लागू होने के सवाल पर गोगोई ने कहा कि फिलहाल एक राज्य में NRC की जरूरत है जहां NRC के लिए 40-50 से संघर्ष चल रहा है लेकिन ये हो नहीं पा रहा। ऐसेमें पूरे देश के लिए NRC का सवाल कहां है।
3- लंबे वक्त से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के चलते टोल कलेक्शन काफी घट गया है। दरअसल किसान आंदोलन के तहत दिल्ली एनसीआर और पंजाब, हरियाणा में सभी टोल प्लाजा को शुल्क मुक्त कराने का अभियान छेड़ा जा रहा है। कुछएक टोल प्लाजा पर तो अक्टूबर 2020 से ही असर होने लगा था जो अब धीरे धीरे बढ़ रहा है और इसी के चलते टोल कल्केशन में भारी कमी आई है। गुरुवार को संसद में केन्द्र सरकार ने इस विषय पर बात करते हुए कहा कि किसानों के प्रदर्शन के कारण पंजाब, हरियाणा औऱ दिल्ली एनसीआर के कई टोल पर कलेक्शन में कमी आई है, सरकार मे कहा कि टोल कलेक्शन में हर दिन करीब 1.8 करोड़ का घाटा हो रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, कि किसान आंदोलन की वजह से कई टोल प्लाजा ठीक से काम नहीं कर पा रहे। NHAI, आंदोलन के चलते टोल से गुजरने वालों से शुल्क नहीं ले पा रहा और पब्लिक फंडेड टोल प्लाजा के मामले में हर दिन करीब 1.8 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इनवेस्टमेंट इनफॉर्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, किसानों के आंदोलन की वजह से पंजाब, हरियाणा, और दिल्ली-एनसीआर में टोल प्लाजा कलेक्शन में करीब 600 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और 9300 करोड़ रुपए का कर्ज जोखिम में आ गया है। ICRA ने पिछले महीने दी अपनी रिपोर्ट में बताया था कि पंजाबा, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में 52 टोल प्लाजा बंद हैं, जबकि स्टेट हाईवे प्रॉजेक्ट्स को होने वाला नुकसान अलग है।
4- लगातार कृषि कानूनों का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्विटर के माध्यम से लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं और गुरुवार को लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सदन को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा था कि विपक्ष आंदोलन की बात कर रहा है लेकिन कृषि कानूनों की विषय-वस्तु और मंशा के बारे में बात नहीं कर रहा। मुझे लगा कि मुझे आज उन्हें खुश करना चाहिए और कानूनों की सामग्री और मंशा पर ही बात करनी चाहिए। इसके बाद राहुल गांधी ने लोकसभा में भी कृषि कानूनों को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। 22 मिनट के अपने भाषण में राहुल 20 मिनट कृषि कानूनों पर बोले। कई बार हंगामा भी हुआ, उन्हें रोका भी गया लेकिन राहुल लगातार बोलते रहे। किसानों के विषय पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये किसानों का आंदोलन नहीं देश का आंदोलन है, किसान सिर्फ रास्ता दिखा रहा है। किसान अंधेरे में टॉर्च दिखा रहा है और एक आवाज से पूरा देश उठने वाला है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, एक आवाज से पूरा देश हम दो हमारे दो की सरकार के खिलाफ उठने जा रहा है। किसान एक इंच पीछे नहीं हटने वाला, किसान आपको हटा देगा, आपको कानून वापस लेना
ही होगा।
5- दुनिया की सबसे सस्ती एसी रेल यात्रा का तोहफा दे रही है भारतीय रेलवे। जिसके लिए रेलवे ने इकनॉमी क्लास AC-3 थ्री टियर कोच बनाया है, इस कोच में 83 बर्थ होंगे। वैसे मौजूदा कोच में बर्थ की संख्या 72 होती है लेकिन इस नए कोच में बर्थ की संख्या बढ़ाई गई है, यानि इस कोच में पहले के मुकाबले ज्यादा यात्री सफर कर सकते हैं। नए AC-3 थ्री टियर कोच को रेल मंत्रालय ने दुनिया की सबसे सस्ती और सबसे बेहतर एसी यात्रा बताया है। बताया जा रहा है कि ये नए किफायती कोच, मौजूदा AC-3 थ्री टियर और नॉन एसी स्लीपर कोच के बीच लगेगा। अभी इसे तैयार होने के बाद RCF रेल कोच फैक्टरी कपूरथला ने आगामी ट्रायल के लिए लखनऊ के RDSO अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन के पास भेजा है। इस कोच वर्चुअल डिजाइन RCF ने तैयार किया और इसके बाद कोच के डिजाइन पर अक्टूबर 2020 से लगातार काम किया गया। मंत्रालय ने बताया कि कोच तैयार करते हुए डिजायन में कई बदलाव किए गए हैं औऱ हर कोच में दिव्यांगों की सहूलियत के हिसाब से टॉयलेट्स के दरवाजे तैयार किए गए हैं। वहीं अब यात्रियों को ठंडी हवा के लिए हर बर्थ पर एसी डक्ट भी मिलेगा और हर बर्थ पर प्राइवेट लाइट व मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट है। इसके अलावा मिडिल औऱ अपर बर्थ के बीच भी पहले के मुकाबले ज्यादा जगह दी गई है। अगले फाइनेंशिय ईयर तक RCF ऐसे 248 कोच बनाने की प्लानिंग कर रहा है। जो यात्रियों की यात्रा को पहले से ज्यादा आरामदायक और सस्ती बनाएंगे।