1- कल, रविवार को सुरक्षा एजेंसियों ने एक नहीं बल्कि तीन-तीन खूंखार आतंकी मंसूबों पर पानी फेरा है। उत्तर प्रदेश के काकोरी थाना क्षेत्र में 7 घंटे चले सर्च ऑपरेशन में ATS ने अल कायदा से जुड़े AGH यानि अन्सार गजवातुल हिन्द के 2 आतंकियों मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार किया है जो स्वतंत्रता दिवस के आसपास फिदायीन हमला करने की फिराक में थे। लखनऊ समेत UP के 6 जिले इनके निशाने पर थे। उत्तर प्रदेश के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि ATS को खबर मिली थी कि अल कायदा ने आतंकी गतिविधियां संचालित करने वाले उमर हलमण्डी को भारत में आतंकी गतिविधियां चलाने के निर्देश दिए हैं। हलमण्डी ने लखनऊ में अल-कायदा का माड्यूल भी खड़ा कर लिया था और अपने नापाक मनसूबों को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था। जिसके बाद UP ATS ने लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया और घंटों चले इस सर्च ऑपरशन के बाद दो आतंकी दबोच लिए गए जबकि पांच आतंकी फरार बताए जा रहे हैं। सर्च ऑपरेशन में बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है, जिसमें कुकर और टाइमर बम शामिल है। यूपी में पकड़े गए इन आतंकियों के अलावा सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर घाटी में इस्लामिक स्टेट की जिहादियों भर्ती योजना को भी नाकाम किया। वहीं, कोलकाता में JMB यानि जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के तीन आतंकी पकड़े गए हैं।
2- मंत्रीमंडल विस्तार के बाद अब पार्टी में भी फेरबदल की तैयारियां शुरु हो गई हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने वाले नेताओं को संगठन में समायोजित कर संतुलन कायम रखना चाहती है। ऐसे में मोदी कैबिनेट से हटाए गए रविशंकर प्रसाद को तमिलनाडु का राज्यपाल बनाए जाने की अटकलें हैं। सूत्रों की मानें तो रविशंकर प्रसाद को तमिलनाडु का राज्यपाल बनाने का फैसला हो चुका है, सिर्फ इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है। वहीं मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले प्रकाश जावड़ेकर को भी संगठन में कोई बड़ा पद दिए जाने की चर्चा भी पहले से हो ही रही हैं। रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर पहले भी भाजपा संगठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। ऐसे में अटकलें तेज हैं कि दोनों नेताओं को जल्द ही भाजपा संगठन में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं पार्टी सूत्रों का दावा है कि अगले साल 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा व मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को संगठन में राष्ट्रीय महासचिव या उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
3- कहा जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो शत्रुघ्न सिन्हा 21 जुलाई को टीएमसी के शहादत दिवस समारोह में पार्टी में शामिल होंगे। वैसे इससे पहले ऐसी भी अटकलें तेज थीं कि वे घर वापसी कर सकते हैं, यानि फिर से बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल वे टीएमसी से ज्यादा जुड़े हुए हैं, उनके ममता बनर्जी के साथ पहले से ही अच्छे रिश्ते रहे हैं और शत्रुघ्न, ममता को रियल रॉयल बंगाल टाइगर कहकर पुकारते रहे हैं। बीते दिनों हुई राजनीतिक टक्कर में भी तृण मूल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी पर भारी रही है, ऐसे में उनका टीएमसी में शामिल होना संभावित है। हालांकि खुद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बारे में साफतौर पर कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन टीएमसी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इस बात की पुष्टि की है कि शत्रुघ्न सिन्हा के उनकी पार्टी से जुड़ने को लेकर कोलकाता में बातचीत तकरीबन निर्णायक स्तर पर है।
4- अपनी गाड़ी, ट्रेन और हवाई जहाज कि यात्रा तो आपने की होगी, लेकिन स्पेस की यात्रा एक ख्वाब जैसी है, जिसे कल हकीकत में जिया है आंध्र प्रदेश, गुंटूर जिले के चिराला में जन्मीं सिरिशा बांदला ने, जो न्यू मैक्सिको के स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष की ओर रवाना हुईं। अंतरिक्ष में 100 किलोमीटर की ऊंचाई तक गए इस रॉकेट प्लेन में वर्जिन ग्रुप के फाउंडर रिचर्ड ब्रैन्सन के साथ भारत की बेटी सिरिशा बांदला समेत कुल 6 लोग थे। कल्पना चावला और सुनित विलियम्स के बाद सिरिशा भारत की तीसरी बेटी हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष का सफर किया है। 34 साल की सिरिशा एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं। वर्जिन गैलेक्टिक के रॉकेट प्लेन से की गई ये 60 मिनट की अंतरिक्ष यात्रा, जिस पर वर्जिन ग्रुप की टीम 17 साल से काम कर रही थी। कल रात इस यात्रा को करके ब्रिटिश अरबपति और वर्जिन ग्रुप के फाउंडर रिचर्ड ब्रैन्सन ने रचा है। रिचर्ड ब्रैन्सन का सपना सबके लिए अंतरिश यात्रा के सपने को सच करना है, और इस उड़ान कामयाब रहने के बाद उनकी कंपनी वर्जिन ने अंतरिक्ष के लिए कॉमर्शियल टूर शुरू करने की ओर सबसे बड़ा पड़ाव पार कर लिया है। रॉकेट प्लेन की लैंडिंग के साथ ही रिचर्ड ब्रैन्सन ने स्पेस यात्रा के अपने एक्सपीरिएंस को यादगार बताते हुए कहा, यह जिंदगी का यादगार अनुभव है। वर्जिन गैलेक्टिक पर 17 साल से काम कर रही हमारी बेहतरीन टीम को बधाई। इतने लंबे वक्त तक उनकी बेहद कड़ी मेहनत से ही हम यहां तक पहुंच सके।
5- कोरोना महामारी से जूझते हुए हम और भी कई प्राकृतिक परेशानियों से लड़ रहे हैं, पहले अंफन और ताउते जैसे चक्रवातों के कहर झेलने के बाद अब एक सोलर तूफान का खतरा मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि ये सोलर तूफान तेज रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। US स्पेस एजेंसी NASA का कहना है कि इसकी रफ्तार 1.6 मिलियन यानि 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटा है जो और भी बढ़ सकती है और ये किसी भी वक्त धरती से टकरा सकता है। कहा जा रहा है कि धरती की मैग्नेटिक फील्ड पर इस तूफान का गहरा असर पड़ने की आशंका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस सोलर तूफान के चलते धरती का बाहरी वातावरण गर्म हो सकता है जिसका सीधा प्रभाव सैटेलाइट्स पर पड़ेगा और इस वजह से GPS नेविगेशन, मोबाइल फोन और सैटेलाइट टीवी का सिग्नल भी कमजोर हो सकता है। वहीं बिजली लाइनों का करंट बढ़ने से ट्रांसफार्मर्स भी उड़ सकते हैं। वैसे ऐसा कम ही होता है क्योंकि धरती का चुंबकीय क्षेत्र ऐसे तूफानों के खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है।
6- कोरोना महामारी के चलते लंबे वक्त से बंद ट्रेनिंग सेंटर्स अब 50 प्रतिशत कैपेसिटी के साथ खोले जा सकेंगे। रविवार को अनलॉक-7 की गाइडलाइन जारी कर ये सहूलियत दी गई कि किसी भी तरह के ट्रेनिंग सेंटर्स जैसे स्कूल-कॉलेज में ट्रेनिंग, स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग सहित पुलिस और आर्मी की ट्रेनिंग देने वाले सेंटर्स को अब परमिशल लेने की जरूरत नहीं होगी साथ ही अकेडमिक प्रोग्राम्स के तहत होने वाली गैदरिंग के लिए भी नई गाइडलाइस में छूट दी गई है जिसमें स्कूल-कॉलेज से जुड़ी मीटिंग भी शामिल है। राज्स सरकारें भले अपने-अपने स्तर पर थोड़ी थोड़ी छूट देते हुए फिर से गतिविधियों को बहाल कर रही हों लेकिन सार्वजनिक जगहों पर लोगों की बढ़ती भीड़ से ये साफ जाहिर होता है कि लोग कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाह हैं, नाम के लिए मास्क पहननना, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी करना, ऐसी लापरवाहियों के चलते कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि रियायतों के बाद भी सार्वजकि जगहों का रुख सिर्फ तभी किया जाए जब ये बेहद जरूरी हो।