1- लोगों को कोरोना महामारी की दोनों लहर के बीच अंतर समझाने के लिए नेशनल क्लिनिकल रजिस्ट्री से डेटा लेकर एक्सपर्ट्स द्वारा एक रिसर्च की गई है, जिसमें देश के 41 अस्पतालों को शामिल किया गया। कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर पर की गई इस रिसर्च में दावा किया गया है कि देश में कोरोना महामारी की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर के दौरान यानि फरवरी से मई महीने के मध्य तक कम पुरुषों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, लेकिन वहीं पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर के दौरान मौतों के आंकड़ों में 3 फीसदी से ज्यादा बढ़े। ये स्टडी कोरोना संक्रमण की दोनों लहरों के दौरान अस्पताल में भर्ती हुए संक्रमित मरीजों की क्लिनिकल प्रोफाइल पर ICMR, AIIMS और NCDC के विशेषज्ञों द्वारा की गई। जिसमें ये सामने आया कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर के दौरान युवा सबसे ज्यादा संक्रमण की चपेट में आए लेकिन दोनों ही लहरों के दौरान अस्पताल में एडमिट हुए 70 फीसदी कोरोना संक्रमितों की उम्र 40 साल से ऊपर थी।
2- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की है हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए भारत रत्न की मांग, और इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम खत लिखा है। आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार कोरोना के चलते जान गंवाने वाले सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दे रही है और इसी बीच सीएम केजरीवाल ने रविवार को पीएम मोदी को प्रत्र लिखकर मांग की है कि कोरोना महामारी के दौरान संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाने वाले डॉक्टर्स, नर्स और दूसरे हेल्थकेयर वर्कर्स को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। उन्होंने लिखा कि महामारी के दौरान हेल्थकेयर वर्कर्स ने जैसे देशसेवा की है उसे भूला नहीं जा सकता, इसलिए हेल्थकेयर कम्यूनिटी को सम्मानित किया जाना चाहिए। पूरा देश डॉक्टर्स का आभारी है। यदि उन्हें भारत रत्न दिया जाता है तो इससे पूरे देश को खुशी मिलेगी। केजरीवाल ने पत्र में लिखा, मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि इस साल का भारत रत्न डॉक्टरों को दिया जाए। उन्हें सम्मानित करने का इससे अच्छा कोई और तरीका नहीं हो सकता। आपको बता दें कि IMA के मुताबिक अभी तक देश में महामारी के चलते 1 हजार 492 डॉक्टर्स ने अपनी जान गंवाई है।
3- कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग पर अड़े किसान एक और नए अंदाज में अपना विरोध दर्ज कराने की तैयारी में हैं। 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरु होने जा रहा है और मानसून सत्र से पहले संयुक्त किसान मोर्चा सभी विपक्षी पार्टियों को वॉर्निंग लेटर भेजने की तैयारी कर रहा है, जिसमें सभी विपक्षी पार्टियों से कहा जाएगा कि वे मानसून सत्र में किसान आंदोलन के समर्थन पर जोर दें। वहीं किसान मोर्चा का कहना है कि 22 जुलाई से इस सेशन के चलने तक रोजाना 200 किसान संसद के बाहर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। इस बारे में बात करते हुए किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हम संसद के बाहर बैठेंगे और सांसदों से संसद के अंदर कृषि कानूनों का मामला उठाने के लिए कहेंगे, सांसदों से कहेंगे कि वे पार्लियामेंट छोड़कर न जाएं, बल्कि समाधान नहीं मिलने तक सेशन न चलने दें। अगर विपक्षी सांसद हमारा मुद्दा नहीं उठा सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
4- 26 जून की रात जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद कई जगह मिलिट्री एरिया के आसपास भी ड्रोन दिखने को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा के मद्देनजर श्रीनगर जिला प्रशासन ने ड्रोन पर बैन लगाया है। जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई इस पाबंदी के बाद ड्रोन उड़ाना ही नहीं बल्कि इसे घर में रखने और इसे बेचना भी बैन है। जिला प्रशासन द्वारा बैन को लेकर जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि जिन लोगों के पास पहले से ड्रोन कैमरा या इस तरह का कोई फ्लाइंग ऑब्जेक्ट है तो उन्हें इसे अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जमा कराना होगा। आपको बता दे कि श्रीनगर जिला प्रशासन से पहले राजौरी और कठुआ जिलों में भी ड्रोन पर पाबंदी लगाई गई है। अब सिर्फ सरकारी विभाग ही कामकाज के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन उन्हें भी ड्रोन के इस्तेमाल से पहले पुलिस स्टेशन को सूचित करना होगा।
5- उत्तर प्रदेश से लगातार आ रही जबरन धर्मांतरण की खबरों के बीच RSS यानि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत हिन्दु मुस्लिम एकता से जुड़ी बातें करते नजर आए। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मोहन भागवत ने राजनीति को एकता खत्म करने का हथियार बताते हुए कहा कि सभी भारतीयों का DNA एक है, चाहें वे किसी धर्म के हों। उन्होंने कहा, हम पिछले 40 हजार साल से एक पूर्वजों के वंशज हैं। इसमें एकजुट होने जैसी कोई बात नहीं है, सभी लोग पहले से ही एक साथ हैं। हिंदू-मुस्लिम पर बोलेत हुए भागवत ने कहा, मुसलमानों को इस तरह के किसी डर में नहीं रहना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है। मोहन भागवत ने लिंचिग की घटनाओं में शामिल लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि लिंचिग में शामिल होने वाले हिन्दुत्व विरोधी हैं। भागवत ने ये भी कहा कि जो लोग कहते हैं कि मुसलमान इस देश में नहीं रह सकते, वे हिंदू नहीं हैं। देश में एकता के बिना विकास असंभव है, एकता का आधार राष्ट्रवाद और पूर्वजों का गौरव होना चाहिए।
6- लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सांसद चिराग पासवान अपने पिता और पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती पर आज बिहार के हाजीपुर से ‘आशीर्वाद यात्रा’ शुरू कर रहे हैं। चिराग के नेतृत्व वाले खेमा ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी समूह से जारी लड़ाई के बीच सड़क पर उतर रहे हैं। चिराग ने कहा कि हाजीपुर से यात्रा शुरू करने का यह महत्वपूर्ण फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि रामविलास पासवान कई बार यहां से लोकसभा के लिए चुने गए और अब सदन में इस सीट का प्रतिनिधित्व पशुपति पारस कर रहे हैं। चिराग ने कहा कि हाजीपुर उनके पिता की कर्मभूमि थी। यह यात्रा बिहार के प्रत्येक जिले से होकर गुजरेगी और इसके बाद पार्टी की राष्ट्रीय परिषद आयोजित होगी और पटना में एक जनसभा की जाएगी। यात्रा करीब दो महीने में संपन्न होगी। बता दें कि एलजेपी का पारस गुट भी आज पटना में प्रदेश कार्यालय में रामविलास पासवान की जयंती मनाएगा। वहीं, चिराग पासवान का गुट भी अपने तरीके से इस जयंती को मनाने वाला है। आज एलजेपी के दोनों गुट के नेता अपने-अपने तरीके से लोगों को पार्टी पर अपने दावे को लेकर अपनी बात रखते नजर आएंगे।